Jammu And Kashmir: झेलम किनारे बना आतंकियों का भूमिगत ठिकाना ध्वस्त, हथियार बरामद
Jammu And Kashmir अवंतीपोरा के पास झेलम दरिया के किनारे लश्कर के दो कमरों के भूमिगत ठिकाने को ध्वस्त कर दिया। यहां से राशन पीने का पानी दवा कुछ बिस्तर एक पिस्तौल एक मैगजीन एसाल्ट राइफल के 2091 कारतूस और तीन ग्रेनेड मिले हैं।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। Jammu And Kashmir: पुलिस ने शुक्रवार को अवंतीपोरा के पास झेलम दरिया के किनारे लश्कर के दो कमरों के भूमिगत ठिकाने को ध्वस्त कर दिया। यहां से राशन, पीने का पानी, दवा, कुछ बिस्तर, एक पिस्तौल, एक मैगजीन, एसाल्ट राइफल के 2091 कारतूस और तीन ग्रेनेड मिले हैं। इस ठिकाने का इस्तेमाल करने वाले आतंकियों के कावनी व उसके आसपास छिपे होने की आशंका के बाद सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान छेड़ दिया है। कावनी में कुछ संदिग्धों की निगरानी भी की जा रही है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि यह आतंकी ठिकाना कावनी गांव के बाहरी छोर पर था। इसमें प्रवेश के लिए बना करीब ढाई फीट चौड़ा रास्ता लोहे के ढक्कन से बंद था। इसमें दो कमरे थे। प्रत्येक कमरे की ऊंचाई आठ फीट थी। एक कमरा 70 जबकि दूसरा 49 वर्ग फीट का था। शौचालय भी था।
पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार सुबह ठिकाने का पता चलते ही सेना और सीआरपीएफ की 185वीं वाहिनी के साथ मिलकर दबिश दी गई। जवानों के पहुंचने से पहले ही आतंकी फरार हो चुके थे। भीतर के हालात को देखकर लगता था कि आतंकी चार-पांच दिन पहले तक कमरे में रुके होंगे।
सेना ने किश्तवाड़ में भी किया आतंकी ठिकाना ध्वस्त
सेना और पुलिस ने किश्तवाड़ जिले मारभा नवापाची के जंगलों में आतंकी ठिकाना ध्वस्त कर भारी मात्रा में हथियार बरामद किए हैं। बरामद हथियारों में एक आरपीजी गन की गोली, दो चीनी पिस्टल, इसकी मैगजीन, सात चीनी ग्रेनेड और एके-47 की 120 गोलियां और कुछ दवा तथा खाने पीने का सामान बरामद हुए हैं। सूचना मिली कि किश्तवाड़ के दूरदराज इलाके मारभा नवापाची के जंगलों में आतंकी गतिविधियां चल रही थीं। उसके बाद सेना ने पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के जवानों के साथ मिलकर इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान सेना ने एक आतंकी ठिकाने को ध्वस्त कर दिया। सुरक्षा बल पता लगा रहे हैं कि ठिकाना किस आतंकी संगठन का है। बताया जा रहा है कि हिजबुल का कमांडर अमीन बट उर्फ जहांगीर सरूरी तथा मारवा इलाके के रहने वाले रियाज अहमद और उसके साथी कई दिन से इसी इलाके में सक्रिय हैं, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिला है।