Move to Jagran APP

जान बचाने के लिए भागे फिर रहे आतंकी

राज्य ब्यूरो श्रीनगर कश्मीर में आतंकियों को जान बचाने के लिए जगह नहीं मिल रही है। इस सम

By JagranEdited By: Published: Sat, 04 Jul 2020 08:54 AM (IST)Updated: Sat, 04 Jul 2020 08:54 AM (IST)
जान बचाने के लिए भागे फिर रहे आतंकी
जान बचाने के लिए भागे फिर रहे आतंकी

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर में आतंकियों को जान बचाने के लिए जगह नहीं मिल रही है। इस समय आतंकी अपनी जान बचाने के लिए भागे फिर रहे हैं। वह अपने लिए नए ठिकाने तलाश रहे हैं। वह जहां भी जाएंगे, मारे जाएंगे। पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) कश्मीर रेंज विजय कुमार ने बताया कि वीरवार की रात श्रीनगर में हुई मुठभेड़ में मारा गया आतंकी जाहिद दास है और आइएसजेके से जुड़ा था।

loksabha election banner

आरटीसी हुमहामा में शहीद सीआरपीएफ कर्मी को श्रद्धांजलि देने के बाद पत्रकारों से बातचीत में आइजी ने कहा कि इस समय आतंकी जान बचाने लिए भागते फिर रहे हैं। गौरतलब है कि वीरवार की रात श्रीनगर के मलबाग जकूरा इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच एक मुठभेड़ हुई थी। इसमें सीआरपीएफ कर्मी निवासी साहिबगंज झारखंड शहीद हो गया था। मुठभेड़ में अनंतनाग का आइएसजेके का कमांडर जाहिद दास मारा गया है। जाहिद दास ने ही बीते शुक्रवार को बिजबेहाड़ा में सीआरपीएफ के जवानों पर हमला किया था, जिसमें एक सीआरपीएफ कर्मी शहीद और छह वर्षीय बच्चा निहान मारा गया था। जाहिद वर्ष 2019 से सक्रिय था। जाहिद का मारा जाना बड़ी कामयाबी

आइजीपी ने कहा कि जाहिद दास का मारा जाना सुरक्षाबलों के लिए एक बहुत बड़ी कामयाबी है। वह बिजबेहाड़ा अनंतनाग में आइएसजेके के पांच आतंकियों के एक मॉडयूल की अगुआई करता था। अब इस मॉड्यूल के सिर्फ दो आतंकी बचे हैं। जाहिद ने ही 2019 मे मुफ्ती सज्जाद के पीएसओ से हथियार लूटे थे। वह बहुत शातिर अपराधी था। श्रीनगर आतंकवाद मुक्त नहीं

आतंकियों ने श्रीनगर में सुरक्षाबलों ने हमला नहीं किया है, हमने ही प्रो एक्टिव एप्रोच के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई की है। श्रीनगर में बीते दो माह के दौरान तीन बार मुठभेड़ हुई है और तीनों ही बार सुरक्षाबलों ने आतंकियों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर अभियान चलाया जो मुठभेड़ में बदला है। उन्होंने कहा कि किसी भी जिले में आतंकियों के हमले न होना या उनकी सुरक्षाबलों से मुठभेड़ न होना, इस बात का सुबूत नहीं है कि वह इलाका आतंकवाद से मुक्त है। श्रीनगर आतंकवाद मुक्त नहीं है। श्रीनगर और उसके साथ सटे इलाकों में आतंकी इलाज कराने, पैसा लेने और अपने साथियों से बैठक के लिए आते हैं। जब तक आतंकवाद है, श्रीनगर में आतंकी आते जाते रहेंगे। हम आतंकियों को ट्रैक कर उन्हें मार गिराते रहेंगे। मोस्ट वांटेड आतंकियों को ट्रैक कर रहे

