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सुबह जलाभिषेक और रात को शिवविवाह व पंचभूत आरती

जिले में महाशिवरात्रि का पर्व श्रद्धा के साथ मनाया गया। दिन भर शिवभक्त भोलेनाथ का जल व दूध से अभिषेक करने के लिए कतार में खड़े रहे। वहीं रात को आठ बजे पंचभूत आरती शुरू हुई। वहीं रात को दस बजे भोलेनाथ के प्रियभक्त जंगमों ने भगवान शिव के विवाह प्रसंग की कथा अपनी विशेष शैली में सुनाई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Mar 2021 06:25 AM (IST)Updated: Fri, 12 Mar 2021 06:25 AM (IST)
सुबह जलाभिषेक और रात को शिवविवाह व पंचभूत आरती
सुबह जलाभिषेक और रात को शिवविवाह व पंचभूत आरती

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : जिले में महाशिवरात्रि का पर्व श्रद्धा के साथ मनाया गया। दिन भर शिवभक्त भोलेनाथ का जल व दूध से अभिषेक करने के लिए कतार में खड़े रहे। वहीं रात को आठ बजे पंचभूत आरती शुरू हुई। वहीं रात को दस बजे भोलेनाथ के प्रियभक्त जंगमों ने भगवान शिव के विवाह प्रसंग की कथा अपनी विशेष शैली में सुनाई।

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महाशिवरात्रि पर्व देवकनगरी सहित जिला भर के शिव मंदिरों में धूमधाम से मनाया गया। देविका स्थित प्राचीन कामेश्वर शिव मंदिर सहित अन्य शिव मंदिरों में सजावट का काम बुधवार रात को ही पूरा कर लिया गया। तड़के तीन बजे से शिव भक्त मंदिर में भगवान शिव के शिवलिग का जलाभिषेक करने के पहुंचना शुरू हो गए थे। सुबह चार बजे आरती के बाद भक्तों की संख्या और दर्शन व जल, दूध से अभिषेक करने वालों की कतार लगनी शुरू हो गई, जो समय के साथ लंबी होती चली गई। लोग लंबी कतारों में लग कर बम-बम भोले और हर हर महादेव के जयघोष लगा रहे थे। दर्शन के बाद भक्तों ने मंदिर परिसर में देविका सेवा दल की ओर से लगाए भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। वहीं महाशिवरात्रि पर कई लोगों ने मंदिरों और घरों में रुद्राभिषेक और अन्य विशेष अनुष्ठान भी किए।

महाशिवरात्रि पर देविका प्राचीन शिव मंदिर में भगवान शिव की पंचभूत आरती रात आठ बजे शुरू हुई। इसके बाद हर दो घंटों के अंतराल पर सुबह चार बजे तक पांच विशेष आरती हुई। वहीं रात दस बजे से शिव मंदिर परिसर में भगवान शिव के प्रिय भक्त जंगमों ने अपनी विशेष शैली में भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती के विवाह प्रसंग की कथा सुनाई। कथा सुनने के लिए बड़ी संख्या में शिवभक्त मौजूद थे। सुबह चार बजे पंचभूत आरती की पांचवीं आरती के साथ महाशिवरात्रि पूजन व पर्व संपन्न हुई। जिसके बाद भक्तों में प्रसाद वितरित किया गया।

इसी तरह से शिव मंदिर गढ़ी, हाउसिग कॉलोनी शिव मंदिर, शिव मंदिर मियां बाग, अनंत रतन राधा कृष्ण मंदिर, आदर्श कॉलोनी राधा कृष्ण मंदिर सहित ऊधमपुर के विभिन्न शिवमंदिरों में भी महाशिवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया गया। एतिहासिक सुद्धमहादेव मंदिर और मानतलाई के अलावा जिला की विभिन्न तहसीलों में भी शिवरात्रि पर्व श्रद्धा भाव से मनाया गया।

हड़ताल के बावजूद सफाई कर्मियों ने मंदिरों के पास की सफाई

अपनी लंबित मांगों को लेकर पिछले दस दिनों से जारी सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के चलते हर तरफ कचरे का साम्राज्य कायम हो चुका है। मगर महाशिवरात्रि के मद्देनजर सफाई कर्मचारियों ने हड़ताल के बावजूद देविका मंदिर समूह परिसर के अलावा इलाके के शिव मंदिरों व अन्य मंदिरों के पास सफाई की।

महाशिवरात्रि मेला : महाशिवरात्रि के दिन मजालता तहसील के खून स्थित खूनेश्वर महादेव आप शंभू मंदिर में धावा समाजिक संस्था की ओर से 18वां वार्षिक महाशिवरात्रि व ग्रामीण जागरूकता मेला आयोजित किया गया। चीफ प्लानिग आफिसर राजीव भूषण ने बतौर मुख्य मेहमान मेले का शुभारंभ किया। उनके साथ आईसीडीएस के प्रोजेक्ट ऑफिसर अतर चंद विशेष अतिथि थे। मेले में विभिन्न विभागों की और से स्टाल लगाए गए थे। वहीं मेले में आए लोगों ने आप शंभू मंदिर में माथा भी टेका। इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।


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