Kashmir Tulip Garden: 15 लाख फूलों के साथ आज खुलेगा एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन
बिना मास्क प्रवेश पर प्रतिबंध कोरोना संक्रमण के चलते एसओपी का सख्ती से पालन होगा। बिना मास्क के अंदर नहीं जाने दिया जाएगा। प्लास्टिक पर प्रतिबंध है। अंदर खाने का सामान नहीं मिलेगा। हमने सैनिटाइजर का भी बंदोबस्त रखा है।
जागरण टीम, श्रीनगर: एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन में खूबसूरत फूलों को निहारने का इंतजार खत्म हो गया है। ट्यूलिप के 15 लाख फूलों की बहार के साथ यह बाग वीरवार यानी आज पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। डल झील के किनारे स्थित इस बाग में 64 किस्मों के खिले ट्यूलिप के फूलों की खूबसूरती से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी प्रभावित हुए बिना नहीं रहे।
उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल पर बाग की तस्वीरों को साझा करते हुए लोगों से एक बार कश्मीर में ट्यूलिप महोत्सव और कश्मीरियों की मेहमाननवाजी का आनंद लेने को कहा है। उन्होंने लिखा है कि जब भी आपको मौका मिले, जम्मू कश्मीर जरूर जाएं और वहा के ट्यूलिप महोत्सव का आनंद लें। इस बार बाग को हॉलैंड के कोकनहाफ बाग की तरह सजाया जा रहा है।
प्रसिद्ध डल झील के किनारे जब्रवान पहाड़ी की गोद में आबाद ट्यूलिप गार्डन पिछले साल कोरोना संक्रमण के चलते बंद रहा था। सैलानियों को दो साल बाद अब ट्यूलिप को निहारने का मौका मिल रहा है। बाग में सिर्फ ट्यूलिप ही नहीं, गुलाब के फूल भी होंगे। चेरी और खुबानी के पेड़ों पर खिले फूल भी पर्यटकों को वादी में बहार का यकीन दिलाएंगे। मार्च-अप्रैल 2019 में 13 लाख ट्यूलिप इस बाग में खिले थे। इस बार करीब 62 प्रजातियों के ट्यूलिप होंगे। बीते साल 54 प्रजातियों के फूल उगाए थे। और आकर्षक बनाने के लिए कुछ नए प्रयोग किए हैं। रंगारंग सास्कृतिक कार्यक्रम, कश्मीरी फूड फेस्टिवल भी होगा।
इस वर्ष प्रशासन ने वादी के प्रसिद्ध पयर्टनस्थल सोनमर्ग व बादामबाड़ी को भी खोल दिया है। 2007 में पहली बार खुला था एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन 2007 में पहली बार खोला गया था। इसे इंदिरा गाधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन कहा जाता है। 90 एकड़ से अधिक भूमि पर फैले इस बाग में हर रंग का ट्यूलिप खिलता है। यह मार्च-अप्रैल में पर्यटकों को आकर्षित करने का सबसे बड़ा जरिया है। वर्ष 2011 में लगभग 70 हजार पर्यटकों ने इसकी सैर की थी। एक अप्रैल से सांस्कृतिक कार्यक्रम पयर्टन विभाग के सचिव सरमद हफीज ने कहा कि बागबानी विभाग ने सभी तैयारियां कर ली हैं।
पयर्टन विभाग ने भी सैलानियों के मनोरंजन का सामान तैयार कर रखा है। अप्रैल के पहले सप्ताह से प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। बागवानी विभाग के निदेशक शेख फैयाज ने कहा कि बीते साल ट्यूलिप बाग कोरोना महामारी पर रोकथाम के लिए लागू प्रोटोकाल के तहत बंद रखा गया था। कोरोना का संकट अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है, इसलिए हम पूरा एहतियात बरत रहे हैं।
बिना मास्क प्रवेश पर प्रतिबंध कोरोना संक्रमण के चलते एसओपी का सख्ती से पालन होगा। बिना मास्क के अंदर नहीं जाने दिया जाएगा। प्लास्टिक पर प्रतिबंध है। अंदर खाने का सामान नहीं मिलेगा। हमने सैनिटाइजर का भी बंदोबस्त रखा है। बाग में पेयजल के लिए आरओ और वाटर एटीएम की सुविधा मिलेगी।