Jammu And Kashmir: गणतंत्र दिवस पर श्रीनगर को दहलाने की साजिश नाकाम, पांच आतंकी गिरफ्तार
JEM Module In Srinagar. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद के पांच आतंकियों को गिरफ्तार किया है। ये आतंकी गणतंत्र दिवस पर हमले की साजिश रच रहे थे।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। Jaish Terrorist Arrested. पुलिस ने ग्रीष्मकालीन राजधानी में जैश-ए-मोहम्मद द्वारा गणतंत्र दिवस पर एक बड़े आत्मघाती हमले की रची जा रही साजिश को नाकाम बना दिया है। पुलिस ने जैश के पांच सदस्यीय मॉडयूल को नेस्तनाबूद करते हुए विस्फोटकों से लैस एक जैकेट और रिमोट ट्रिंगल वाला बायोफेंग वॉकी टॉकी भी बरामद किया है। पकड़े गए पांचों आतंकी श्रीनगर में बीते पांच माह के दौरान हुए विभिन्न ग्रेनेड हमलों में भी शामिल थे।
यह सभी आतंकी हजरतबल इलाके के रहने वाले हैं। इनकी पहचान एजाज अहमद शेख (38)पुत्र गुलाम अहमद शेख, उमर हमीद शेख(28) पुत्र अब्दुल हमीद शेख, इम्तियाज अहमद चिकला उर्फ इमरान (31) पुत्र मोहम्मद सिदीक चिकला, साहिल फारुक गोजरी पुत्र (26) फारुक अहमद गोजरी और नसीर अहमद मीर (25) पुत्र मोहम्मद अशरफ मीर के रूप में हुई है। एजाज पेशे से वाहन चालक है, जबकि उमर ठेला लगता है। इमरान की खेल सामग्री की दुकान है, नसीर का अपना कारोबार है और साहिल एक प्राइवेट फर्म में नौकरी करता है। पुलिस का कहना है कि इन्हीं आतंकियों ने 26 नवंबर को कश्मीर यूनिवर्सिटी के बाहर ग्रेनेड हमला किया था।
इन आतंकियों से 143 जिलेटिन राड, 42 डेटोनेटर, सात सेकंडरी एक्सप्लोसिव, एक साइलेंसर, विस्फोटकों और बियरिंग से लैस एक जैकेट, एक क्षतिग्रस्त सीडी ड्राइव, एक देसी कट्टा, एक हथौड़ी, एक वायरलेस सेट, तीन बैटरी, एक बैटरी चार्जर, एक ऑन-ऑफ स्विच, एक पाउच, काले, संतरी और स्लेटी रंग में तीन कायल, तीन पैकेट आरडीएक्स जैसा विस्फोटक, अमेरिकन टूरिस्टर कंपनी का एक नीला पिट्ठू बैग, चार प्लास्टिक रोल टेप, ढाई लीटर नाइट्रिक एसिड शामिल है।
अवंतीपोर में लश्कर आतंकी गिरफ्तार
सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर में अपने आतंकरोधी अभियान को जारी रखते हुए वीरवार को अवंतीपोर से लश्कर-ए-तैयबा के एक स्थानीय आतंकी को पकड़ लिया। बीते 24 घंटों मे अवंतीपोर में किसी आतंकी की गिरफ्तारी का यह दूसरा मामला है। इससे पूर्व गत बुधवार को पुलिस ने हिज्ब आतंकी जहांगीर को भी अवंतीपोर के पास ही पुलिस ने पकड़ा था। पुलिस प्रवक्ता ने लश्कर के आतंकी के पकड़े जाने की पुष्टि करते हुए उसका नाम इश्फाक अहमद डार उर्फ महीद बताया है। वह पुलवामा में डांगरपोरा का रहने वाला है। वह पडगामपोरा, सोनरीगुंड, गुलजारपोरा, बेगीपोरा और उसके साथ सटे इलाकों में सक्रिय था। वह आम लोगों के साथ मार-पीट करने, पंच-सरपंचों को धमकाने व उन पर हमला करने और सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड हमले की विभिन्न वारदातों में पुलिस को वांछित था। प्रवक्ता ने बताया कि इश्फाक की निशानदेही पर पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किया है। उसने अवंतीपोर व उसके साथ सटे इलाकों में सक्रिय आतंकियों के ओवरग्राउंड नेटवर्क के बारे में भी कई जानकारियां दी हैं। फिलहाल, उससे पूछताछ जारी है।
कश्मीरी व खालिस्तानी आतंकियों के बीच सांठगांठ का पता लगा रहीं सुरक्षा एजेंसियां
सुरक्षा एजेंसियां हिजबुल मुजाहिदीन के दुर्दांत आतंकी नवीद, उसके साथियों और डीएसपी देविंदर सिंह से पूछताछ के दौरान कश्मीरी और खालिस्तानी आतंकियों की सांठगांठ का भी पता लगाने का प्रयास कर रही हैं। इस बीच, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) का आइजी रैंक का एक अधिकारी पूछताछ के लिए वीरवार को दिल्ली से श्रीनगर पहुंचा है। सूत्रों के मुताबिक, देविंदर सिंह के कुछ रिश्तेदारों के घरों में तलाशी ली गई है। इस दौरान एक महत्वपूर्ण सुरक्षा शिविर का नक्शा भी मिला है, लेकिन किसी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2018 के दौरान दक्षिण कश्मीर में जिला पुलवामा व शोपियां से जुड़े आतंकियों ने ही जालंधर में एक पुलिस स्टेशन पर हमला किया था। बीते साल चंडीगढ़ के पास भी आतंकी गतिविधियों में संलिप्त कश्मीरी युवक पकड़े गए थे। उन्होंने बताया कि बीते साल पंजाब में पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियारों व नशीले पदार्थों की तस्करी के मामले में भी जैश हैंडलर आशिक का नाम आया है। आशिक भी जिला पुलवामा का रहने वाला है। उन्होंने बताया देविंदर सिंह आतंकियों को चंडीगढ़ ही ले जा रहा था। इसलिए इस बात की संभावना को नहीं नकारा जा सकता कि वह पंजाब में खालिस्तानी आतंकियों और उनके समर्थकों से भी मिल सकते थे। इसके अलावा पुलवामा व शोपियां के आतंकी ही बीते दो सालों में पंजाब में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे चुके हैं। डीएसपी देविंदर सिंह इस दौरान पुलवामा और शोपियां में तैनात रहा है।
देविंदर सिंह जम्मू संभाग में जिस इलाके में आता-जाता रहा है, वहां सिख आतंकियों से सहानुभूति रखने वाले कुछ तत्व भी रहते हैं। पूछताछ कर रहे अधिकारियों को उम्मीद है कि देविंदर सिंह व उसके साथ पकड़े गए आतंकी पंजाब में खालिस्तानी आतंकियों और पंजाब में सक्रिय अलगाववादी तत्वों के बारे में भी जरूर जानकारी रखते होंगे। इसलिए इन लोगों से पूछताछ में खालिस्तान कनेक्शन से जुड़े सवालों को भी शामिल किया गया है।