Move to Jagran APP

International tourism मानचित्र पर स्थापित होगा वुलर झील, संरक्षण कार्यों का लिया जायजा

केंद्र सरकार के जनपहुंच कार्यक्रम के तहत आज जिला बांडीपोर का दौरा करते हुए केंद्रीय पर्यावरण वन जलवायु परिवर्तन श्रम और रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव विभिन्न जन प्रतिनिधिमंडलों से मिलने के अलावा जीर्णोद्धार और संरक्षण कार्यों का निरीक्षण ई-उद्घाटन किया और कई विकास परियोजनाओं की नींव रखी।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Sat, 09 Oct 2021 08:29 AM (IST)Updated: Sat, 09 Oct 2021 08:29 AM (IST)
International tourism मानचित्र पर स्थापित होगा वुलर झील, संरक्षण कार्यों का लिया जायजा
मंत्री भूपेंद्र यादव ने 1.53 करोड़ की लागत से तैयार अरमपोरा फिल्ट्रेशन प्लांट का भी उद्घाटन किया।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : केंद्रीय पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन, श्रम और रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने वुल्लर झील के संरक्षण कार्यों का जायजा लेते हुए कहा कि बांडीपोर को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने में यह झील बहुत अहम साबित होगी। उन्होंने कहा कि यह झील एशिया में ताजे पानी की सबसे बड़ी झील मानी जाती है। हमें इसका संरक्षण करना चाहिए। यह पूरे क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य काे बदलने में समर्थ है।

loksabha election banner

केंद्र सरकार के जनपहुंच कार्यक्रम के तहत आज जिला बांडीपोर का दौरा करते हुए केंद्रीय पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन, श्रम और रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव विभिन्न जन प्रतिनिधिमंडलों से मिलने के अलावा जीर्णोद्धार और संरक्षण कार्यों का निरीक्षण, ई-उद्घाटन किया और कई विकास परियोजनाओं की नींव रखी।

उन्होंने हिलालाबाद नेस्बाल में तीन करोड़ की अनुमानित लागत से तैयार होने सार्वजनिक पार्क की आधारशिला रखने के अलावा 1.53 करोड़ की लागत से तैयार अरमपोरा फिल्ट्रेशन प्लांट का भी उद्घाटन किया। इससे लगभग 79000 लोगों की आबादी को लाभ होगा। केंद्रीय मंत्री ने बांडीपोरा के विभिन्न हिस्साों में बैक टू विलेज प्रोग्राम, मनरेगा और 14वें एफसी के तहत 2.62 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सड़कों, गलियों और पुलियों का भी उद्घाटन किया।

मंत्री ने वुल्लर झील के संरक्षण और विकास कार्याें कार्याे और झील के आस पास के इलाकों मे जारी पर्यटन बुनियादी ढांचा विकास कार्य काभी जायजा लिया। उन्होंने कहा कि वुल्ल झील में मछली उत्पादन के सबसे बड़े स्रोत के अलावा पर्यटन की भी अपार संभावनाएं हैं और यदि इसका दोहन किया जाए तो यह स्थानीय आबादी की सामाजिक आर्थिक स्थिति को बदल सकती है। मंत्री को संबधित अधिकारियों ने बताया कि झील के संरक्षण और प्रबंधन के लिए 200 करोड़ रुपये की वुल्लर कार्य योजना को मंजूरी मिलने के बाद वुलर संरक्षण परियोजना के तहत बड़े पैमाने पर काम शुरू किया गया है।

मंत्री ने झील के संरक्षण और जिले में पर्यटन क्षेत्र के उत्थान के लिए केंद्र शासित प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की और अधिकारियों से अतिरिक्त उत्साह के साथ काम करने का आग्रह किया ताकि वुलर झील को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर लाया जा सके। मंत्री ने स्वच्छता अभियान में भी भाग लिया और “आजादी का अमृत मोहत्सोव“ के हिस्से के रूप में शुरू किए गए वुलर स्वच्छता अभियान का उद्घाटन किया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों द्वारा वुलर विंटेज पार्क में उनके प्रदर्शन और चल रही गतिविधियों को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न स्टॉल लगाए गए। मंत्री ने सभी स्टालों का निरीक्षण किया और इन स्टालों पर कर्मचारियों और आगंतुकों के साथ बातचीत की।

मंत्री ने जल निकायों की सफाई के लिए मोहम्मद रफीक वानी, वृक्षारोपण अभियान के लिए मुबाशीर जावीद, मोटर बोट शकारा के विशेषज्ञ सुहैल तारिक डार बचावकर्ता और कोविड शमन प्रयासों के दौरान अथक परिश्रम करने वाले कर्मचारी मंजूर अहमद सहित छात्रों और स्वयंसेवकों को सम्मानित किया। उन्होंने एक पुस्तिका “पिक्टोरियल गाइड टू बर्ड्स ऑफ वूलर“ का भी विमोचन किया जो पर्यटकों को झील में मौजूद प्रवासी पक्षियों के बारे में अन्य संबंधित जानकारी देने में मदद करेगी। मंत्री ने वुल्लर झील के किनारे रहने वाले स्थानीय लोगों के बीच सोलर लाइट, स्कूल किट और अनाथों के बीच समावेशी शैक्षिक किट भी वितरित किए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.