संगीत सम्मेलन में छाए वादी के उभरते कलाकार
संवाद सहयोगी श्रीनगर जम्मू कश्मीर में बदलाव के साथ एक ओर जहां विकास रफ्तार पकड़ रहा है वह
संवाद सहयोगी, श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में बदलाव के साथ एक ओर जहां विकास रफ्तार पकड़ रहा है, वहीं घाटी में भी अब संगीत की धारा बहने लगी है। अमन पसंद और कला प्रेमी घाटी के लोग इसमें उत्साह के साथ हिस्सा ले रहे हैं। जम्मू कश्मीर कला, संस्कृति एवं भाषा अकादमी द्वारा मंगलवार को श्रीनगर के टैगोर हॉल में आयोजित संगीत सम्मेलन में बांडीपुर के उभरते गायक आमिर अजीज ने अपनी मधुर आवाज में कश्मीरी गीत 'चोन रोख पोशवुन गोलाब छुना' (तुम्हारा चेहरा गुलाब की तरह है) गाया तो हॉल में मौजूद दर्शक इतने मंत्रमुग्ध हुए कि अपनी सीटों से उठ कर शाबाशी दी। दो दिवसीय संगीत सम्मेलन में वादी के उभरते गायक अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। सम्मेलन बुधवार को भी होगा।
कला अकादमी द्वारा आयोजित फोलविन गोलाब (खिलते गुलाब) नामक इस संगीत सम्मेलन का लुत्फ उठाने के लिए काफी संख्या में दर्शक इकट्ठा हुए थे। सम्मेलन के पहले दिन वादी के विभिन्न हिस्सों से युवा गायकों ने सूफियाना संगीत, कव्वाली व सुगम संगीत से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।
अकादमी के सचिव मुनीरुल इस्लाम ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को मंच उपलब्ध कराना है। घाटी के युवा काफी प्रतिभाशाली हैं। संगीत, अभिनय, खेलकूद या पढ़ाई हो, हर क्षेत्र में यहां के युवा नाम रोशन कर रहे हैं। युवा प्रतिभाओं को बेहतर मंच उपलब्ध कराना उद्देश्य
संगीत, अभिनय, रंगमंच जैसे क्षेत्रों में रुचि रखने वाले युवाओं को बेहतर मंच उपलब्ध कराने की अकादमी की हमेशा कोशिश रहती है। दो दिवसीय सम्मेलन में 15 युवा गायकों को अपनी कला के प्रदर्शन का मौका उपलब्ध कराया जाएगा। मुनीर ने कहा कि कोविड-19 के कारण अकादमी की गतिविधियां ठप थीं, लेकिन अब धीरे-धीरे हमने कोविड की गाइडलाइन का पालन करते हुए कार्यक्रम शुरू किए हैं। आने वाले दिनों में और अधिक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।