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मंदिरों में पूजा- अर्चना के बाद बांटा गया प्रसाद

पवित्र नवरात्र के दौरान श्रद्धालुओं ने मंदिरों में पहुंचकर माथा टेकने के अलावा पूजा अर्चना की। नवरात्र के दौरान शिवखोड़ी में भोले बाबा के दर्शन करने के लिए करीब 2 हजार श्रद्धालु पहुंचे। शनिवार सुबह सबसे पहले भक्तों ने मंदिरों में माथा टेकने के बाद कंजक पूजन कर प्रसाद बांटा। शिवखोड़ी में भी श्रद्धालुओं ने भोले बाबा के शिवलिग पर पंडितों के माध्यम से दूध जल बेल पत्ते धोती गढ़वा आदि चढ़ाने के बाद कंजकों में प्रसाद बांटा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 08:36 AM (IST)Updated: Sun, 25 Oct 2020 08:36 AM (IST)
मंदिरों में पूजा- अर्चना के बाद बांटा गया प्रसाद
मंदिरों में पूजा- अर्चना के बाद बांटा गया प्रसाद

संवाद सहयोगी, पौनी : पवित्र नवरात्र के दौरान श्रद्धालुओं ने मंदिरों में पहुंचकर माथा टेकने के अलावा पूजा अर्चना की। नवरात्र के दौरान शिवखोड़ी में भोले बाबा के दर्शन करने के लिए करीब 2 हजार श्रद्धालु पहुंचे। शनिवार सुबह सबसे पहले भक्तों ने मंदिरों में माथा टेकने के बाद कंजक पूजन कर प्रसाद बांटा। शिवखोड़ी में भी श्रद्धालुओं ने भोले बाबा के शिवलिग पर पंडितों के माध्यम से दूध, जल, बेल पत्ते, धोती गढ़वा आदि चढ़ाने के बाद कंजकों में प्रसाद बांटा। इस बार कोरोना महामारी के कारण शिवखोड़ी में मात्र दो हजार के करीब श्रद्धालु ही पहुंचे हैं। जिन श्रद्धालुओं ने भोले बाबा के दर्शन किए हैं उन्होंने इससे पहले कटड़ा में माता वैष्णो देवी के दर्शन किए थे। शिवखोड़ी श्राइन बोर्ड के मैनेजर राकेश शर्मा के अनुसार कोरोना महामारी के कारण बहुत कम संख्या में श्रद्धालुओं को दर्शन करने की अनुमति दी जा रही है। जब तक हालात सामान्य नहीं होते हैं, तब तक अधिक श्रद्धालुओं को दर्शन करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। वही, दुर्गा माता मंदिर, राधा कृष्ण मंदिर काहना, नरसिंह मंदिर पौनी आदि में पूजा अर्चना करने के बाद श्रद्धालुओं ने प्रसाद बांटा । दुर्गा माता मंदिर काहना के पुजारी कृष्ण लाल ने बताया वह प्रत्येक वर्ष नवरात्र समापन के बाद मंदिर में हवन एवं पूजन के बाद भंडारे का आयोजन करते हैं। देर शाम को मंदिर में भजन-कीर्तन आदि भी किया गया है।

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