कश्मीर में सामान्य जनजीवन पटरी पर लौटा, रेल सेवा भी बहाल हुई
स्कूल-कालेजों में भी सामान्य रुप से अकादमिक गतिविधियां बहाल हुई। सड़कों पर वाहनों की आवाजाही भी सामान्य हो गई। बनिहाल-बारामुला रेल सेवा भी सुबह निर्धरित समय के मुताबिक बहाल हुई।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर घाटी में अलगाववादियों की एक दिन की हड़ताल के बाद शुक्रवार को सामान्य जनजीवन पटरी पर लौट आया। बनिहाल-बारामुला रेल सेवा भी बहाल हो गई। इस बीच, प्रशासन ने शरारती तत्वों द्वारा हिंसा भड़काए जाने की आशंका को देखते हुए डाउन-टाउन समेत वादी के सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था का कड़ा बंदोबस्त रखा।
बीते वीरवार को श्रीनगर-बड़गाम संसदीय क्षेत्र में मतदान था। आल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस समेत विभिन्न अलगाववादी संगठनों ने मतदान के दौरान सेंट्रल कश्मीर में बंद का आहवान किया था। लेकिन इस बंद का असर वादी के अन्य हिस्सों में भी नजर आया और लगभग सभी शहरों व कस्बों में सामान्य जनजीवन प्रभावित रहा। दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर बनिहाल-बारामुला रेल सेवा को भी बंद रखा था।
अलबत्ता, आज सुबह सूर्याेदय के साथ ही कश्मीर में एक बार फिर सामान्य जनजीवन पटरी पर लौट आया। सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान सामान्य दिनों की तरह ही खुले। स्कूल-कालेजों में भी सामान्य रुप से अकादमिक गतिविधियां बहाल हुई। सड़कों पर वाहनों की आवाजाही भी सामान्य हो गई। बनिहाल-बारामुला रेल सेवा भी सुबह निर्धरित समय के मुताबिक बहाल हुई। हालांकि गांदरबल जिले के कुछ हिस्सों में गत शाम को हुई हिंसा का असर आज सुबह नजर आया। लेकिन वह भी दोपहर तक पूरी तरह गायब हो गया।
इस बीच, प्रशासन ने वीरवार को वादी के विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसक झड़पों का संज्ञान लेते हुए आज भी श्रीनगर के डाउन-टाउन समेत घाटी के सभी संवेदनशील इलाकों में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए सुरक्षा का कड़ा बंदोबस्त रखा। लेकिन दोपहर तक स्थिति लगभग शांत और सामान्य ही रही।