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माह के अंत तक कोरोना जांच में आएगी तेजी, 50 फीसद आरटीपीसीआर टेस्ट

अमित माही ऊधमपुर कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य विभाग ने जाच में तेजी ला दी है। गत माह

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 02:00 AM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 02:00 AM (IST)
माह के अंत तक कोरोना जांच में आएगी तेजी, 50 फीसद  आरटीपीसीआर टेस्ट
माह के अंत तक कोरोना जांच में आएगी तेजी, 50 फीसद आरटीपीसीआर टेस्ट

अमित माही, ऊधमपुर : कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य विभाग ने जाच में तेजी ला दी है। गत माह की तुलना में अप्रैल में जांच बढ़ाकर दुगनी कर दी गई है। इसके साथ ही आरटीपीसीआर टेस्टिंग भी बढ़ाई गई है। अप्रैल के अंत तक इसमें और तेजी लाई जाएगी।

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कोरोना महामारी के प्रसार की रोकथाम के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग कई कदम उठा रहा है। इसमें कोरोना वैक्सीनेशन बढ़ाने के साथ-साथ जांच का दायरा भी बढ़ा रहा है। अप्रैल माह में जितने टेस्ट हो रहे हैं, मार्च माह में प्रतिदिन औसतन उसके आधे टेस्ट होते थे। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक मार्च माह में प्रतिदिन 300 से 400 जांच होते थे, जबकि अप्रैल में प्रति दिन होने वाले औसत जांच की संख्या 750 से 800 के करीब रही। कई बार तो हजार से भी ज्यादा टेस्ट हो रहे हैं।

अगर स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर ध्यान दें तो अप्रैल माह के पहले पखवाड़े में कुल 11792 टेस्ट किए गए, जिसमें 741 लोगो की टेस्ट रिपोर्ट पाजिटिव पाए गए। स्वास्थ्य विभाग ने ऊधमपुर जिले में अप्रैल माह के पहले पखवाड़े में कुल 5535 आरटीपीसीआर टेस्ट किए, जिसमें से 682 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। इसके विपरीत जिले में उक्त अवधि में 6257 रैट (रैपिड एंटिजन टेस्ट) से की गई कोरोना जाच में महज 69 ही पॉजिटिव केस पाए गए हैं।

बहरहाल, इस समय जिले में होने वाले टेस्ट में से 35 से 40 फीसद ही आरटीपीसीआर टेस्टिंग की जा रही है। मौजूदा समय में स्क्रीनिंग के लिए सबसे पहले रैट से जाच की जाती है। इसके बाद आवश्यक होने पर आरटीपीसीआर जाच की जाती है। रैपिड जांच की रिपोर्ट मौके पर ही आ जाती है, जबकि आरटीपीसीआर की जाच रिपोर्ट आने में 3 दिन से 5 दिन का समय लगता है। जिला प्रशासन ने सरकारी विभाग के कर्मचारियों के लिए माह में एक बार आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया है। इसके चलते स्वास्थ्य विभाग भी जिले में आरटीपीसीआर की टेस्टिंग बढ़ाने जा रहा है।

कोट्स----

कोरोना के मामलों की शुरुआत में स्क्रीनिंग के लिए रैपिड एंटिजन टेस्ट (रैट) ही किए जाते हैं। यदि इस टेस्ट में नेगेटिव आन वाले किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्ष्ण होते हैं या आरटीपीसीआर जरूरी होता है। उसका आरटीपीसीआर टेस्ट किया जाता है। मार्च की तुलना में अप्रैल माह में टेस्टिंग बढ़ा कर तकरीबन दोगुनी कर दी गई है। अप्रैल अंत तक इसे और बढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही अभी 35 से 40 फीसद ही आरटीपीसीआर टेस्टिंग की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग का प्रयास अप्रैल अंत तक पचास फीसद आरटीपीसीआर और पचास फीसद रैट टेस्ट करने की है।

- डा. मोहम्मद यासीन, जिला कोरोना नोडल अधिकारी। बाक्स-----

ऊधमपुर जिले में अप्रैल के पहले पखवाड़े हुए आरटीपीसीआर टेस्ट और रेपिड टेस्ट तारीख---- आरटीपीसीआर टेस्ट---- पाजिटिव

1 अप्रैल---299--- 4

2 अप्रैल--218 -- 0

3अप्रैल-- 203-- 1

4 अप्रैल--- 762-- 3

5 अप्रैल----758---13

6 अप्रैल--- 761-- 35

7 अप्रैल-- 331 ---77

8 अप्रैल-- 229 -- 23

9 अप्रैल---219-- 28

10 अप्रैल---454--13

11 अप्रैल--450 -- 0

12 अप्रैल---224 ---153

13 अप्रैल--- 283--258

14 अप्रैल---144--- 36

15 अप्रैल--- 200-- 38

कुल ---- 5535----682

तारीख --- रेपिड टेस्ट--- पाजिटिव

1 - 667 --- 4

2 --- 218 --- 0

3 ---- 273 --- 4

4 ---243---- 4

5 --- 562---1

6 - 362 --2

7 --467 ---- 2

8 --- 371 ----12

9 --- 399--- 0

10---295 --- 4

11--- 222 --- 3

12 --- 760 --- 7

13 ----129 --6

14 ----445 ---1

15 ----842-- 9

कुल --- 6257 --- 59 (स्त्रोत:जिला स्वास्थ्य विभाग)


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