अनंतनाग में आइएसजेके के दो आतंकी ढेर
पुलिस को तड़के ही पता चला था कि गत शुक्रवार को बिजबेहाड़ा में सीआरपीएफ कर्मी और एक छह वर्षीय बच्चे की हत्या में लिप्त आतकी वगहामा में अपने किसी सपर्क सूत्र के पास रुके हुए हैं।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: सुरक्षाबलों ने मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के वगहामा (अंनतनाग) में दो आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया। इन दोनों स्थानीय आतंकियों का संबंध इस्लामिक स्टेट ऑफ जम्मू कश्मीर (आइएसजेके) से था। बीते चौबीस घंटों में अनंतनाग में दो अलग मुठभेड़ों में पांच आतंकी मारे गए हैं। सोमवार को ही अनंतनाग के रुनीपोरा में हिजबुल कमांडर समेत तीन आतंकी मारे थे। इन्हें मिलाकर सिर्फ जून माह में ही सुरक्षाबलों ने वादी में 46 आतंकी ढेर किए हैं।
पुलिस को तड़के ही पता चला था कि गत शुक्रवार को बिजबेहाड़ा में सीआरपीएफ कर्मी और एक छह वर्षीय बच्चे की हत्या में लिप्त आतकी वगहामा में अपने किसी सपर्क सूत्र के पास रुके हुए हैं। पुलिस ने सेना व सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर आतकियों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया। जवानों ने जैसे ही घेराबदी करते हुए आगे बढ़ने का प्रयास किया, आतकियों ने घेराबदी तोड़ भागने के लिए जवानों पर फायरिंग की। जवानों ने खुद को बचाते हुए जवाबी फायर कर आतकियों को मुठभेड़ में उलझा लिया। सूत्रों ने बताया कि सुबह साढ़े चार बजे के करीब पहली गोली चली थी। इसके बाद दोनों तरफ से लगभग डेढ़ घटे तक रुक-रुक कर गोलीबारी हुई। आतकियों की तरफ से फायरिंग बद होने पर जवानों ने मुठभेड़ स्थल की तलाशी ली तो दो आतकियों के शव मिले। आतकियों से हथियार भी बरामद कर लिए गए हैं। मारे गए आतकियों में अनतनाग का यावर अहमद उर्फ अबू तल्हा व कुलगाम का उकाशा मुज्जफर उर्फ अबू हुरैरा शामिल हैं और बिजबेहाड़ा में सीआरपीएफ हमले में शामिल थे। त्राल में देर रात मुठभेड़ शुरू, कुछ आतंकी घिरे
पुलवामा जिले में त्राल के बिलालबाद में मंगलवार देर रात मुठभेड़ शुरू हो गई है। मुठभेड़ में कुछ आतंकियों के घिरे होने की सूचना है। दोनों तरफ से गोलाबारी बंद है। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि अभी आतंकियों के मारे जाने या भाग जाने की पुष्टि नहीं की जा सकती है। आसपास के घरों से कुछ लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर ग्रेनेड हमला
पुलवामा में आतंकियों ने मंगलवार को पोस्ट ऑफिस के पास सीआरपीएफ की 183वीं वाहिनी के जवानों पर ग्रेनेड से हमला किया गया। ग्रेनेड जवानों के पास सड़क पर गिरा, लेकिन इसमें धमाका नहीं हुआ। जवानों ने उसी समय आसपास खड़े आम लोगों को हटाते हुए पूरे इलाके को घेर लिया। इसके बाद बम निरोधक दस्ते ने ग्रेनेड को निष्क्रिय कर दिया।