कोरोना संक्रमण को रोकने में सफल रही कलसोत पंचायत
अमित माही ऊधमपुर बेवजह घर से न निकलना बाहर निकलने पर शारीरिक दूरी का पालन कर
अमित माही, ऊधमपुर :
बेवजह घर से न निकलना, बाहर निकलने पर शारीरिक दूरी का पालन करना और मास्क पहनना। ये ऐसे असरदार उपाय हैं जो कोरोना के कदमों को आपके शहर, गांव और घरों में आने से रोक देंगे। जिले की मोंगरी तहसील की कलसोत पंचायत इसका उदाहरण है। जिले में प्रतिदिन 150 से 200 मामले आ रहे हैं, लेकिन ग्रामीणों की जागरूकता और बचाव के तरीके अपनाने से इस पंचायत को कोरोना महामारी प्रभावित नहीं कर पाई।
कलसोत पंचायत की आबादी 3,300 से अधिक है। दूसरी लहर में भी लोग नियमों का पालन करके कोरोना महामारी को गांव से दूर रखने में अब तक कामयाब हैं। बेवजह लोग कहीं आते-जाते नहीं हैं। जाते हैं तो मास्क जरूर पहनते हैं। दुकान पर खरीदारी करते समय शारीरिक दूरी का पूरी तरह पालन करते हैं। बाहर से लौटने के बाद हाथों को साबुन और पानी से धोते हैं। गांव से लोग ऊधमपुर भी नियमित जाते हैं और वहां पर सामान की खरीदारी भी करते हैं। इसके बावजूद वे संक्रमित नहीं हो रहे। लोग बताई गई बातों पर अमल करते हैं। ऐसा करके लोगों ने कोरोना को गांव में दाखिल होने से रोक रखा है। पहली लहर में एक युवक पाजिटिव आया था, मगर वह भी स्वस्थ हो गया था। उसके बाद अब तक कोई पाजिटिव मामला नहीं आया है। सरपंच कलसोत सविता देवी ने कहा कि ग्रामीण जागरूकता और जिम्मेदार हैं। कोरोना से बचाव के लिए सुझाए गए नियम कितने कारगर हैं, इसका अंदाजा कलसोत पंचायत को देखकर लग जाता है। इस पंचायत के लोगों ने नियमों का पालन अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना लिया है। इसका सकारात्मक प्रभाव है। कोरोना संक्रमण के तीव्र प्रसार के बीच पंचायत में कोरोना संक्रमण का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। यह ईश्वर की कृपा भी है, मगर साथ ही यह गांव के लोगों की नियमों का गंभीरता से पालन करने की वजह से भी है। यह इस बात का प्रणाम है कि निर्धारित नियमों का पालन कर कोरोना के बढ़ते कदम को रोका जा सकता है।
- इंदु कंवल चिब, डीसी ऊधमपुर कलसोत पंचायत में अभी तक कोरोना संक्रमण का मामला नहीं आया है। संभवत: इस गांव के लोग कोरोना से बचाव के निर्धारित नियमों का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं। इसके साथ ही शायद इस गांव में अभी तक अन्य राज्य से कोई भी व्यक्ति नहीं आया है। कोरोना से बचाव के लिए निर्धारित नियम बेहद कारगार हैं। यदि इनको पूरी जिम्मेदारी से अपनाया जाए तो कोरोना प्रसार को रोका जा सकता है।
- डा. अनिल सलोच, ब्लाक मेडिकल आफिसर पंचैरी