Militancy in Kashmir: हाफिज का दामाद वलीद रच रहा था कश्मीर में धमाके की साजिश
कार बम के लिए सारा सामान उत्तरी कश्मीर से आना था। साहिल के मुताबिक खालिद बिन वलीद ने कहा था कि मार्च में धमाका करना है। मैं कार चलाकर सुरक्षाबलों के काफिले में घुसने के लिए तैयार हो चुका था। इस बीच पुलिस ने मुझे पकड़ लिया।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद बेशक इस समय पाकिस्तान की जेल में है, लेकिन उसका दामाद खालिद बिन वलीद जैश-ए-मोहम्मद आतंकियों के साथ मिलकर पुलवामा काड दोहराने की फिराक में है। उसका यह मंसूबा पापोर के साहिल नजीर के पकड़े जाने से नाकाम हो गया।
साहिल को उसने इंटरनेट मीडिया पर ही अपने जाल में फास आत्मघाती आतंकी बनने के लिए तैयार कर लिया था। साहिल तीन अन्य साथियों संग जम्मू कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान में पकड़ा गया है। साहिल ने बताया कि वह तीन माह पहले टेलीग्राम पर अल-सक्कर मीडिया नामक चैनल के जरिये खालिद के संपर्क में आया था। खालिद ने आडियो काल से बातचीत कर उसे जिहादी बना आत्मघाती हमले के लिए उसे तैयार कर लिया। साहिल ने बताया कि आतंकी कमाडर ने उसे पहले पापोर में ग्रेनेड हमले का जिम्मा सौंपा था।
उसने हमले के लिए ग्रेनेड पापोर में अस्पताल के पास एक जगह विशेष से लेकर सुरक्षाबलों पर हमला किया था। इस इम्तिहान में पास होने के बाद वलीद ने उसे आत्मघाती हमले के लिए तैयार करना शुरू कर दिया था। साहिल ने बताया कि पुलवामा काड तरह ही बड़ी कार्रवाई के लिए कार बम तैयार किया जाना था। मैं उस कार को चलाने के लिए भी तैयार हो चुका था।
कार बम में जो कार इस्तेमाल होनी थी, उसके लिए मुझे 70 हजार दिए थे। यह पैसा खालिद द्वारा बताए गए कोड के आधार पर श्रीनगर में फुट ब्रिज पर मौजूद एक व्यक्ति से लिए। कोड था सर्दी बहुत है। उसने बताया कि कार सोनवार के इलाके से खरीदी गई थी। कार बेचने वाले ने इंटरनेट मीडिया पर विज्ञापन दिया था। 45 हजार में कार खरीदी गई और 15 हजार पंथाचौक में खालिद द्वारा भेजे गए एक शख्स को लौटाए गए।
कार बम के लिए सारा सामान उत्तरी कश्मीर से आना था। साहिल के मुताबिक, खालिद बिन वलीद ने कहा था कि मार्च में धमाका करना है। मैं कार चलाकर सुरक्षाबलों के काफिले में घुसने के लिए तैयार हो चुका था। इस बीच, पुलिस ने मुझे पकड़ लिया।
पुलिस ने मुझे काउंसिलिंग दी। अब मेरे दिमाग और आखों का पर्दा हट गया है। मैं अपन मा-बाप के पास रहकर उनकी खिदमत करूंगा, कोई अच्छा काम करूंगा। पाकिस्तान तो सिर्फ अपने फायदे के लिए हम कश्मीरी नौजवानों का इस्तेमाल कर रहा है।