धुएं में दम घुटने से मां-बेटे की मौत
नासमझी के चलते मंगलवार को जखैनी में मां और बेटे की जान चली गई। कमरे में जलाई गई आग में दम घुटकर दोनों की मौत हो गई। लोहड़ी की रात को हुई इस दर्दनाक घटना से इलाके लोग सहम गए हैं।
संवाद सहयोगी, ऊधमपुर : एक नासमझी के चलते मंगलवार को जखैनी में मां और बेटे की जान चली गई। कमरे में जलाई गई आग में दम घुटकर दोनों की मौत हो गई। लोहड़ी की रात को हुई इस दर्दनाक घटना से इलाके लोग सहम गए हैं।
लोहड़ी के दिन सोमवार को जखैनी में बारिश हो रही थी। कांता देवी (65) पत्नी स्वर्गीय ओम प्रकाश ने लोहड़ी का अर्घ्य देने के लिए घर के बरामदे में कड़ाई में आग जलाई। इसके बाद उनके बेटे जगदेव कुमार उर्फ कालू ने कड़ाई को अपने कमरे में रख लिया। दरवाजे और खिड़की भी बंद कर लिए। वह रात तकरीबन बारह बजे सो गए। जगदेव की छोटी भाभी रितिका ने बताया कि सुबह देर तक सास व देवर नहीं जागे। सुबह आठ बजे के बाद जगदेव के मोबाइल पर तीन से चार बार कॉल की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। दरवाजा बंद था। इस पर परिवार के सदस्य दरवाजे के पास गए तो कमरे से जलने की बदबू आई। इसके बाद वह कमरे के दूसरी तरफ बने बाथरूम की जाली काटकर कमरे के भीतर गए और दरवाजा खोला। कमरे के अंदर जाते ही परिवार के लोगों के होश उड़ गए।
परिवार के लोगों ने देखा कि कांता देवी की रजाई कड़ाई में गिरकर जल गई है और वह भी कड़ाई के पास ही पड़ी हुई है। उसका एक तरफ से चेहरा और आधी बाजू जल गई थी। जगदेव बेड पर मृत पड़ा था। दोनों की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। पुलिस ने मां बेटे के शवों को जिला अस्पताल ऊधमपुर में पोस्टमार्टम कराया है। दोपहर बाद देविका घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। थाने के सब इंस्पेक्टर अजय का कहना था कि मां बेटे की मौत धुएं में दम घुटकर हुई है।