पुलवामा आतंकी हमले में नौ संदिग्ध गिरफ्तार
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : पुलवामा में जैश के आत्मघाती हमले में शहीद 40 जवानों के पार्थिव शरीर शुक्रवार
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : पुलवामा में जैश के आत्मघाती हमले में शहीद 40 जवानों के पार्थिव शरीर शुक्रवार को जब उनके परिजनों के पास भेजे जा रहे थे, उसी समय पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों के संयुक्त दस्तों ने पुलवामा, त्राल व अवंतीपोरा में छापे मार नौ संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया। यह सभी प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से हमले में शामिल बताए जा रहे हैं। इस बीच सीआरपीएफ ने इस घटना की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश जारी कर दिए हैं।
सीआरपीएफ के प्रवक्ता संजय शर्मा ने बताया कि हमने 40 शहीदों के पार्थिव शरीर पूरे सम्मान के साथ उनके परिजनों के पास भेज दिए हैं। उन्होंने विस्फोट के बाद लापता तीन जवानों और चार अन्य जवानों की मौत पर कुछ भी कहने से इन्कार करते हुए बताया कि आठ अन्य जवानों की हालत गंभीर है।
प्रवक्ता ने बताया कि हमले की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश जारी किया गया है। यह हमला कैसे हुआ, कौन सी चूक रही, साजिश किसने रची, यह सब बातें जांच में सामने आएंगी। इस बीच राज्य पुलिस के विशेष अभियान दल (एसओजी) और सीआरपीएफ जवानों के संयुक्त कार्यदलों ने पुलवामा, त्राल, अवंतीपोरा और उससे सटे इलाकों में छापे मार नौ स्थानीय लोगों को पकड़ा है। यह सभी लोग जैश ए मोहम्मद से जुड़े बताए जाते हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि यह सभी लोग गोरीपोरा, पुलवामा में आत्मघाती हमले की साजिश के बारे में जानते थे और किसी न किसी स्तर पर इसमें शामिल रहे हैं।
बताया जा रहा है कि इस हमले की साजिश जैश ए मोहम्मद के पाकिस्तानी कमांडर अकरम ने रची है। हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों का एक रेडियो संदेश पकड़ा है, उसमें अकरम का नाम सामने आया है। अकरम कुछ दिनों से अवंतीपोरा में ही था।
आइजीपी कश्मीर एसपी पाणि ने गोरीपोरा हमले के सिलसिले में किसी की गिरफ्तारी से इन्कार करते हुए कहा कि पूछताछ के लिए कुछ संदिग्ध तत्वों को पकड़ा गया है। अभी जांच चल रही है।