रेलवे स्टेशन से लेकर बाण गंगा मार्ग तक ऑटो चालकों का कब्जा
संवाद सहयोगी कटड़ा आधार शिविर कटड़ा में ऑटो चालकों की अवैध पार्किंग से यातायात
संवाद सहयोगी, कटड़ा : आधार शिविर कटड़ा में ऑटो चालकों की अवैध पार्किंग से यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। रेलवे स्टेशन से कटड़ा के मुख्य बस अड्डे व दर्शन ड़्योढ़ी तक अवैध रूप से सड़कों पर खड़े ऑटो देशभर से आने वाले मां वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं के साथ ही स्थानीय लोगों के लिए सिरदर्द बन गए हैं। इसके बावजूद इनके खिलाफ न तो स्थानीय प्रशासन और न ही यातायात पुलिस कोई कार्रवाई कर रही है। इससे ऑटो चालकों के हौसले बुलंद हो गए हैं।
स्थानीय लोगों के साथ ही दूसरे राज्यों से आए मां वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं ने घोड़ा, पिट्ठू व पालकी की तरह ही ऑटो प्रबंध श्राइन बोर्ड को अपने हाथों में लेने की अपील की है। ताकि यातायात सेवा भी प्रभावित नहीं होगी और श्रद्धालुओं को भी राहत मिलेगी।
मां वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए आए जींद हरियाणा के रजनीश कवात्रा, मुंबई के पंकज जैन, हिमाचल के अशोक सिंह, उत्तर प्रदेश के उमेश यादव और दिल्ली के राकेश बरूटा ने श्राइन बोर्ड प्रशासन से आटो-रिक्शा का प्रबंध अपने हाथों लेने की अपील की है। उनका कहना था कि ऑटो चालकों की मनमानी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। ये सड़कों पर अवैध पार्किंग करने के साथ ही श्रद्धालुओं से मनमाना किराया भी वसूलते हैं। इससे देश में गलत संदेश जा रहा है। कई बार तो कटड़ा में इतना जाम हो जाता है कि श्रद्धालुओं की ट्रेनें भी छूट जाती हैं। वहीं श्रद्धालुओं के साथ दुर्व्यवहार भी करते हैं। श्रद्धालुओं ने कहा कि प्रशासन की नाके के नीचे ओवरलोडिंग कर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इससे स्थानीय लोगों के साथ ही देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
प्रीपेड बूथ भी निष्क्रिय
ऑटो-रिक्शा चालकों की मनमानी पर नकेल कसने के लिए कुछ साल पहले प्रशासन द्वारा पुलिस की सहायता से कस्बे के मुख्य बस अड्डे के पास काउंटर-2, रेलवे स्टेशन, बाणगंगा ऑटो स्टैंड, हेलीपैड, टर्मिनल प्वाइंट आदि स्थानों पर प्रीपेड सिस्टम लागू करने के लिए बूथ बनाए गए थे। कुछ दिनों तक ये बूथ सुचारु रहे, लेकिन उसके बाद ये प्रीपेड बूथ मात्र सफेद हाथी बनकर रह गए। ऑटो-रिक्शा चालक बिना किस की परवाह किए धड़ल्ले से श्रद्धालुओं से अधिक किरया वसूलने के साथ ही ओवरलोडिग तथा दुर्व्यवहार करने से बाज नहीं आ रहे हैं। हालांकि, श्रद्धालुओं की यह सारी शिकायतें निरंतर प्रशासन के पास पहुंच रही हैं। इसके बावजूद उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है।
चंद पैसों के लिए श्रद्धालुओं की जान से कर रहे खिलवाड़
आधार शिविर कटड़ा में चलने वाले ऑटो के परमिट हैं, लेकिन इनमें से ज्यादातर अवैध रूप से दौड़ रहे हैं। मौजूद समय में करीब 400 से 500 आटो-रिक्शा चल रहे हैं। लेकिन यात्रा का सीजन यानी अप्रैल से सितंबर माह के बीच इनकी संख्या बढ़कर करीब 1500 हो जाती है। इनमें से अधिकतर बिना जरूरी दस्तावेज के होते हैं। जो नगर में यातायात की समस्या पैदा करने के साथ ही श्रद्धालुओं के साथ मनमाना दाम वसूलते हैं। इस बात से प्रशासनिक अधिकारी भलीभांति अवगत हैं, लेकिन इसके बावजूद अवैध रूप से चलने वाले ऑटो चालकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। नगर में बाणगंगा मार्ग हो या फिर रेलवे मार्ग या मुख्य बाजार का प्रवेश द्वार, इन स्थानों पर आटो-रिक्शा चालकों ने कब्जा जमा रखा है।
ऑटो-रिक्शा का प्रबंधन हो श्राइन बोर्ड के हाथ: श्रद्धालु
देशभर से मां वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए रोजाना आ रहे हजारों श्रद्धालुओं ने श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड से घोड़ा, पिट्ठू व पालकी की तरह ऑटो रिक्शा का प्रबंधन अपने हाथों में लेने की अपील की। ताकि श्रद्धालुओं को परेशानियों से निजात मिल सके। गौरतलब है कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने जारी वर्ष के फरवरी माह में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए घोड़ा, पिट्ठू व पालकी आदि का प्रीपेड सिस्टम लागू कर दिया, जिससे भवन मार्ग श्रद्धालुओं के साथ हो रहे दुर्व्यवहार, ओवरचाíजंग आदि से पूरी तरह से मुक्ति मिल गई है। स्थानीय प्रशासन या फिर राज्य प्रशासन कहे तो ऑटो-रिक्शा का प्रबंधन श्राइन बोर्ड अपने हाथों लेने के लिए तैयार है, ताकि स्थानीय निवासियो के साथ ही श्रद्धालुओं को आधार शिविर कटड़ा में बेहतर सुविधाएं मिल सके। श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना श्राइन बोर्ड की पहली प्राथमिकता है।
-सिमरनदीप सिंह, सीईओ, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड