Move to Jagran APP

पटरी पर लौटी घर-घर से कचरा उठाने की व्यवस्था

जागरण संवाददाता ऊधमपुर आमजन से लेकर नगर परिषद और ठेका लेने वाली कंपनी सबके जी का ज

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 May 2022 06:48 AM (IST)Updated: Wed, 18 May 2022 06:48 AM (IST)
पटरी पर लौटी घर-घर से कचरा उठाने की व्यवस्था
पटरी पर लौटी घर-घर से कचरा उठाने की व्यवस्था

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : आमजन से लेकर नगर परिषद और ठेका लेने वाली कंपनी सबके जी का जंजाल बन चुकी घर-घर से कचरा उठाने वाली व्यवस्था को सुचारु बनाने की जिम्मेदारी अब नगर परिषद ने संभाली है। अब यह व्यवस्था पटरी पर लौट आई है। नगर परिषद के सेनेटरी इंस्पेक्टर और सुपरवाइजर इस व्यवस्था को चलाने के लिए निगरानी व मार्गदर्शन कर रहे हैं।

loksabha election banner

करीब नौ माह पूर्व घर-घर से कचरा उठाने की व्यवस्था का ठेका लेने वाली कंपनी शहर में सुचारु रूप से सफाई व्यवस्था उपलब्ध नहीं करवा पा रही थी। अनेक बार असंतोष जाहिर करने से लेकर चेतावनी देने के बाद अब इस व्यवस्था को सुचारु बनाने के लिए नगर परिषद कंपनी की मदद के लिए उतरी है। वह इस व्यवस्था को बेहतर तरीके से शहरवासियों को उपलब्ध कराने के लिए कंपनी का मार्गदर्शन कर सुझाव तो दे ही रही है, साथ ही इस व्यवस्था की निगरानी की जिम्मेदारी भी संभाल रही है। यहां तक कि जहां से कंपनी को शुल्क न मिलने की दिक्कत आ रही है वहां पर इस समस्या को हल करने के लिए मध्यस्थता करवा रही है।

पिछले 11 दिनों से नगर परिषद ने ऐसा करना शुरू किया है। नगर परिषद का दावा है कि इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आने लगे हैं, जिससे पार्षदों और आम लोगों की शिकायतें कम होने लगी हैं। नगर परिषद के मुताबिक शहर के 21 में से 19 वार्डो में कचरा उठने लगा है। वार्ड नंबर आठ और 12 में फिलहाल सेवा सुचारु नहीं है। अगले कुछ ही दिनों में इन दोनों वार्डो में भी यह सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। पिछले वर्ष हुआ था टेंडर :

सितंबर 2021 में ऊधमपुर शहर में घर-घर से कचरा उठाने की सेवा का दूसरी बार टेंडर निकाला गया। पहले नगर परिषद की टेंडर प्रक्रिया को लेकर सवाल उठने पर इस सेवा के टेंडर की प्रक्रिया जेम पोर्टल के माध्यम की गई, जिसमें अमनदीप एंटरप्राइजेज को यह व्यवस्था ठेके पर दी गई। काम शुरू करने के बाद से कंपनी सेवा को सुचारु रूप से उपलब्ध नहीं करवा पा रही थी। इससे लोग लगातार असंतोष व्यक्त कर रहे थे। कुछ वार्डो में सेवा ही उपलब्ध नहीं हो रही थी तो कई वार्डो में यह नियमित नहीं थी। इससे लोगों को परेशानी तो हो ही रही थी, नगर परिषद के पास सफाई व्यवस्था को लेकर लगातार शिकायतें आ रही थी। इस वजह से नगर परिषद भी कंपनी के ठेकेदार को लगातार बुलाकर काम पर असंतोष जताकर व्यवस्था सुधारने और संसाधनों व कर्मचारियों में इजाफा करने को कह रही थी। मगर इसके बावजूद सफाई व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा था। वहीं, कंपनी लोगों द्वारा शुल्क न देने का रोना रो रही थी। 14 हजार घर और तीन हजार व्यावसायिक संस्थानों में मात्र चार हजार घर और करीब 300 ही व्यापारिक संस्थानों से नियमित सफाई शुल्क मिल रहा था। इससे कंपनी को खर्च निकालने में दिक्कतें हो रही थीं। कंपनी के मुताबिक 10 लाख रुपये प्रतिमाह शुल्क प्राप्त होना चाहिए, जबकि प्राप्त केवल तीन लाख ही हो रहा था। वहीं, सफाई व्यवस्था पर कंपनी का मासिक खर्च सवा पांच लाख रुपये बैठ रहा था। सफाई सेवा सुचारु रूप से उपलब्ध कराने में यह बड़ा रोड़ा था। इसके अलावा कंपनी के पास वाहनों और कर्मचारियों की कमी भी एक वजह थी। वाहन और कर्मचारियों में हुआ इजाफा : घर-घर से कचरा उठाने का टेंडर लेने वाली कंपनी इस काम में बिल्कुल सफल नहीं थी। कंपनी सफाई का काम छह आटो, एक ट्रैक्टर और डेढ़ दर्जन सफाई कर्मचारियों के अलावा सुपरवाइजर लगाकर कर रही थी, जो 21 वार्डो के लिए नाकाफी साबित हो रहे थे। इस वजह से कुछ वार्डो में एक से दो दिनों के बाद कचरा उठाने का काम हो रहा था। कुछ ही वार्ड ऐसे थे जहां पर रोज कचरा उठता था। व्यवस्था को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी संभालने के बाद नगर परिषद के सुझाव से कंपनी ने सफाई के लिए चार और आटो को काम में लगाया है। इसके साथ ही कर्मचारियों की संख्या को भी 18 से 25 कर दिया है। नगर परिषद ने स्थापित किया फीडबैक व शिकायत केंद्र

घर-घर से कचरा उठाने की व्यवस्था को लेकर नगर परिषद ने फीडबैक व शिकायत केंद्र स्थापित किया है। इस केंद्र का प्रभारी इंद्रजीत को बनाया गया है, जिसका मोबाइल नंबर 7889471271 है। कार्यालय समय के दौरान शहरवासी इस नंबर पर टेक्स्ट व वाट्सएप मैसेज भेज कर या फोन करके घर-घर से कचरा उठाने की व्यवस्था को लेकर अपनी शिकायत या फीडबैक दर्ज कर सकते हैं। छह मई से नगर परिषद इस व्यवस्था की जिम्मेदारी लेते हुए कंपनी से काम करा रही है। कंपनी ने नगर परिषद के सुझाव से चार वाहनों और कर्मचारियों की संख्या को बढ़ाया है। दो सप्ताह से कम समय में ही सफाई व्यवस्था में सुधार हुआ है और शुल्क वसूली भी बढ़ी है। पार्षदों के साथ आप लोगों की शिकायतें कम हुई है।

- अमित चौधरी, सीईओ, नगर परिषद ऊधमपुर करीब दो सप्ताह पहले नगर परिषद के सक्रिय सहयोग से बनाई गई नई निगरानी व्यवस्था के कारण सफाई व्यवस्था बेहतर हुई है। आठ और 12 नंबर वार्ड में सीवरेज बिछाने के लिए खोदाई की वजह से कचरा उठा पाना संभव नहीं हो रहा है। शेष सभी वार्डो में सफाई व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है। आने वाले दिनों में इस व्यवस्था को और बेहतर बनाया जाएगा।

- दुपिद्र पाल सिंह, प्रबंधक, अमनदीप एंड कंपनी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.