प्रदेश के डिग्री कालेजों को अकादमिक स्वायत्तता मिलेगी
मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता ने कहा है कि जम्मू कश्मीर में डिग्री कालेजों को अकादमिक स्वायत्तता दी जाएगी। उच्च शिक्षा विभाग अध्यापकों की पढ़ाई की फीडबैक ऑनलाइन अप्रेंजल अध्यक्षों और विद्यार्थियों के जरिए करेगा। मुख्य सचिव ने उच्च शिक्षा विभाग के कामकाज की समीक्षा की। उन्हें बताया गया कि नई शिक्षा नीति के तहत विभाग ढांचागत बदलाव के लिए कई सुधार कर रहा है।
राज्य ब्यूरो, जम्मू: मुख्य सचिव अरुण कुमार मेहता ने कहा है कि जम्मू कश्मीर में डिग्री कालेजों को अकादमिक स्वायत्तता दी जाएगी। उच्च शिक्षा विभाग अध्यापकों की पढ़ाई की फीडबैक ऑनलाइन अप्रेंजल अध्यक्षों और विद्यार्थियों के जरिए करेगा। मुख्य सचिव ने उच्च शिक्षा विभाग के कामकाज की समीक्षा की। उन्हें बताया गया कि नई शिक्षा नीति के तहत विभाग ढांचागत बदलाव के लिए कई सुधार कर रहा है। कौशल विकास आधारित कोर्स करवाए जा रहे है। भारतीय संस्कृति और परंपराओं पर आधारित कोर्स करवाए जा रहे हैं। तकनीकी शिक्षा संस्थान आइआइटी जम्मू, आइआइएम और एम्स में एमओयू पर हस्ताक्षर किए थे। विवि ने कार्यक्रम शुरू किए
बैठक में बताया गया कि श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय और कश्मीर विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय ने भी कार्यक्रम शुरू किए हैं और कौशल विकास को बढ़ावा दिया जा रहा है। शिक्षा नीति के सरकारी डिग्री कालेजों को चरणबद्ध तरीके से अकादमिक स्वायत्तता दी जाएगी। उच्च शिक्षा विभाग 14 डिग्री कॉलेजों में सेंटर फॉर इंवेंशन, इनोवेशन, इनक्यूबेशन एंड ट्रेनिग स्थापित करेगा। कई वोकेशनल कोर्स भी करवाए जाएंगे। विभाग गर्ल्स हास्टल के निर्माण की तरफ ध्यान दे रहा है और इनमें दूरदराज की छात्राओं की संख्या को बढ़ाया जाएगा। 50 नए डिग्री कॉलेज खुलने की प्रकिया में
मुख्य सचिव को बताया गया कि जम्मू कश्मीर में उच्च शिक्षा विभाग 50 नए डिग्री कॉलेज स्थापित करने की प्रक्रिया में है जिससे जम्मू कश्मीर में कालेजों की संख्या बढ़कर 142 हो जाएगी। मुख्य सचिव ने विभाग से अध्यापकों का समायोजन करने पर जोर दिया। अगले पांच साल में कालेजों को नैक से मान्यता हासिल करनी चाहिए।