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National Panthers Party: बलवंत सिंह मनकोटिया के समर्थक बोले- परिवार की तरह, आखिरी सांस तक रहेंगे साथ

पार्टी तानाशाही से नही बल्कि सभी के सहयोग से चलती है। लोगों ने पार्टी चेयरमैन का नाम लिए बिना कहा कि पार्टी में कुछ लोग तानाशाह रवैया अपना कर काम कर रहे हैं जो पार्टी के नेताओं के सुझाव तक नहीं सुनते।

By Edited By: Published: Fri, 12 Feb 2021 07:14 AM (IST)Updated: Fri, 12 Feb 2021 07:30 AM (IST)
National Panthers Party: बलवंत सिंह मनकोटिया के समर्थक बोले- परिवार की तरह, आखिरी सांस तक रहेंगे साथ
मनकोटिया ने कहा आगे का फैसला लेने की कोई जल्दबाजी नहीं है।

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : पैंथर्स पार्टी से अलग होने के बाद पूर्व विधायक बलवंत सिंह मनकोटिया ने वीरवार को सभा आयोजित की। इसमें सैकड़ों की संख्या में उनके समर्थक और पैंथर्स पार्टी में प्रदेश, जिला स्तर के नेता, कई सरपंच और पार्षद मौजूद थे। पार्टी से अलग करने के वायरल वीडियो में उन्होंने वीरवार को समर्थकों के साथ आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श करने के लिए सभा के आयोजन की सूचना दे दी थी। सुबह से ही उनके समर्थक रिवायत बैंक्वेट हाल में पहुंचना शुरू हो चुके थे। इसके साथ ही उनके निवास पर पार्टी में उनके साथ कंधे से कंधा मिला कर चलने वाले जिला और प्रदेश स्तर के पदों पर काबिज रह चुके नेता भी शामिल थे।

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इस अवसर पर मनकोटिया ने समर्थकों से कहा कि अपने मन में किसी प्रकार की कोई बात न रखें। कुछ नहीं बदला है, आगे भी एक दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिला कर वैसे ही चलना है, जैसे चलते आए हैं। उन्होंने समर्थकों को भरोसा दिलाया कि उनको किसी भी विभाग से संबंधित या अन्य किसी तरह का काम पड़ता है, तो वह उनके पास आएं।

वह सबके लिए पहले की तरह उपलब्ध हैं, बल्कि अब पहले से ज्यादा बेहतर तरीके से लोगों की समस्याएं हल करवाने के लिए काम करेंगे। समर्थक उनके लिए परिवार की तरह हैं। उनकी समस्याएं हल करवाने के लिए वे अपनी आखिरी सांस तक इस परिवार के साथ रहेंगे।

उन्होंने समर्थकों से कहा कि जिस परिवार में 20 वर्ष तक रहे हों, उससे अलग होने के बाद उसके या उसके नेताओं के खिलाफ कोई बात करना शोभा नहीं देता। किसी से कोई नफरत नहीं है। पार्टी के छोटे या बड़े नेतृत्व के खिलाफ किसी तरह की नाराजगी नहीं है। हो सकता है कि मुझमें ही कोई कमी रही हो, उनके बाद शायद कोई दूसरा इस पार्टी को बेहतर तरीके से आगे ले जाए।

मनकोटिया ने कहा आगे का फैसला लेने की कोई जल्दबाजी नहीं है। जो भी फैसला लेंगे, धैर्य से और अपने सभी समर्थकों की सहमति से लेंगे। उन्होंने समर्थकों से किसी प्रकार की कोई ¨चता न करने की अपील की। पूरे कार्यक्रम के दौरान मनकोटिया के चेहरे पर मुस्कान छाई रही। मगर पत्रकारों से बातचीत के दौरान व कार्यकर्ताओं को संबोधित करते समय वह कई बार भावुक भी हुए और उनकी आंखें भी छलक आईं। तानाशाही से नहीं, सभी के सहयोग से चलती है पार्टी कार्यक्रम में मौजूद पैंथर्स पार्टी में शीर्ष पदों के कुछ नेताओं, सरपंचों, पंचों और पार्षदों ने भी विचार रखे।

उन्होंने कहा पार्टी तानाशाही से नही, बल्कि सभी के सहयोग से चलती है। लोगों ने पार्टी चेयरमैन का नाम लिए बिना कहा कि पार्टी में कुछ लोग तानाशाह रवैया अपना कर काम कर रहे हैं, जो पार्टी के नेताओं के सुझाव तक नहीं सुनते। उन्होंने कहा कि पैंथर्स पार्टी के ज्यादातर कार्यकर्ता पार्टी से ज्यादा मनकोटिया के साथ जुड़े हैं और उन पर पूरा विश्वास करते हैं। मनकोटिया जिस राह पर चलेंगे, कार्यकर्ता उनके साथ कंधे से कंधा मिला कर उनके साथ चलेंगे।

पार्टी प्रदेश सचिव धनी राम अत्री, सुदेश शर्मा, युवा इकाई के प्रदेश अध्यक्ष जगदेव ¨सह जग्गा, वरिष्ठ नेता अमर नाथ मेहरा सहित अन्य ने कहा कि वह मनकोटिया के साथ हैं। उन्होंने अगर कोई फैसला लिया है तो काफी सोच समझ कर लिया होगा।


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