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कश्मीरी हिदुओं की हत्याओं की जांच के लिए आयोग न बना तो आत्मदाह करूंगा

आतंकियों की हिटलिस्ट में शामिल कश्मीरी हिदू डा. संदीप मावा ने बुधवार को कश्मीरी हिदुओं कश्मीरी सिखों और कश्मीरी मुस्लिमों की हत्याओं की जांच के लिए एक निष्पक्ष आयोग के गठन की मांग के समर्थन में आमरण अनशन शुरू किया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Apr 2022 05:58 AM (IST)Updated: Thu, 21 Apr 2022 05:58 AM (IST)
कश्मीरी हिदुओं की हत्याओं की जांच के लिए आयोग न बना तो आत्मदाह करूंगा
कश्मीरी हिदुओं की हत्याओं की जांच के लिए आयोग न बना तो आत्मदाह करूंगा

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : आतंकियों की हिटलिस्ट में शामिल कश्मीरी हिदू डा. संदीप मावा ने बुधवार को कश्मीरी हिदुओं, कश्मीरी सिखों और कश्मीरी मुस्लिमों की हत्याओं की जांच के लिए एक निष्पक्ष आयोग के गठन की मांग के समर्थन में आमरण अनशन शुरू किया। उन्होंने कहा कि अगर 24 अप्रैल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जम्मू दौरे तक उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वह आत्मदाह करेंगे।

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जम्मू कश्मीर रिकांसिलिशेन फ्रंट के चेयरमैन डा. संदीप मावा के बहनोई मक्खन लाल बिदरू की बीते साल आतंकियों ने उनकी दुकान में दाखिल होकर हत्या कर दी थी। डा. संदीप मावा पर भी आतंकियों ने हमला किया था, लेकिन वह बच गए थे और उनकी दुकान का मैनेजर मारा गया था। डा. मावा के पिता भी एक आतंकी हमले में बाल-बाल बचे थे।

डा. संदीप मावा ने कहा कि करीब तीन सप्ताह पहले भी मैंने प्रदर्शन किया था और बीते सप्ताह मैंने एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल की थी। मेरी मांग है कि कश्मीरी हिदुओं के कातिल फारूक डार उर्फ बिट्टा कराटे के खिलाफ हत्या का मुकद्दमा चलाया जाए। कश्मीरी हिदुओं की सुरक्षा को सुनिश्चित बनाया जाए। सांप्रदायिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन सभी तत्वों को चिन्हित किया जाए, जिन्होंने यहां प्रशासनिक तंत्र में राष्ट्रविरोधी तत्वों और पाकिस्तानी एजेंटों की पहुंच को सुनिश्चित बनाया। कश्मीर में राष्ट्रवादी कश्मीरी हिदुओं, कश्मीरी मुस्लिमों और कश्मीरी सिखों की हत्याओं के लिए जिम्मेदार तत्वों को चिन्हित करने के लिए, कश्मीर में आतंकी हिसा के कारणों का पता लगाने के लिए एक निष्पक्ष और समर्थ जांच आयोग बनाया जाए। उन्होंने कहा कि मेरी सबसे प्रमुख मांग ही जांच आयोग की स्थापना है। मैंने आज यहां आमरण अनशन शुरू किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 24 अप्रैल को जम्मू में आने वाले हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि वह हमारी मांगों का संज्ञान लेंगे। वह जांच आयोग का जरूर गठन करेंगे, तभी जम्मू कश्मीर के लोगों को इंसाफ मिलेगा। यह आयोग जम्मू कश्मीर में स्थायी शांति बहाली के लिए जरूरी है। अगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन तक मेरी मांग पूरी नहीं हुई तो मैं आत्मदाह करूंगा। अगर पुलिस मुझे पकड़ ले जाती है तो मैं छूटते ही अनशन शुरू करूंगा और अपनी मांग पूरी न होने पर आत्मदाह करूंगा। -ये हैं अन्य मांगें

-आतंकी बिट्टा कराटे के खिलाफ हत्या का मुकद्दमा चलाया जाए

-घाटी में कश्मीरी हिदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित बनाई जाए

-सांप्रदायिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जाए

-उन तत्वों को चिन्हित करें जिन्होंने यहां प्रशासनिक तंत्र में राष्ट्रविरोधी तत्वों और पाकिस्तानी एजेंटों की पहुंच को सुनिश्चित बनाया


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