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लावारिस मवेशियों से मुक्ति दिलाने की कवायद, 32 मवेशी पकड़े

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : दैनिक जागरण के मुद्दा उठाने के बाद आखिरकार लोगों को लावारिस

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Apr 2018 02:08 AM (IST)Updated: Wed, 25 Apr 2018 02:08 AM (IST)
लावारिस मवेशियों से मुक्ति दिलाने की कवायद, 32 मवेशी पकड़े
लावारिस मवेशियों से मुक्ति दिलाने की कवायद, 32 मवेशी पकड़े

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : दैनिक जागरण के मुद्दा उठाने के बाद आखिरकार लोगों को लावारिस मवेशियों की समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए नगर परिषद ने प्रयास शुरू कर दिए। नगर परिषद ने इस समस्या के समाधान के लिए अपने कैटल पांड को दोबारा शुरू करते हुए दो दिन में 32 मवेशियों को जब्त किया है। नगर परिषद कैटल पांड को स्थायी तौर पर शुरू करने पर विचार भी कर रही है।

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सालों से सड़कों पर घूमने वाले लावारिस मवेशी लोगों की समस्या का कारण बने हुए हैं। नगर परिषद का कैटल पांड संचालित न होने की वजह से लावारिस मवेशियों को पकड़ा नहीं जा रहा था। लोग भी अपने मवेशियों का उपयोग के बाद चरने के लिए सड़कों पर खुला छोड़ देते थे। जिस वजह से लावारिस मवेशियों के झुंड सड़क पर घूमते हुए न केवल लोगों की परेशानी का सबब बल्कि हादसों की वजह भी बनते थे।

दैनिक जागरण ने 23 अप्रैल के अंक में लावारिस मवेशी बने लोगों के लिए सिरदर्द शीर्षक से खबर प्रकाशित कर इस समस्या को उठाया। जिसके बाद डीसी ऊधमपुर ने हस्तक्षेप कर नगर परिषद को इस समस्या को हल करने के निर्देश दिए। जिसके बाद नगर परिषद ने सोमवार से शहर में घूमने वाले लावारिस मवेशियों को पकड़ कर कार्रवाई शुरू की। इसके साथ ही मवेशियों को रखने के लिए कैटल पांड में मवेशियों के लिए पानी और चारे की अस्थायी तौर पर व्यवस्था भी की।

इस बारे में नगर परिषद के सीईओ संतोष कोतवाल ने बताया कि सोमवार और मंगलवार को दो दिन में नगर परिषद ने अब तक कुल 32 लावारिस मवेशियों को पकड़ कर जब्त किया है। इन सभी को कैटल पांड में रखा गया है। दो मवेशियों के मालिकों के आने पर उनके मवेशियों के 500-500 रुपये के कंपाउंड चालान कर मवेशियों को छोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि छोड़ने से पहले मवेशियों को लेने आए उनके मालिकों के साथ फोटो करवा कर रिकार्ड भी रखा गया है। भविष्य में वही मवेशी दोबारा पकड़े जाने पर भारी भरकम जुर्माना किया जाएगा।

कोतवाल ने बताया कि कैटल पांड में पर्याप्त सुविधाएं न होने के कारण उसमें ज्यादा मवेशियों को रखना संभव नहीं है। फिलहाल इसे अस्थायी तौर पर शुरू किया गया है। पानी और चारे की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही दो कर्मचारियों को कैटल पांड की जिम्मेदारी दी गई है। डीसी ऊधमपुर ने थाना प्रभारी ऊधमपुर को मवेशियों की निगरानी कराने की व्यवस्था कराने को कहा है। नगर परिषद कैटल पांड को अपने स्तर पर ही संचालित करने पर भी विचार कर रही है।


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