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बैक टू विलेज-2 के लिए जिला प्रशासन ने कसी कमर

जागरण संवाददाता ऊधमपुर केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में बैक टू-विलेज कार्यक्रम के दूसर

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Nov 2019 02:05 AM (IST)Updated: Thu, 21 Nov 2019 02:05 AM (IST)
बैक टू विलेज-2 के लिए जिला प्रशासन ने कसी कमर
बैक टू विलेज-2 के लिए जिला प्रशासन ने कसी कमर

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में बैक टू-विलेज कार्यक्रम के दूसरा चरण 25 नवंबर से शुरू होने जा रहा है। ऊधमपुर जिले में इस कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। छह दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम के दौरान ऊधमपुर जिले की सभी 236 पंचायतों में अधिकारी जाकर वहां के लोगों की समस्याएं और मांगें सुनेंगे। जिले में 55 उच्च स्तरीय अधिकारियों के अलावा 181 जिला स्तरीय अधिकारी पंचायतों में जाएंगे। हर विभाग का हर अधिकारी और कर्मचारी अगले छह दिनों तक प्राथमिकता के आधार पर बैक टू विलेज कार्यक्रम की तैयारियों में ही जुटे रहेंगे।

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पंचायत स्तर पर प्रशासन की पहुंच सुनिश्चित करना तथा लोगों की समस्याएं उनकी दहलीज पर सुनने, और समझने के उद्देश्य से सरकार ने बैक टू विलेज कार्यक्रम शुरू किया था। पहले चरण में इस कार्यक्रम में अधिकारियों ने लोगों की समस्याएं सुनीं। इसके साथ ही समस्याओं का वर्गीकरण कर प्राथमिकता के आधार पर उनका समाधान करने के लिए सूची बद्ध किया। उसके बाद समस्या के वर्ग के आधार पर फौरी तौर पर समस्याएं हल की गईं, जबकि समय लगने वाली समस्याओं की हल करने के लिए भी कदम उठाए गए।

अब बैक टू विलेज-2 के तहत एक बार फिर पहले की तरह प्रशानिक व जिला अधिकारी पंचायतों में लोगों के बीच जनता की आवाज सुनेंगे। वह पंचायतों की मांगों व समस्याओं की जानकारी तो लेंगे ही साथ ही पहले चरण में सामने आई समस्याओं और मांगों की मौजूदा जमीनी स्थिति का भी आकलन करेंगे।

25 नवंबर से पूरे जम्मू

कश्मीर की तरह ऊधमपुर जिले में इस कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। जिला के सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी इस समय

केवल बैक टू विलेज-2 कार्यक्रम की ही तैयारियों में जुटे हैं। लगभग हर विभाग इस कार्यक्रम से संबंधित आंकड़े तैयार करने में लगा है।

कार्यक्रम में 55 उच्च पदस्थ अधिकारी लेंगे हिस्सा

बैक टू विलेज-2 कार्यक्रम में जिला ऊधमपुर की 236 पंचायतों में कार्यक्रम के तहत विभिन्न अधिकारी जनता की सुध लेने के लिए उनके बीच पहुंचेंगे। इसमें से 55

उच्च पदस्थ अधिकारी होंगे। जिसमें प्रिसिपल सेक्रेटरी, फाईनांस कमिश्नर, कमिश्नर सेक्रेटरी, चीफ इंजीनियर और डायरेक्टर स्तर के उच्च पदों पर आसीन अधिकारी होंगे। ये अधिकारी जिला की 55 पंचायतों में जाकर लोगों की आवाज सुनेंगे, जबकि शेष 181 पंचायतों में प्रशासनिक एवं जिला तथा अन्य स्तर पर तैनात अधिकारी लोगों की मांगें व समस्याएं सुनेंगे।

लगातार बैठकों का दौर जारी

बैक टू विलेज-2 सुचारु और सफल तरीके से संचालित हो सके, इसके लिए जिला प्रशासन विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ पंचायत प्रतिनिधियों व बीडीसी के

