निकाय और पंचायत चुनाव की सुरक्षा के रणनीति बनाई
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्य पुलिस महानिदेशक दिलबाग ¨सह और सेना की 15वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट ज
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्य पुलिस महानिदेशक दिलबाग ¨सह और सेना की 15वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एके बट ने सोमवार को उत्तरी कश्मीर के हंदवाड़ा में उच्च स्तरीय बैठक में आंतरिक और बाहरी सुरक्षा परिदृश्य का जायजा लिया। उन्होंने निकाय व पंचायत चुनाव के लिए सुरक्षा कवच की रणनीति तय की।
गौरतलब है कि हंदवाड़ा नियंत्रण रेखा से सटा है। यहां हुई बैठक में आइजी कश्मीर पुलिस एसपी पाणि, मेजर जनरल किलो फोर्स मेजर जनरल डीपी पांडेय, आइजी ऑपरेशंस सीआरपीएफ जुल्फिकार हसन, एसपी हंदवाड़ा आशीष मिश्रा सहित सेना, पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ व केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
महानिदेशक दिलबाग ¨सह और 15वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एके बट ने संयुक्त रूप से बैठक की अध्यक्षता करते हुए हालात को सामान्य बनाए रखने, आतंकवाद पर काबू पाने और घुसपैठ से निपटने के लिए सभी सुरक्षा एजेंसियों में समन्वय और सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने सुरक्षा अधिकारियों को अपने कार्याधिकार क्षेत्र में लोगों से संवाद बढ़ाने और आतंकरोधी अभियानों में आम लोगों के जानमाल व सम्मान के संरक्षण को प्राथमिकता देने और राष्ट्रविरोधी तत्वों से सख्ती से निपटने का निर्देश दिया।
उन्होंने निकाय व पंचायत चुनाव में बाधा पहुंचाने की राष्ट्रविरोधी तत्वों की साजिशों पर चर्चा करते हुए चुनाव लायक माहौल बनाए रखने के लिए अधिकारियों के साथ रणनीति तय करते हुए चुनाव में हिस्सा लेने वालों की सुरक्षा यकीनी बनाने के लिए कहा।
बैठक में जीओसी किलो फोर्स मेजर जनरल डीपी पांडे, कमांडर सात सेक्टर आरआर ब्रिगेडियर डीआर राय और हंदवाड़ा व आसपास के इलाकों में तैनात सेना व सीआरपीएफ के फील्ड कमांडरों ने अपने कार्याधिकार क्षेत्र के हालात को लेकर अपनी प्रस्तुतियां दीं।
बैठक के बाद पुलिस महानिदेशक ने जिला हंदवाड़ा में तैनात पुलिस अधिकारियों व जवानों के दरबार को संबोधित किया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों के कल्याणार्थ शुरू की गई योजनाओं का जिक्र करते हुए राज्य में कानून व्यवस्था और सुरक्षा का माहौल बनाए रखने के लिए पुलिस के जवानों और अधिकारियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि पुलिस के जवानों और अधिकारियों ने देश की एकता व अखंडता की खातिर जो कुर्बानियां दी हैं, उसकी कोई मिसाल नहीं है।
गौरतलब है कि पुलिस महानिदेशक दिलबाग ¨सह ने वर्ष 1988 में राज्य पुलिस में अपना करियर शुरू करते हुए हंदवाड़ा में ही सबसे पहले प्रोबेशनर के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान की थी। इसके बाद वह यहां एएसपी भी रहे।