डीसी निवास मार्ग पर चला नप का पीला पंजा, लोगों ने किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता ऊधमपुर नगर परिषद का पीला पंजा वीरवार सुबह शिव नगर इलाके में डीसी नि
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : नगर परिषद का पीला पंजा वीरवार सुबह शिव नगर इलाके में डीसी निवास को जाने वाले मार्ग पर चला। तकरीबन आधा किलोमीटर क्षेत्र में चले पीले पंजे की जद में तकरीबन 40 इमारतें और दुकानें आ गई। वहीं, बिना पूर्व सूचना के नगर परिषद की इस कार्रवाई का स्थानीय लोगों के साथ वार्ड की पार्षद ने भी विरोध जताया।
नगर परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा लोगों ने अतिक्रमण कर गलियों में सैपटिक टैंक और पानी की टंकियां बना रखी थी। ऐसे अतिक्रमण को हटाने के लिए नगर परिषद को पूर्व नोटिस देने की जरूरत नहीं होती। साथ ही सीईओ ने लोगों से अपना अतिक्रमण खुद हटाने की अपील की। उन्होंने कहा अन्यथा नगर परिषद को इस तरह की कार्रवाई करनी पड़ेगी।
नगर परिषद की खिलाफवर्जी टीम जेसीबी के साथ सीईओ ऊधमपुर संतोष कोतवाल के नेतृत्व में वीरवार सुबह दस बजे के करीब शिव नगर इलाके में पुराने हाईवे से डीसी निवास को जाने वाले मार्ग पर पहुंची। जहां पर पहुंचने के साथ ही नप की जेसीबी ने सड़क किनारे नाले पर किए गए अतिक्रमण के साथ ही दुकानों और घरों द्वारा किए गए अतिक्रमण को गिरा दिया। हालांकि लोगों ने नप की टीम को रोकने का प्रयास किया, मगर नप का पीला पंजा बिना रुके चलता रहा, और अपनी जद में आने वाले अतिक्रमण को हटाता रहा। तकरीबन आधा किलोमीटर इलाके में की गई कार्रवाई में तकरीबन 40 दुकानें और घर प्रभावित हुए। कुछ घरों के शौचालय, सैप्टिक टैंक, पानी के टैंक भी गिराए गए।
नप की कार्रवाई रूकता न देख लोगों ने वार्ड की पार्षद आरती वर्मा को सूचित किया। स्थानीय लोगों ने नप की कार्रवाई करने के तरीके का विरोध करते हुए नप के खिलाफ प्रदर्शन किया। वार्ड की पार्षद के नेतृत्व में किए गए प्रदर्शन में पार्षद ने कहा कि अभियान चलाने से पहले लोगों को सूचित कर मोहलत देनी चाहिए थी। कम से कम पार्षद होने के नाते उनको ही जानकारी दी जानी चाहिए थी। मगर ऐसा कुछ नहीं किया गया। लोग अपना सामान निकालने का समय मांगते रहे, मगर नगर परिषद की टीम ने किसी को मौका नहीं दिया, जिससे लोगों का ज्यादा नुकसान हुआ है। लोगों ने कहा कि आज उनके वार्ड में टेस्टिग थी। ज्यादातर लोग टेस्ट करवाने गए थे। पीछे से नप ने कार्रवाई कर दी। पार्षद व स्थानीय लोगों ने प्रशासन से उनके हुए नुकसान की भरपाई की मांग की है।
वहीं, इस बारे में नगर परिषद के सीईओ संतोष कोतवाल ने कहा कि लोगों ने नाली पर स्लैब डाल कर अतिक्रमण कर रखा था। पांच सैप्टिक टैंक और दो पानी की टंकियां गली में अवैध रूप से बनाई गई थी। नप को इस तरह का अतिक्रमण हटाने के लिए किसी नोटिस देने की जरूरत नहीं है। डीसी ऊधमपुर से चर्चा के बाद उनके निर्देशों से यह कार्रवाई की गई है। जल्द ही वार्ड में निकास के लिए नाली का निर्माण नए सिरे से होगा, यह काम जल्द ही शुरू हो जाएगा।