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बिजली की समस्या से हर तरफ हाहाकार, विभाग के खिलाफ प्रदर्शन

लो वोल्टेज बिजली की अघोषित कटौती और ट्रांसफार्मर जलने की समस्या आम बात हो गई है। इसके चलते रविवार को कई जगहों पर विभाग के खिलाफ धरना प्रदर्शन और नारेबाजी की गई।

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Jul 2020 07:14 AM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 07:14 AM (IST)
बिजली की समस्या से हर तरफ हाहाकार, विभाग के खिलाफ प्रदर्शन
बिजली की समस्या से हर तरफ हाहाकार, विभाग के खिलाफ प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : गर्मी इस बार लेट से आई, लेकिन अब जब उमस भरी गर्मी शुरू हुई तो बिजली विभाग का पूरा तंत्र हांफने लग गया है। लो वोल्टेज, बिजली की अघोषित कटौती और ट्रांसफार्मर जलने की समस्या आम बात हो गई है। इसके चलते रविवार को कई जगहों पर विभाग के खिलाफ धरना, प्रदर्शन और नारेबाजी की गई।

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मेल्डी इलाके में लो वोल्टेज की समस्या को लेकर लोगों ने बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अब वह गांव से शहर में आ चुके हैं, इसलिए विभाग उनको बिजली की आपूर्ति झज्जरकोटली की बजाय शहर की लाईन से देने की मांग की। मेलड़ी गांव में रविवार को गणेश शर्मा के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उनके इलाके में झज्जरकोटली से बिजली आपूर्ति की जाती है। लंबी लाइन होने की वजह से हमेशा लो वोल्टेज की समस्या रहती है। वर्षो पुरानी इस समस्या का समाधान विभाग नहीं कर रहा है। इतना ही नहीं झज्जकोटली से ऊधमपुर के बीच कहीं पर भी खराबी आ जाय तो बिजली बंद हो जाती है। खराब मौसम और तेज हवा चलने के दिनों में तो यह समस्या और भी ज्यादा हो जाती है। बिजली के आने जाने के सिलसिले के साथ ही बिजली की कम वोल्टेज इलाके की सबसे बड़ी समस्या है।

उन्होंने कहा कि पहले यह इलाका गांव में था, मगर अब यह नगर परिषद का हिस्सा बन चुका है। इसलिए उनके इलाको को झज्जरकोटली से बिजली देन की बजाय ऊधमपुर से सीधे बिजली आपूर्ति की जानी चाहिए।

--------------- बिजली कटौती पर फूटा भारख क्षेत्र के लोग

संवाद सहयोगी, पौनी : भारख क्षेत्र में बिजली कटौती से तंग लोगों ने रविवार को प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया है। लोगों ने कहा कि विभाग 33 केवी रिसीविग ग्रिड स्टेशन पुरेया से बिजली की भारी कटौती की जा रही है। विभाग के मुताबिक इस रिसीविग ग्रिड स्टेशन के ट्रांसफार्मर की क्षमता कम है। अधिक लोड होने के कारण बिजली की कटौती की जा रही है। अगर बिजली की कटौती नहीं की जाएगी तो मेन ट्रांसफार्मर जलने की संभावना है।

भारख के सरपंच जसपाल सिंह ने कहा कि पौनी के इस ग्रिड स्टेशन के साथ अतिरिक्त भांवला क्षेत्र को जोड़ा गया था, जिसमें करीब 60 से 70 बिजली के ट्रांसफार्मर जोड़े गए हैं। इसके अलावा एलएंडटी कंपनी द्वारा दीनदयाल उपाध्याय योजना के तहत भी 30 से 40 के करीब ट्रांसफार्मर गत दिनों जोड़ दिए हैं। इन सबका लोड मेन ट्रांसफार्मर पुरेया में लगे ग्रिड स्टेशन पर पड़ रहा है। बिजली विभाग गांव में समस्या दूर करने के लिए और ट्रांसफार्मर जोड़ रही है, लेकिन मेन ट्रांसफार्मर को अपग्रेड नहीं कर रहा है। लोगों ने कहा वर्ष 2019 के सितंबर में डिविजनल कमिश्नर संजीव कुमार वर्मा के पौनी दौरे के दौरान ग्रिड स्टेशन को अपग्रेड करने के बाद 10 एमबीए बिजली का ट्रांसफार्मर लगाने की बात कही थी, लेकिन अभी तक ट्रांसफार्मर नहीं लाया गया है। मौजूदा समय में 33 केवीए रिसीविग ग्रिड स्टेशन पूरेया में 6.3 एमबीए का ट्रांसफार्मर लगा हुआ है। प्रदर्शनकारियों ने जल्द से जल्द 10 एमबीए का ट्रांसफार्मर लगाने की मांग की है।

