Investment: जम्मू-कश्मीर में एक लाख करोड़ के पूंजी निवेश की तैयारी
Investment in Jammu and Kashmir. देश-विदेश के 50 से ज्यादा नामी व्यापारिक समूह पहले ही जम्मू-कश्मीर में निवेश की अपनी इच्छा जता चुके हैं।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। Investment in Jammu and Kashmir. जम्मू-कश्मीर सरकार ने पर्यटन, स्वास्थ्य, उद्योग व अवसंरचना के क्षेत्र में निजी निवेश को आकर्षित करने के लिए विश्वस्तरीय निवेशक शिखर सम्मेलन की तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि प्रस्तावित सम्मेलन की अंतिम तिथि अभी तय है, लेकिन उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के मुताबिक यह अगले साल मार्च में आयोजित किया जा सकता है। देश-विदेश के 50 से ज्यादा नामी व्यापारिक समूह पहले ही जम्मू-कश्मीर में निवेश की अपनी इच्छा जता चुके हैं। उम्मीद की जा रही है कि जम्मू-कश्मीर में करीब एक लाख करोड़ के पूंजी निवेश के प्रस्ताव होंगे।
जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019 के पूरी तरह प्रभावी होने व जम्मू कश्मीर के दो केंद्र शासित राज्यों जम्मू-कश्मीर व लद्दाख में विभाजित होने के बाद अब एक बार फिर इस सम्मेलन की तैयारियां शुरू हो गई हैं। जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल जीसी मुर्मू ने गत दिनों इस सम्मेलन की तैयारियों व इसे आयोजित करने की समय सीमा तय करने पर संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। हालांकि प्रस्तावित निवेशक सम्मेलन गत अक्तूबर में होना था, लेकिन तत्कालिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए इसे स्थगित कर दिया गया था।
प्रस्तावित निवेशक शिखर सम्मेलन तीन से चार दिन चलेगा। इसकी शुरुआत कश्मीर से होगी और समापन जम्मू प्रांत में होगा। केंद्र शासित लद्दाख भी इस निवेशक सम्मेलन का हिस्सा रहेगा। जम्मू कश्मीर में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग इसे पूरी तरह सफल बनाने के लिए केंद्रीय वित्त और गृह मंत्रालय के अलावा कनफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज के साथ लगातार संपर्क में है।
देश के सभी प्रमुख शहरों में रोड शो किए जाएंगे
उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि निवेशक सम्मेलन को कामयाब बनाने के लिए देश के सभी प्रमुख शहरों व कस्बों में रोड शो भी आयोजित किए जाएंगे। निवेशक सम्मेलन में भाग लेने के लिए देश-विदेश के नामी व्यापारिक घरानों को निजी तौर पर भी आमंत्रित किया जाएगा। अहमदाबाद, गुजरात में भी इसी माह के अंत में एक रोडशो और बैठक का आयोजन किया जा रहा है। गत दिनों मुंबई और पुणे में दो कार्यक्रम हुए हैं। उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन की घोषणा के चंद दिन बाद ही देश-विदेश से करीब 50 बड़ी कंपनियों ने निवेश के प्रस्ताव भेजे हैं। यह प्रस्ताव करीब डेढ़ हजार करोड़ के हैं और जब यह सम्मेलन होगा तो हमें उम्मीद है कि जम्मू कश्मीर में करीब एक लाख करोड़ के पूंजी निवेश के प्रस्ताव होंगे।
सिंगापुर और ओमान की दो कंपनियां भी निवेश की इच्छुक
संबंधित अधिकारी ने कहा कि उप राज्यपाल जीसी मुर्मू चाहते हैं कि यह सम्मेलन जल्द से जल्द हो, लेकिन जम्मू-कश्मीर में विभिन्न पक्षों से जो हमारी बातचीत हुई है, उनके मुताबिक मार्च 2020 ही इसके लिए उपयुक्त समय रहेगा। उस समय तक कश्मीर में ठंड का प्रकोप कम हो चुका होता है, जम्मू प्रांत में भी मौसम ठीक होता है। निवेशकों को जम्मू कश्मीर के विभिन्न हिस्सों का दौरा करने में दिक्कत नहीं होगी। उन्होंने बताया कि सिंगापुर और ओमान स्थित दो कंपनियां भी निवेश की इच्छा जता चुकी हैं। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर की औद्योगिक नीति का स्वरूप भी तय किया जाना है। पहले यह सम्मेलन तत्कालिक जम्मू-कश्मीर राज्य संविधान जो अब समाप्त हो चुका है, के तहत बनी नीतियों के आधार पर हो रहा था, अब ऐसा नहीं है।
निवेशकों को निवेश की संभावनाओं से अवगत कराएंगे
प्रधान सचिव उद्योग एवं वाणिज्य विभाग नवीन कुमार चौधरी के मुताबिक, कनफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज प्रस्तावित सम्मेलन में केंद्र शासित जम्मू कश्मीर राज्य की भागीदार है। उन्होंने कहा कि यह इस क्षेत्र में होने वाला पहला निवेशक सम्मेलन होगा। इसमें हम देश विदेश के निवेशकों को जम्मू कश्मीर में विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्ध निवेश की संभावनाओं से अवगत कराएंगे। निवेश और निवेशकों के संरक्षण के लिए प्रशासन द्वारा बनाई गई नीतियों से अवगत कराएंगे। बिजनेस टू गवर्नमेंट मुद्दे पर भी निवेशकों के साथ अलग अलग बैठकों का सत्र होगा।