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पक्की नौकरी के ख्वाब में जिंदगी दे गई दगा

जुगल मंगोत्रा पौनी करीब 26 साल तक जलशक्ति विभाग में अस्थायी तौर पर अपनी सेवा देने वाले रश

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 Aug 2020 07:32 AM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2020 07:32 AM (IST)
पक्की नौकरी के ख्वाब में जिंदगी दे गई दगा
पक्की नौकरी के ख्वाब में जिंदगी दे गई दगा

जुगल मंगोत्रा, पौनी :

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करीब 26 साल तक जलशक्ति विभाग में अस्थायी तौर पर अपनी सेवा देने वाले रशीद की पक्की नौकरी पाने की ख्वाहिशें अधूरी रह गई। रशीद इस ख्वाब को देखते-देखते अपनी जिंदगी से हार गया और उसका वीरवार तड़के हृदय घात से निधन हो गया। इस समय मृतक का परिवार सदमे में है। परिवार के कमाने वाले बड़े सदस्य के घर से चले जाने से पूरे गांव के लोग सांत्वना देने के लिए उसके घर पहुंच रहे हैं।

रशीद रियासी जिले के तहसील पौनी में जलशक्ति विभाग में वर्ष 1994 में अस्थायी तौर पर भर्ती हुआ था। जिसके बाद कई साल तक काफी कम वेतन पर और कभी महीनों वेतन नहीं मिलने पर भी परिवार का भरण-पोषण करता रहा। वह परिवार वालों को हमेशा नौकरी पक्की होने का दिलासा देकर अच्छे दिन आने की बात कहता था, लेकिन सरकार द्वारा उनके पक्की नौकरी पाने के सपने को पूरा नहीं किया गया। रशीद की तरह और भी सैकड़ों लोग जलशक्ति विभाग में वर्षो से काम कर रहे हैं, लेकिन उनके सपने भी अभी स्थायी नौकरी पाने के अधूरे हैं। रशीद के परिवार में उसकी पत्नी, दो बेटे और दो बेटियां हैं। एक बेटा-बेटी की शादी हो चुकी है, लेकिन अभी एक बेटा और बेटी की शादी होना बाकी है।

रशीद की पत्नी कनीज फतीमा का कहना है कि पति की मौत के बाद परिवार में कमाने वाला कोई नहीं है। अगर सरकार और स्थानीय प्रशासन की तरफ से पति की जगह बेटे को अस्थायी नौकरी दी जाती है तो परिवार की कुछ हद तक समस्या हल हो जाएगी। 60 महीने से नहीं मिला वेतन

पौनी कस्बे के कोटा झाड़ गांव के वार्ड नंबर एक में रहने वाले 57 वर्षीय रशीद के निधन के बाद परिवार ने उनका 60 महीने का बकाया वेतन जारी करने की मांग की है। रशीद के बेटों का कहना है कि पापा की पक्की नौकरी पाने का सपना तो पूरा नहीं हुआ है, लेकिन विभाग अगर उनका 60 महीने का बकाया वेतन देता है, तो परिवार की कुछ हद तक समस्या हल हो सकती है। इसके अलावा पौनी के कई गणमान्य लोगों ने भी जलशक्ति विभाग के अधिकारियों से इस गरीब परिवार को पूरा सहयोग देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि रशीद पिछले 26 साल से लोगों को पानी की सप्लाई देने के लिए मेहनत और लगन से काम कर रहा था। रही बात परिवार के सदस्य को नौकरी देने की तो उसमें भले ही सरकार का प्रावधान स्थायी मुलाजिम की मौत के बाद नौकरी देने का रखा गया हो, लेकिन 26 साल तक अपनी सेवा देने वाले रशीद के परिवार को भी इंसाफ मिलना चाहिए।

जलशक्ति विभाग पौनी के यूनाइटेड फ्रंट के प्रधान परमजीत सिंह ने कहा कि रशीद के बेटे को अस्थायी तौर पर जल शक्ति विभाग में नौकरी दी जानी चहिए, ताकि परिवार के सदस्य अपने आप को उपेक्षित महसूस न करें। इसके अलावा रशीद के 60 महीने का बकाया वेतन भी जल्द जारी करना चाहिए। रशीद को वेतन कब तक मिला है, इसकी जांच कर बकाया वेतन बहुत जल्द जारी कर दिया जाएगा। परिवार द्वारा आवेदन देने के बाद सरकार से नौकरी के लिए गुजारिश की जाएगी, क्योंकि रशीद ने विभाग में 26 साल तक अपनी सेवा दी है।

- सुरेश गोस्वामी, एईई, जलशक्ति विभाग रियासी-पौनी


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