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पुलवामा हमले के लिए ऑनलाइन रसायन खरीदने वाले सहित दो धरे, NIA आज विशेष अदालत में करेगा पेश

पुलवामा आतंकी हमले के साजिशकर्ताओं को घर में शरण देने के तीन आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने शुक्रवार को दो और लोगों को गिरफ्तार किया है।

By Tilak RajEdited By: Published: Sat, 07 Mar 2020 12:49 PM (IST)Updated: Sat, 07 Mar 2020 12:49 PM (IST)
पुलवामा हमले के लिए ऑनलाइन रसायन खरीदने वाले सहित दो धरे, NIA आज विशेष अदालत में करेगा पेश
पुलवामा हमले के लिए ऑनलाइन रसायन खरीदने वाले सहित दो धरे, NIA आज विशेष अदालत में करेगा पेश

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। पुलवामा हमले की साजिश के तार धीरे-धीरे खुलने लगे हैं। साजिशकर्ताओं को घर में शरण देने के तीन आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने शुक्रवार को दो और लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक ने हमले में इस्तेमाल इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आइईडी) तैयार करने के लिए ऑनलाइन शॉपिंग साइट अमेजन से रसायन, बैटरियां व अन्य सामान खरीदे थे। दोनों को आज जम्मू स्थित एनआइए की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।

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एनआइए अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर के बाग ए महताब इलाके से 19 वर्षीय वैज उल इस्लाम और पुलवामा के हकरीपोरा से मुहम्मद अब्बास राथर नामक व्यक्ति को पकड़ा है। हकरीपोरा से कुछ दिन पूर्व तारिक अहमद शाह व उसकी बेटी इंशा को गिरफ्तार किया था। तारिक के घर में पुलवामा हमला अंजाम देने वाले आत्मघाती आदिल डार का वीडियो तैयार किया था। आदिल के हैंडलर फारूक उमर व कुछ अन्य आतंकी अक्सर उनके घर में ठहरते थे।

वैज उल इस्लाम ने एनआइए की पूछताछ में कुबूला कि उसने अपने एकाउंट से अमेजन साइट पर आइईडी बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के रसायन, बैटरियां व अन्य सामान खरीदा था। उसने यह सामान खुद पुलवामा हमले के साजिशकर्ताओं तक पहुंचाया था। वह जैश के साथ बीते साल से संपर्क में था। हकरीपोरा से पकड़ा मुहम्मद अब्बास राथर जैश-ए-मुहम्मद का पुराना ओवरग्राऊंड वर्कर है। उसके घर में वर्ष 2018-19 के दौरान आदिल डार, उसके हैंडलर मुहम्मद उमर फारूक और गाजी कामरान ने कई बार शरण ली थी।

जैश का स्थानीय कमांडर समीर अहमद डार कई बार उसके घर में रात बिता चुका है। उसने अपने और कई अन्य लोगों के घरों में जैश आतंकियों को सुरक्षित ठिकाना बनाने में मदद की। तारिक के घर में उसने पहले आतंकियों के लिए ठिकाने का बंदोबस्त किया था। मुहम्मद अब्बास राथर के अनुसार, आदिल डार का हैंडलर फारूक उमर अप्रैल 2018 में कश्मीर में आया था। गौरतलब है कि पुलवामा के लिथपोरा क्षेत्र में 14 फरवरी को हुए आत्मघाती हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे।


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