स्वास्थ्य विभाग की टीम रैपिड टेस्ट करने के बाद गंधारी पंचायत से लौटी
संवाद सहयोगी किश्तवाड़ पाडर इलाके की गंधारी पंचायत में कोरोना पॉजिटिव मामले 31 तक पहुंच गए
संवाद सहयोगी, किश्तवाड़ : पाडर इलाके की गंधारी पंचायत में कोरोना पॉजिटिव मामले 31 तक पहुंच गए हैं। हालांकि वास्थ्य विभाग के अधिकारी 19 पॉजिटिव मामले ही बता रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम ग्रामीणों की जाच करने के बाद वापस लौट आई।
किश्तवाड़ के दूरदराज इलाका पाडर के गंधारी पंचायत के छह गांव कोरोना की चपेट में आए हैं। हर गाव में कोई न कोई पॉजिटिव मामला सामने आ रहा है। तीन लोगों की मौत अभी तक हो चुकी है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन दो की मौत किसी और बीमारी से होना बता रहे हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत की वजह कोरोना बता रहे हैं। दो व्यक्तियों की मौत पहले हुई थी। उनके परिवार वालों ने उनका अंतिम संस्कार पहले ही कर दिया था। जब इस बात का पता चला तो स्वास्थ्य विभाग ने अपनी टीम गंधारी पंचायत में रवाना की और टीम ने वहा जाकर पंचायत के सभी छोटे-छोटे गावों के लोगों का रैपिड टेस्ट किया। जांच के दौरान 31 लोगों को पॉजिटिव बताया जा रहा है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अभी भी 19 पॉजिटिव मामले बता रहे हैं। विभाग की टीम शुक्रवार को वापस आ गई और जो लोग पॉजिटिव हैं, उन्हें भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। हालाकि इलाके में एक स्वास्थ्य सेंटर भी है, लेकिन उसमें जो लोग तैनात किए गए हैं, उन्होंने अपना अटैचमेंट बीएमओ अठोली के पास करवा रखा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। अब जिन लोगों को पॉजिटिव बताया गया है, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उन्हें कोरोना से बचने के लिए तौर तरीके समझा दिए हैं और वे खुद ही अपना इलाज करेंगे। ऐसे में इलाके में वायरस और फैल सकता है, लेकिन इस बात की किसी को कोई चिंता नहीं है।
इस बारे में पाडर के बीएमओ डॉक्टर राजकुमार शर्मा का कहना था कि 209 लोगों की टेस्टिंग के बाद 19 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्हें दवाइया दे दी गई हैं और एक स्वास्थ्य कर्मचारी जो उस इलाके का रहने वाला है, उसे वहा पर तैनात किया गया है। बीएमओ की बात सुनने के बाद ऐसा लग रहा है कि स्वास्थ्य विभाग पॉजिटिव मामलों के सही आकड़े नहीं बता रहा है, क्योंकि स्थानीय लोगों के मुताबिक 31 लोग पॉजिटिव आए हैं। अब इसमें स्वास्थ्य विभाग इस बात को क्यों छुपा रहा है, यह कोई नहीं जानता। जिस कर्मचारी को इलाके में तैनात किया गया है, वह चौथी श्रेणी का कर्मचारी है। हालाकि एक फार्मासिस्ट और दो फीमेल मल्टीपरपज कर्मचारी वहा ड्यूटी पर तैनात हैं, लेकिन उन्हें कहीं और अटैच रखा गया है।