Terrorist Attack in Anantnag: अमरनाथ यात्रा से पहले बड़ा आतंकी हमला, सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद
Terrorist Attack in Anantnag. जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गए। इस दौरान एक आतंकी भी मारा गया है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। एक जुलाई से शुरू हो रही श्री अमरनाथ यात्रा से पहले बुधवार को आतंकियों ने दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में सुरक्षाबलों पर घात लगाकर हमला किया। इस हमले में सीआरपीएफ के दो एएसआइ और तीन कांस्टेबल शहीद हो गए। जवाबी कार्रवाई में एक आतंकी भी मारा गया। इस हमले में चार जवान, अनंतनाग के थाना प्रभारी और एक युवती सहित छह लोग घायल हो गए।
आतंकी सड़क किनारे आम लोगों के बीच छिपे थे। हमले के बाद भाग निकले आतंकियों की तलाश में सुरक्षाबलों ने अभियान छेड़ दिया है। यह हमला उस जगह हुआ जहां से श्री अमरनाथ यात्रा गुजरेगी। यह जगह पहलगाम-अनंतनाग मार्ग पर ही है। इस हमले ने राज्य प्रशासन के सुरक्षा प्रबंधों पर भी सवाल खड़ा कर दिया है। इससे पहले इसी साल 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे।
इस बीच, अल-उमर मुजाहिदीन आतंकी संगठन के प्रवक्ता ने हमले के करीब आधे घंटे बाद स्थानीय पत्रकारों को फोन कर हमले की जिम्मेदारी ली। आतंकी संगठन के प्रवक्ता ने भविष्य में सुरक्षाबलों पर अपने हमलों में और तेजी लाने की धमकी भी दी है।
लोगों के बीच छिपे थे आतंकी
जानकारी के अनुसार, शाम करीब 4.55 बजे सीआरपीएफ की 116वीं वाहिनी और राज्य पुलिस के जवानों के एक संयुक्त कार्यदल ने अनंतनाग में केपी रोड पर आक्सफोर्ड स्कूल के पास नाका लगाया था। इसी दौरान आतंकी सड़क किनारे खड़े लोगों के बीच ही कहीं छिपे बैठे थे। उन्होंने मौका पाते ही सुरक्षाबलों पर हमला कर दिया। इस हमले में नौ सुरक्षाकर्मी और वहां से गुजर रही एक युवती समेत 10 लोग घायल हो गए।
थाना प्रभारी अनंतनाग अरशद अहमद खान व अन्य जवानों ने जवाबी फायर किया। करीब 20 मिनट तक चली मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया, लेकिन उनके अन्य साथी वहां से भाग निकले। आतंकियों से मुठभेड़ में थाना प्रभारी भी जख्मी हो गए।
अस्पताल में तोड़ा दम
हमले की सूचना मिलते ही सीआरपीएफ और पुलिस के आलाधिकारी अपने दल बल समेत मौके पर पहुंच गए। उन्होंने पूरे इलाके की घेराबंदी करते हुए मारे आतंकी के अन्य साथियों की धरपकड़ के लिए तलाशी अभियान चलाया। इसके साथ ही उन्होंने वहां जख्मी सुरक्षाकर्मियों व अन्य लोगों को अस्पताल पहुंचाया। जिला अस्पताल में सीआरपीएफ के दो एएसआइ समेत पांच जवानों ने दम तोड़ दिया।
अन्य घायल सीआरपीएफ कर्मियों व पुलिसकर्मियों को जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद श्रीनगर स्थित सेना के 92 बेस अस्पताल ले जाया गया। जिला अस्पताल अनंतनाग के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. अब्दुल मजीद महराब ने बताया कि घायल महिला सनोवर जिला अस्पताल में ही उपचाराधीन है। उनकी टांग में गोली लगी है।
विदेशी हो सकता है मारा गया आतंकी
एसएसपी अनंतनाग अल्ताफ खान ने बताया कि मारे गए आतंकी की पहचान का पता लगाया जा रहा है। वह विदेशी हो सकता है। फिलहाल हमले के बाद पूरे इलाके में सुरक्ष व्यवस्था बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही अनंतनाग और उसके साथ सटे इलाकों में आतंकियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
थाना प्रभारी की बहादुरी व सूझबूझ से बची कई जानें
आतंकियों ने जब सीआरपीएफ व पुलिस के संयुक्त नाका पार्टी पर हमला किया तो अनंतनाग के थाना प्रभारी अरशद अहमद खान भी वहां तैनात थे। हमला होते ही उन्होंने तुरंत मोर्चा संभाला। उन्होंने देखा कि आतंकी लोगों की भीड़ में छिपकर गोलीबारी कर रहे थे। इस पर थाना प्रभारी ने आम लोगों की सुरक्षा को देखते हुए अपने जवानों को संयम बरतने को कहा। लोगों की भीड़ कम होने के साथ ही थाना प्रभारी ने आतंकियों को मुठभेड़ में उलझा लिया। जवाबी कार्रवाई के दौरान सीने में गोली लगने से वह बुरी तरह घायल हो गए और अन्य आतंकी भाग गए। थाना प्रभारी की सूझबूझ से कई जानें बच गईं। बाद में थाना प्रभारी को तुरंत अनंतनाग जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां से उन्हें बेहतर उपचार के लिए श्रीनगर रेफर कर दिया गया। थाना प्रभारी की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें गुरुवार सुबह एयर एंबुलेंस से दिल्ली शिफ्ट किया जाएगा।
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