चेयरमैनों के साथ बैठकें कर रहा है। जिसमें सभी को इस कार्यक्रम को लेकर जानकारी देने के साथ निर्देश भी दिए जा रहे हैं। ताकि पंचायतों में विकास की स्थिति, मूलभूत जरूरतों, बैक टू विलेज के पहले चरण में शामिल हुए प्रस्तावों, पंचायतों की समस्याओं की सही जानकारी प्राप्त कर उसके मुताबिक विकास के साथ जरूरतों को पूरा करने के साथ समस्याएं हल की जा सकें। इसके साथ ही पेंशन, आयुष्मान भारत सहित विभिन्न आíथक व समाजिक कल्याण योजनाओं के बारे में भी लोगों को जागरूक किया जा सके। दो दिन पहले जहां विभिन्न विभागों के साथ डीसी ने बैठक की थी। उसके बाद से प्रशासनिक स्तर और जिला स्तर पर अधिकारी इस योजना को लेकर बैठक कर दिए गए निर्देशों का पालन करवाना सुनिश्चित कर रहे हैं।

डीसी दफ्तर परिसर में कंट्रोल रूम स्थापित

बैक टू विलेज-2 कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों के साथ बेहतर समन्वय के साथ काम करने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है। डीसी दफ्तर परिसर में स्थापित कंट्रोल रूम बैक टू विलेज-2 कार्यक्रम के दौरान दिन रात काम करेगा। यह कंट्रोल रूम इस अभियान के दौरान अधिकारियों, पंचायत प्रतिनिधियों के बीच समन्वय स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। अधिकारियो व कर्मियों की छुट्टियां रद

बैक टू विलेज-2 कार्यक्रम को लेकर सभी अधिकारियों व कर्मचारियों की सभी प्रकार की छुट्टियों को तत्काल प्रभाव से रद कर दिया गया है। डीसी ऊधमपुर डॉ. पियूष सिगला

ने 25 से 30 नवंबर तक चलने वाले बैक टू विलेज-2 कार्यक्रम के मद्देनजर सभी गजटेड व नॉन गजटेड अधिकारियों तथा कर्मचारियों की मंजूर अवकाशों को तत्काल

प्रभाव से रद करने के निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ ही जिला या सेक्टोरल अधिकारियों को बिना डीसी की मंजूरी के स्टेशन न छोड़ने की हिदायत दी है। बेहद जरूरी होन

पर डीसी की मंजूरी पर ही अवकाश मिलेगा। कंट्रोलिग अधिकारियों को भी 25 से 30 नवंबर तक किसी की छुट्टी मंजूर न करने के निर्देश दिए हैं। कार्यक्रम के सुचारु संचालन की सभी तैयारियां मुकम्मल : डीसी

डीसी ऊधमपुर डॉ. पियूष सिगला ने बताया कि बैक टू विलेज-2 कार्यक्रम को जिला में सुचारु संचालन के लिए सभी तैयारियां मुकम्मल हो चुकी हैं। अधिकारियों को पंचायतें आवंटित कर दी गई है। 55 उच्च पदस्थ अधिकारी जिले की ं पंचायतों का दौरा करने आएंगे। जिले के सभी अधिकारी और कर्मचारी बैक टू विलेज कार्यक्रम में लगे हैं। इस बार इस कार्यक्रम में ज्यादा उत्साह

दिखेगा। इस बार कार्यक्रम में पंचायत प्रतिनिधि व ब्लॉक चेयरमैन भी सक्रिय भागीदारी करेंगे। जिससे गांवों की समस्याओं को समझने और उनको हल करने में काफी मदद

मिलेगी। पहले चरण में आई समस्याओं में से कितने प्रतिशत हल हुई, यह आकलन मुश्किल है, लेकिन हल की जा सकने वाली सॉफ्ट नेचर की लगभग सभी समस्याएं दूर कर

दी गई हैं। हर पंचायत में अलग प्रकार की समस्या है और उनको दूर करने के लिए तेज गति से संभव काम हो रहा है। पहले चरण में सूचीबद्ध समस्याओं व प्रस्तावों की

लगातार समीक्षा होती है। पहले चरण में 14 एफसी के तहत काफी काम हुआ, 150 हैंडपंप के साथ सैकड़ों ट्रांसफार्मर लगाए गए हैं। पंचायतों में जरूरत के मुताबिक सुविधाएं देने के साथ विकास के लिए काम किया गया है। पहले चरण के बाद कार्यक्रम के दूसरे चरण के बाद पंचायतों में स्थिति और भी ज्यादा बेहतर होगी।


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