---------------- ग्रिड स्टेशन शुरू नहीं करने पर तीन घंटे दिया धरना फोटो 1 के साथ

फोटो कैप्शन: ग्रिड स्टेशन स्योट में धरना प्रदर्शन करते स्थानीय लोग। जागरण संवाद सहयोगी, सुंदरबनी : छह माह से भी अधिक समय से स्योट में ग्रिड स्टेशन तैयार है, लेकिन उसे शुरू नहीं किया जा रहा है। जबकि उमस भरी गर्मी में बिजली की अभी जरूरत है। इससे गुस्साए लोगों ने रविवार को तीन घंटे तक विभाग के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया।

सुंदरबनी के बीडीसी चेयरमैन की अगुवाई में स्योट के ग्रिड स्टेशन पर पहुंचकर लोगों ने प्रदर्शन किया और चेतावनी दी कि यदि सरकार एवं प्रशासन नही जागा तो अब हाइवे जाम किया जाएगा।

इससे पहले सुंदरबनी तहसील परिसर में काफी संख्या में गांवों से आए पंचायत प्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने निजी वाहनों के सहारे रैली निकालकर ग्रेड स्टेशन पर पहुंचे और पंच-सरपंचों ने करीब तीन घंटे तक धरना देकर सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया। बीडीसी चेयरमैन अरुण शर्मा ने कहा कि इस सरकार एवं प्रशासन को लोगों की कोई परवाह नहीं है। बिजली व्यवस्था बदहाल है। लोग परेशान हैं। आटा चक्कियां नहीं चल रही है और ना ही बिजली के अभाव में पंपिग करने वाली मोटर चलाई जा रही है। कई बार प्रशासन से समस्या बताने के बावजूद उसका समाधान नहीं किया जा रहा है। शर्मा ने कहा कि नए ग्रिड स्टेशन को तुरंत शुरू करने की जरूरत है, जिससे लोगों की समस्या का समाधान हो सके। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जिला विकास आयुक्त से फोन पर बात की। डीसी ने भरोसा दिया कि चंद दिनों के भीतर नए ग्रिड स्टेशन को शुरू कर दिया जाएगा। इस आश्वासन के बाद लोगों ने धरना हटाया।

----------------------- बिजली की आंख मिचौली पर देवलिया पन्नार वासियों में गुस्सा

संवाद सहयोगी, कालाकोट : कई दिन से बिजली की आंख मिचौली से देवलिया व पन्नार के ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीणों ने विभाग को सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है।

ग्रामीण मुनीर हुसैन, लाल हुसैन, मुहम्मद जावेद आदि ग्रामीणों ने बताया कि ग्रामीणों को बिजली सौलकी में बने बिजली ग्रिड स्टेशन से मिलती है। रात को मुश्किल से एक दो घंटे बिजली सप्लाई की जाती है। दिन को भी लंबी कटौती की जाती है। इससे गर्मी के दिनों में लोगों की नींद खराब हो जाती है। ग्रामीणों विभाग को चेतावनी है कि यदि जल्द बिजली आपूर्ति को सुचारु नहीं किया गया तो विभाग के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया जाएगा। कटौती समय अनुसार की जा रही है। पिछले दिनों लाइनों में थोड़ी बहुत खराबी के चलते बाधा आई थी। उसे ठीक करने के लिए बिजली कटौती करना मजबूरी रही, लेकिन अब बिजली आपूर्ति ठीक है। ग्रामीणों को कोई परेशानी नहीं होगी।

मोहम्मद हनीफ, जेई, बिजली विभाग

------------------ तीन महीने का बिल भेजने पर लोगों में रोष

संवाद सहयोगी, पौनी : कोरोना महामारी के बीच एक तरफ लोगों के सामने रोटी की चिंता है और बिजली विभाग ने तीन महीने का बिजली बिल इकट्ठे भेज दिया है। इससे लोगों में विभाग के खिलाफ रोष है। लोग इस समय बिल जमा कराने में असमर्थता जता रहे हैं। लोगों का कहना है कि अगर बिजली का बिल देना ही था तो प्रतिमाह बिल जारी कर देना था।

किसान नेता ओमप्रकाश शर्मा का कहना है सरकार को कोविड-19 के दौरान लोगों के बिजली बिल माफ करने चाहिए। सामाजिक कार्यकर्ता वैसाखी राम का कहना है बिजली विभाग अपने फैसले करने में जरा सी भी चूक नहीं करता है। ऐसे में गरीब लोगों को एक साथ 3 महीने का बिजली बिल भेज कर उन्हें मुसीबत में डाल दिया है।

बिजली विभाग के एक्सईएन रियासी सतपाल ने कहा कि जिस तरह से सरकार ने बिल भेजने का फैसला किया, उस तरह भेजा गया। यदि लोग बिजली का बिल जमा करवाने में असमर्थ हैं, तो वह इस संबंध में उच्च अधिकारियों से बात करेंगे। फिलहाल लोग बिजली का बिल जमा करवाने की पूरी कोशिश करें।


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