बच्ची का शव उठाकर बर्फ पर 18 किमी पैदल सफर तय करने निकला परिवार
जागरण संवाददाता ऊधमपुर जम्मू संभाग के ऊधमपुर जिले के पंचैरी क्षेत्र में बर्फबारी आम लोगो
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : जम्मू संभाग के ऊधमपुर जिले के पंचैरी क्षेत्र में बर्फबारी आम लोगों की परेशानी का सबब बन गई है। अपनी एक साल की बच्ची को खो चुके दंपती को अपनी लाडली के शव को घर तक पहुंचाने के लिए अनेक मुसीबतें उठाते हुए कई किलोमीटर बर्फ पर चलना पड़ा। बेटी को खोने के गम के बीच हालातों और ठंड से लड़ते हुए इन लोगों के मध्य रात्रि या इसके बाद गांव पहुंचने की उम्मीद है।
गांव के सरपंच पवन कुमार के मुताबिक कुलटैड़ बाला के जडसू गांव में रहने वाले मुन्ना पुत्र अमरू के घर करीब एक वर्ष पहले बेटी ने जन्म लिया। पैदा होने के बाद से वह काफी बीमार थी। उसके उपचार के लिए मुन्ना, उसकी पत्नी और मुन्ना का ससुर जम्मू गए थे। जम्मू में उपचार के दौरान शनिवार को बच्ची ने दम तोड़ दिया। इसके बाद परिवार के लोग निजी वाहन से बेटी के शव को लेकर घर की तरफ रवाना हुए, मगर बर्फबारी की वजह से वाहन पंचैरी से करीब सात किलोमीटर दूर कैंथगली से आगे नहीं बढ़ पाया। इसके चलते परिवार ने पैदल ही आगे बढ़ने का फैसला किया। जारी बर्फबारी के बीच बच्ची के शव को गोद में उठाकर परिवार आगे बढ़ने लगा। रात करीब 11 बजे तक परिवार पंचैरी तक पहुंचा था।
सरपंच ने बताया कि बर्फबारी में आपात स्थिति में सड़क संपर्क बहाल रखने के लिए कोई जेसीबी तक नहीं है। पीएमजीएसवाई से जेसीबी से बर्फ हटाने की मांग की कई, मगर फोन उठाने वालों ने फोन काट दिया। कैंथगली से पंचैरी सात और पंचैरी से कुलटैड़ आठ किलोमीटर दूर है और जडसू वहां से भी तीन किलोमीटर पहाड़ी पर स्थित है। कैंथगली से परिवार को घर तक पहुंचने में 18 किलोमीटर की दूरी बर्फ पर पैदल तय करनी पड़ेगी। वहीं, मुन्ना के कई रिश्तेदार व परिचित कुलटैड़ से पंचैरी के लिए रवाना हो चुके हैं। पंचैरी से ये सभी कुलटैड़ रवाना होंगे। कोटली मोड़ पर परिवार के लिए आग की व्यवस्था की गई है, जिससे उनके हाथ व शरीर में गर्मी आ सके। सरपंच ने बताया कि कोटली मोड़ से वह भी परिवार के साथ उनके घर तक जाएंगे, जहां मध्यरात्रि के बाद या तड़के तक पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने प्रशासन से आपात स्थिति में सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी उपलब्ध कराने की मांग की है।
वहीं, बर्फबारी की वजह से ऊधमपुर-पंचैरी मार्ग बंद हो गया है। पंचैरी-लांदर मार्ग पर बर्फबारी के साथ भूस्खलन होने से भी रास्ता बंद हुआ है। दोपहर तक बर्फबारी न होने की वजह से कई लोग पंचैरी और मोंगरी पहुंच गए, मगर दोपहर को बर्फबारी होने की वजह से कैंथगली के आगे रास्ता बंद हो गया। रास्ता बंद होने से पहले कुछ वाहन निकल गए, जबकि इसके बाद कई वाहन पंचैरी में चले और उसमें सवार लोगों ने वहां पर होटलों में शरण ली। कैंथगली से आगे वाहनों के न जाने की वजह से लोगों को पैदल ही पंचैरी तक का सफल करना पड़ा।