National Panthers Party: हर्षदेव सिंह से मतभेद बना मनकोटिया के पार्टी छोड़ने की वजह
पैंथर्स पार्टी सुप्रीमो प्रो. भीम सिंह ने कहा कि इस्तीफा देने की प्रक्रिया होती है। फोन पर या वीडियो पर इस्तीफा नहीं दिया जाता। अभी तक उनके पास मनकोटिया का इस्तीफा नहीं आया है इसलिए वह पैंथर्स पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष 19 तारीख तक बने रहेंगे।
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : पैंथर्स पार्टी से खुद को अलग करने वाले बलवंत सिंह मनकोटिया और चेयरमैन हर्ष देव ¨सह रिश्ते में चचेरे भाई हैं। मनकोटिया के पार्टी छोड़ने की वजह दोनों के बीच हुए मतभेद को माना जा रहा है। पार्टी चेयरमैन द्वारा लिए गए कुछ फैसलों से मनकोटिया खुश नहीं थे।
सूत्रों का मानना है कि हाल ही में हुए जिला विकास परिषद चुनावों में अपने चचेरे भाई के साथ झगड़े के वारयल वीडियो से पैंथर्स पार्टी को नुकसान पहुंचा। मगर अचानक पार्टी छोड़ने की वजह हाल ही में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चुने जाने के चुनाव को बताया जा रहा है, जिसमें मनकोटिया को फिर से प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाना प्रस्तावित किया गया। इसी चुनाव को लेकर कुछ ऐसा हुआ, जिसके चलते मनकोटिया को पार्टी से इस्तीफा देने का ऐलान करना पड़ा और पार्टी की जिम्मेदारी पूरी तरह से हर्षदेव सिंह को सौंपने की बात भी कही।
इस बारे में पैंथर्स पार्टी सुप्रीमो प्रो. भीम सिंह ने कहा कि इस्तीफा देने की प्रक्रिया होती है। फोन पर या वीडियो पर इस्तीफा नहीं दिया जाता। अभी तक उनके पास मनकोटिया का इस्तीफा नहीं आया है, इसलिए वह पैंथर्स पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष 19 तारीख तक बने रहेंगे। यदि इस बीच इस्तीफा आ जाता है तो पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया होगी और जम्मू कश्मीर व लद्दाख में पैंथर्स पार्टी की 29 वर्किंग कमेटियों के अध्यक्ष बहुमत के साथ अध्यक्ष का चयन करेंगे। पार्टियों में पदाधिकारियों के बीच मतभेद होना स्वाभाविक बात होती है, मगर अचानक इस्तीफा देने से वह स्तब्ध हैं।
उन्होंने इस सबके लिए मोदी सरकार और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह पैंथर्स से परेशान हैं। उन्होंने कहा कि पैंथर्स पार्टी स्टेट हुड का दर्जा कायम करने और जम्मू कश्मीर में चुनाव करवाने की लड़ाई को लड़ती रहेगी।