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केंद्र चाहता तो बच सकती थी 40 जवानों की जान : मनकोटिया

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : केंद्र सरकार ने अगर सीआरपीएफ के जवानों को एयरलिफ्ट करन

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Feb 2019 09:45 AM (IST)Updated: Mon, 18 Feb 2019 09:45 AM (IST)
केंद्र चाहता तो बच सकती थी 40 जवानों की जान : मनकोटिया
केंद्र चाहता तो बच सकती थी 40 जवानों की जान : मनकोटिया

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : केंद्र सरकार ने अगर सीआरपीएफ के जवानों को एयरलिफ्ट करने की अनुमति दी होती तो शहीद हुए 40 जवानों की जान आतंकी हमले में कभी नहीं जाती। यह बात पैंथर्स पार्टी के राज्य प्रधान बलवंत ¨सह मनकोटिया ने प्रेसवार्ता में कही। मनकोटिया ने कहा कि जम्मू में देशविरोधी नारे लगाने वालों को विशेष विमान से कश्मीर भेजने का फैसला तो ले लिया गया मगर देश के लिए अपने जान कुर्बान करने वाले सुरक्षा बलों के जवानों के लिए बार-बार मांगने पर भी विमान उपलब्ध नहीं कराया गया।

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7 से 11 फरवरी तक जम्मू-श्रीनगर हाईवे रामबन जिले में भूस्खलन के चलते बंद रहा। सीआरपीएफ के जवान जम्मू स्थित शिविर में रुके थे। सीआरपीएफ के अधिकारियों ने केंद्र सरकार से इन जवानों को जम्मू से श्रीनगर तक एयरलिफ्ट करने की गुहार लगाई मगर इस मांग को नहीं माना गया। 12 फरवरी को जम्मू में फंसे उन कश्मीरियों, जिन्होंने जम्मू में देशविरोधी नारे लगाए, के लिए एयरफोर्स के सी-17 विशेष विमान की व्यवस्था कर श्रीनगर भेजा गया। इतना ही नहीं देश की रक्षा मंत्री ट्वीट कर देश विरोधी नारे लगाने वालों को सुरक्षित कश्मीर भेजने की जानकारी भी देती हैं। भाजपा और केंद्र सरकार की दोगली नीति लोगों के सामने आने से खास नाराजगी है। इसका जवाब केंद्र सरकार को देना होगा। इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित करवाने की मांग भी की। इस अवसर पर पैंथर्स प्रदेश सचिव सुदेश शर्मा के अलावा संजय शर्मा व अन्य मौजूद थे।


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