सीआइडी की रिपोर्ट के कारण मीडिया कर्मियों को रोका गया
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान कुछ मीडिया कर्मियों को समारोह स्थल से
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान कुछ मीडिया कर्मियों को समारोह स्थल से दूर रखने का फैसला राज्य पुलिस के सिक्योरिटी ¨वग के एक अधिकारी ने अपनी प्रो-एक्टिव एप्रोच के चलते लिया।
गौरतलब है कि गत शनिवार को शेरे कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह की कवरेज के लिए जब कुछ मीडियाकर्मी पहुंचे तो सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें समारोह स्थल पर दाखिल होने से रोक दिया था। इन मीडिया कर्मियों के बारे में सीआइडी की नकारात्मक रिपोर्ट थी।
मीडिया कर्मियों को समारोह की कवरेज से रोके जाने पर कश्मीर में विवाद पैदा हो गया। मीडिया कर्मियों ने इसे प्रेस की स्वतंत्रता पर आघात करार दिया था। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती व पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन समेत सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने इस घटना पर कड़ा एतराज जताया था। मीडिया कर्मियों ने इस घटना के खिलाफ रोष जताते हुए श्रीनगर में एक मार्च भी निकाला और गणतंत्र दिवस समारोह का बहिष्कार किया था।
मीडिया कर्मियों ने कहा कि जब सिक्योरिटी ¨वग ने उन्हें समारोह स्थल पर कवरेज के लिए पास जारी किए हैं, उन्हें राज्य सूचना विभाग का भी निमंत्रण पत्र मिला है तो फिर इस तरह रोका जाना सर्वथा अनुचित है। इस मामले को तूल पकड़ते देख राज्यपाल के सलाहकार के विजय कुमार ने मामले की जांच करने और भविष्य में ऐसी घटनाएं न होने देने के लिए एक व्यावहारिक प्रक्रिया अपनाने का प्रशासन को निर्देश दिया।
अधिकारियों ने बताया कि इस पूरे मामले की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी ने सीआइडी की रिपोर्ट के आधार पर मीडिया कर्मियों की एक सूची तैयार की थी। उसने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को कहा था कि कुछ मीडिया कर्मियों को समारोह स्थल में दाखिल नहीं होने दिया। राज्य पुलिस का सीआइडी ¨वग कश्मीर में मीडिया कर्मियों की पृष्ठभूमि, उनके परिजनों के आतंकी ¨हसा में किसी तरह लिप्त होने या अलगाववादियों के प्रति उनके झुकाव के संदर्भ में रिपोर्ट तैयार करता है। यह रिपोर्ट पुलिस प्रशासन को सौंपी जाती है।
मीडिया कर्मियों को पहले कभी इस रिपोर्ट के आधार पर किसी सरकारी समारोह में शामिल होने से नहीं रोका गया था। सीआइडी की रिपोर्ट में कहीं नहीं लिखा गया था कि किसी पत्रकार या छायाकार को समारोह स्थल से दूर रखा जाए।