घाटी में चीन के साथ जंग की अटकलें
राज्य ब्यूरो श्रीनगर जिला गांदरबल में सुरक्षाबलों के लिए स्कूल खाली कराने व दो माह के लिए ए
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : जिला गांदरबल में सुरक्षाबलों के लिए स्कूल खाली कराने व दो माह के लिए एलपीजी भंडारण के आदेश के बाद कश्मीर में स्थानीय लोगों में अटकलबाजियों का दौर जारी है। लोग भारत-चीन के सैन्य तनाव से जोड़ते हुए कह रहे हैं कि जंग का खतरा है। भारत कोई बड़ी कार्रवाई करने जा रहा है।
सोमवार को लोगों में सरकारी आदेशों को लेकर खूब चर्चा रही। पेट्रोल पंपों पर दिनभर भीड़ रही और लोग न सिर्फ अपने वाहनों में बल्कि कैन में पेट्रोल व डीजल लेकर जाते पंपों में जाते दिखे। सभी पंपों में भीड़ रही। राशन की दुकानों पर भीड़ रही। आसिफ नामक युवक ने कहा कि यह आदेश सामान्य नहीं हैं। बीते साल जब इस तरह के कुछ सरकारी आदेश सामने आए थे तो प्रशासन ने पहले इन्कार किया फिर कहा था कि यह आतंकवादियों के खिलाफ जारी अभियान के मद्देनजर हैं। बाद में कुछ और निकला। इसलिए कौन अब सरकार के स्पष्टीकरण पर यकीन करेगा। नासिर ने कहा कि लेह-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गांदरबल स्थित है। लद्दाख के हालात सभी जानते हैं। वहां तनाव बढ़ता जा रहा है। लोग मान रहे हैं कि भारत-चीन के बीच जंग हो सकती है। पहले भी अमरनाथ यात्रा होती रही है, लेकिन पहले स्कूल सुरक्षाबलों के लिए खाली नहीं कराया गया है। यहां सभी चीन के खिलाफ तैयारी के दावे कर रहे हैं। लोग आशंकित और सहमे हुए हैं। यह हुआ था आदेश जारी : बीते शनिवार गांदरबल में सीआरपीएफ जवानों के लिए प्रशासन को डेढ़ दर्जन सरकारी स्कूल उपलब्ध कराने का निर्देश जारी हुआ था। खाद्य आपूर्ति एवं जन उपभोक्ता मामले विभाग ने कश्मीर में अगले दो महीने के लिए एलपीजी प्रबंध करने का निर्देश जारी किया। दोनों आदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। इसके बाद वादी में लोगों में चीन के साथ भारत के युद्ध की आशंका को लेकर अटकलबाजियों का दौर शुरू हो गया।
ये दिया स्पष्टीकरण : प्रशासन ने स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि श्री अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा तैयारियों में शामिल सु़रक्षाबलों और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ही स्कूल खाली कराए जा रहे हैं। इसके बाद खाद्य आपूर्ति विभाग ने भी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहाकि जुलाई-अगस्त-सितंबर के दौरान अक्सर हाईवे बंद हो जाता है। इससे वादी में जरूरी सामान की आपूर्ति प्रभावित होती है। यह फैसला 23 जून को उपराज्यपाल के सलाहकार बसीर अहमद खान के नेतृत्व में हुई बैठक में लिया था।