शांति के लिए संवेदनशील और समर्पित भाव से काम करने की जरूरत है : दिलबाग सिंह
जागरण संवाददाता ऊधमपुर जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने शुक्रवार को शेर-ए-
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने शुक्रवार को शेर-ए-कश्मीर पुलिस अकादमी ऊधमपुर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने प्रोबेशनर डीएसपी के 13वें बैच व प्रोबेशनर सब इंस्पेक्टरों के 24वें बैच के साथ मुलाकात की।
अपने संबोधन में डीजीपी ने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि जल्द ही उनका एक वर्ष का बुनियादी प्रशिक्षण समाप्त हो जाएगा। जिसके बाद वे देश के एक बेहतरीन और उच्च सुशोभित पुलिस बल जम्मू कश्मीर पुलिस बल का हिस्सा बनेंगे। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर पुलिस ने यह गौरव व्यक्तिगत सुरक्षा की परवाह किए बिना सर्वोच्च बलिदान देकर प्राप्त किया है। डीजीपी ने प्रशिक्षु अधिकारियों को पेशेवर बनने, खुद को राष्ट्र व लोगों की सेवा के लिए समर्पित करने को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि प्रोबेशनर एसआइ के इस बड़े बैच में शामिल अधिकारियों को केंद्र शासित प्रदेश में 30 से 35 साल तक काम करना है। इस दौरान शांति बनाए रखने के साथ संवेदनशील, समर्पित भाव से काम करने की जरूरत है। उनको पुलिस के विभिन्न चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में विविध कर्तव्यों व कार्यो को करने के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए। अधिकारियों को जनता की शिकायतों को विनम्रता से निपटने के लिए दृढ़ रहने का सुझाव भी दिया। उन्होंने कहा कि सेवाएं उपलब्ध कराते समय पुलिस का सकारात्मक रवैया बेहद महत्वपूर्ण है। शांति सुनिश्चित करने के लिए सद्भावना व सहानुभूति होना आवश्यक है। डीजीपी ने प्रशिक्षु अधिकारियों को सलाह दी कि वे तैनाती के दौरान अपने क्षेत्रों में पुलिस के शहीद हुए जवानों के परिवारों का विशेष ध्यान रखें। इस अवसर पर उन्होंने कांस्टेबल अल्ताफ हुसैन के हाल में दिए सर्वोच्च बलिदान की याद दिलाई, जिन्होंने पीएसओ ड्यूटी करते हुए अदम्य साहस और वीरता का प्रदर्शन कर वीरगति को प्राप्त किया। इस अवसर पर डीजीपी सहित सभी पुलिस अधिकारियों ने दो मिनट का मौन रखकर शहीदों को याद किया। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।