हिमस्खलन और बर्फबारी में फंसे लोगों को दी जिंदगी
जागरण संवाददाता, जम्मू/श्रीनगर : पीरपंजाल के बाएं तरफ जिला बड़गाम के कोकरबाग में हिमस्
जागरण संवाददाता, जम्मू/श्रीनगर : पीरपंजाल के बाएं तरफ जिला बड़गाम के कोकरबाग में हिमस्खलन में सात परिवार बाल-बाल बच गए। फिलहाल सेना और पुलिस के बचावकर्मियों ने हिमपात के बावजूद प्रभावित इलाके में राहत अभियान चला रखा है ताकि अगर कोई नागरिक बर्फ में दबा है तो उसे सुरक्षित बचाया जा सके। जानकारी के अनुसार खाग तहसील के अंतर्गत जोगियार, कोकरबाग गांव में जो पीरपंजाल की पहाड़ियों के ठीक नीचे स्थित है। तड़के जोरदार आवाज के साथ पहाड़ी से बर्फ के बड़े-बड़े तोंदे गिरने लगे। इसमें दो मकान क्षतिग्रस्त हो गए। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि सात परिवार हिमस्खलन से प्रभावित हुए हैं। सभी को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। किसी प्रकार का जानी नुकसान होने की सूचना नहीं है। जोगियार से सटे शुंगलीपोरा, सुगन और सुतहरन समेत चार अन्य बस्तियों में रहने वाले लोगों को भी पूरी सतर्कता बरतने को कहा गया है।
------------------------ बर्फ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
मध्य कश्मीर बड़गाम के खाग व कुलगाम के वालटेंगनू नाड़ में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया गया। तड़के पुलिस ने बड़गाम जिले के खाग क्षेत्र में कुकरबाग इलाके से सात परिवारों को बचाया। बताया जाता है कि कुकरबाग एक पहाड़ी की तलहटी में बसा एक छोटा सा गांव है। वहां यह सात परिवार (कुल 28 सदस्य) तीन फीट बर्फ के बीच फंस गए थे। सूचना मिलते ही पुलिस का एक दल वहां पहुंचा और घरों में फंसे इन सातों परिवारों को बचाकर उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया। संबंधित पुलिस थाने के अधिकारी मुजफ्फर अहमद ने बताया कि बचाए गए इन लोगों को फिलहाल पुलिस थाने के परिसर में ही बने पुलिस क्वार्टर में ठहराया गया है। उन्हें खानपान व अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। कुलगाम जिले के वालटेंगनू नाड़ में भी पुलिस ने बचाव अभियान शुरू कर नाड़ में रहने वाले 11 परिवारों को बचाकर उन्हें सुरिक्षत स्थान पर पहुंचा दिया। संबंधित पुलिस थाना काजीगुंड के पुलिस अधिकारियों ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि इन 11 परिवारों (42 सदस्य) को काजीगुंड के एक स्कूल में ठहराया है। वालटेंगनू नाड़ में करीब साढ़े तीन से चार फीट बर्फ जमा है। वादी के बड़गाम, कुपवाड़ा, बारामुला, बांडीपुर, गांदरबल, अनंतनाग, शोपियां व कुलगाम जिलों के उच्च पर्वतीय इलाकों में हिमस्खलन की चेतावनी दी गई है। प्रशासन ने इन इलाकों में रहने वालों को पहले ही सतर्क रहने को कहा है।
चट्टानों की चपेट में आने से 12 यात्री घायल
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग लगातार दूसरे दिन वीरवार को भी बंद रहे, जिससे तीन हजार से अधिक यात्री वाहन फंसकर रह गए हैं। जम्मू, ऊधमपुर, रामबन व बनिहाल सहित अन्य इलाकों में ये वाहन सड़कों पर ही खड़े हैं। ऐसे में भूस्खलन व हिमस्खलन वाले इलाकों में फंसे यात्री वाहनों पर खतरा मंडरा रहा है। बुधवार शाम रामसू में चट्टानों पर से पत्थर गिरने शुरू हो गए। ऐसे में सड़क पर खड़े यात्रियों के उसकी चपेट में आने से करीब 12 लोग घायल हो गए। इस घटना के बाद प्रशासन ने ट्रैफिक विभाग को सख्त निर्देश दिए हैं कि वह भूस्खलन व हिमस्खलन वाले क्षेत्रों से यात्री वाहनों को निकाल सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाएं। जम्मू से श्रीनगर जा रही टवेरा जेके03बी.7342 बुधवार देर शाम रामसू पुलिस स्टेशन के पास से गुजर रही थी। तभी पहाड़ पर से चट्टानें गिरना शुरू हो गई। वाहन में सवार करीब 12 यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस ने यात्रियों को बचाया और रामसू में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें रामबन अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया। घायलों में तीन व्यक्तियों की हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्हें जम्मू राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया है। घायलों में गाड़ी का ड्राइवर मोहम्मद शफी निवासी कुचीपोराए अनंतनाग भी शामिल है। अन्य घायलों में जानकी पत्नी वकील शाह हीरा लाल पुत्र बे¨जदर ¨सह, वकील शाह दानिश पुत्र राम सरन, कांता पत्नी गुड्डू यादव, गुड्डू यादव व संजीत ¨सह कृष दोनों पुत्र गुड्डू यादव छोटू और सुमित पुत्र गुड्डू सभी निवासी बिहार के रूप में हुई है। गुलमर्ग व कारगिल क्षेत्रों में तीन फीट ताजा बर्फबारी
बनिहाल के आसपास बर्फबारी से काफी फिसलन हो गई है। गुलमर्ग व कारगिल क्षेत्रों में तीन फीट के करीब ताजा बर्फबारी हुई है। श्रीनगर शहर में भी करीब एक फीट बर्फ पड़ी है। मौसम विज्ञान केंद्र, श्रीनगर के निदेशक सोनम लोटस के अनुसार देर रात से मौसम में सुधार होने लगेगा। ----------
प्रशासन ने स्थापित की हेलप्लाइन :
वादी में लगातार बर्फबारी से उत्पन्न स्थिति को देखते हुए लोगों की सहायता के लिए प्रशासन ने तमाम जिलों में हेल्पलाइनें स्थापित कर दी हैं। जरूरत पड़ने पर लोगों को इन हेल्पलाइनों से संपर्क करने को कहा है। साथ ही बिजली, ¨सचाई, बाढ़ एवं नियंत्रण विभाग, खाद्य एवं आपूर्ति विभागों के कर्मचारियों को ड्यूटी पर हाजिर रहने के आदेश दिए हैं।
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