सुरक्षाबलों द्वारा 12 मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची तैयार किए जाने पर आइजी ने कहा कि हम इन सभी को ट्रैक कर रहे हैं। इनके ठिकानों पर लगातार दबिश दी जा रही है। यह जल्द ही मारे जाएंग। इनमें पांच हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी हैं और तीन लश्कर के और चार जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी हैं। पांच लाख का इनामी था आतंकी जाहिद दास

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: दक्षिण कश्मीर के बिजबेहाड़ा और उसके साथ सटे इलाकों में बीते एक साल से आतंक का पर्याय बना पांच लाख का इनामी आतंकी जाहिद दास बीती रात श्रीनगर में मारा गया। उसका दूसरा साथी बच निकला। जाहिद इस्लामिक स्टेट जम्मू कश्मीर का आतंकी था। उसने ही शुक्रवार को बिजबेहाड़ा में एक सीआरपीएफ कर्मी और एक छह वर्षीय बच्चे की हत्या की थी।

वीरवार की रात को पुलिस को अपने तंत्र से हजरतबल से कुछ दूरी पर मलबाग-जकूरा में आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी। पुलिस ने सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर आतंकियों के ठिकाने की घेराबंदी करते हुए जैसे ही आगे बढ़ने का प्रयास किया। आतंकियां ने उन पर फायर कर दिया। बताया जा रहा है कि एक नामी आतंकी घेराबंदी में फंसा था। इसी दौरान एक आतंकी अचानक सामने आया और उसने सुरक्षाबलों पर सामने से ताबड़तोड़ गोलियां चलाई। इसमें तीन जवान गंभीर घायल हो गए। जवानों ने भी जवाबी गोली चलाई ओर वह आतंकी मारा गया, लेकिन उसका साथी अंधेरे का लाभ उठाकर भाग निकला। इस बीच, अस्पताल में भर्ती कराए गए तीन सीआरपीएफ कर्मियों में कुलदीप कुमार उरवन ने दम तोड़ दिया। वह साहिबगंज बिहार का रहने वाला था।

शुरू में कहा जा रहा था कि मारा गया आतंकी शोपियां का रहने वाला सज्जाद है। उसके परिजनों ने शव देखकर कहा कि यह सज्जाद नहीं है, बल्कि जाहिद है। इसके बाद जाहिद के रिश्तेदार बुलाए गए और उन्होंने इसकी पुष्टि कर दी। वर्ष 2019 से आतंकी संगठन में सक्रिय जाहिद दास इस्लामिक स्टेट के आतंकी मुगीस मीर का रिश्तेदार है। मुगीस मीर नवंबर 2017 जकूरा में हुई मुठभेड़ में मारा गया था। इस मुठभेड़ में एक पुलिस सब इंस्पेक्टर इमरान टाक शहीद हो गया था। जून 2019 को जाहिद दास के एक अन्य रिश्तेदार आदिल रहमान दास को हिजबुल मुजाहिदीन व लश्कर के आतंकियों ने एक बैठक के बहाने बुला मार डाला था। आदिल दास वर्ष 2018 मं आतंकी बना था। पहले वह हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था और उसके बाद वह इस्लामिक स्टेट का आतंकी बन गया था। इससे हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी उससे नाराज थे। इसी साल पांच फरवरी को श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र परिपोरा में सुरक्षाबलों ने इस्लामिक स्टेट आफ जम्मूश्मीर के तीन आतंकियों को मार गिराया था। इनमें एक आतंकी खतीब दास था जो बीती रात मारे गए जाहिद का ही रिश्तेदार था। जाहिद के गुट के दो ही आतंकी बचे

जाहिद से पूर्व उसके तीन आतंकी रिश्तेदार बीते तीन सालों में सुरक्षाबलों के साथ अलग अलग मुठभेड़ों में मारे जा चुके हैं। जाहिद दास को आइएसजेके ने बिजबेहाड़ा का एरिया कमांडर बनाया था। उसके गुट में पांच आतंकी थे, जिनमें से तीन मारे गए हैं। उसके गुट के दो ही आतंकी अब जिंदा बचे हैं।

----------


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.