उड़ी में बीमार महिला को बचाने के लिए 10 किलोमीटर बर्फ पर चले पुलिसकर्मी
जम्मू कश्मीर पुलिस के त्वरित प्रयास से भारी बर्फबारी में फंसी एक बीमार महिला की जान बच गई। यह मामला उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले में एलओसी के साथ सटे बोनियार (उड़ी) का है। पुलिसकर्मियों बर्फ के बीच 10 किलोमीटर पैदल चलकर महिला को समय रहते अस्पताल पहुंचाया है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: जम्मू कश्मीर पुलिस के त्वरित प्रयास से भारी बर्फबारी में फंसी एक बीमार महिला की जान बच गई। यह मामला उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले में एलओसी के साथ सटे बोनियार (उड़ी) का है। पुलिसकर्मियों बर्फ के बीच 10 किलोमीटर पैदल चलकर महिला को समय रहते अस्पताल पहुंचाया है। बोनियार पुलिस स्टेशन में बुधवार को एलओसी से सटे चोटाली गांव से एक फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि उसके घर में एक महिला गंभीर रूप से बीमार हो गई है। गांव में डाक्टर भी नहीं है। उसे अस्पताल ले जाना है। बर्फ के कारण रास्ता बंद है। पुलिस स्टेशन से उसी समय पुलिसकर्मियों का एक दल आवश्यक साजोसामान लेकर गांव भेजा। पुलिस कर्मी बर्फ में पैदल चलकर गांव में पहुंचे। उन्होंने बीमार महिला को एक चारपाई पर लिटाया। इसके बाद पुलिसकर्मी चारपाई को कंधे पर लेकर पैदल ही बोनियार के लिए निकल पड़े। उन्होंने महिला को अस्पताल पहुंचाया। डाक्टरों के मुताबिक महिला की हालत अब बेहतर है। दवाएं लेकर गांव में पहुंचे थे पुलिसकर्मी
चोटाली के रहने वाले नासिर ने कहा कि पुलिसकर्मी अपने साथ कुछ दवाएं भी लाए थे। जब वह गांव में आए तो ग्रामीणों ने उन्हें कुछ देर आराम करने के लिए कहा। उन्हें चाय-नाश्ते की पेशकश भी की ताकि वह कुछ थकान मिटा सकें, लेकिन उन्होंने कहा कि पहले महिला को अस्पताल पहुंचाएंगे फिर आराम करेंगे। पर्यटकों को गुलमर्ग लाते समय बर्फ में लापता गाइड का शव मिला
बारामुला जिले के विश्व प्रसिद्ध स्की रिसार्ट गुलमर्ग में वीरवार को एक टूरिस्ट गाइड बर्फ में लापता हो गया था। उसका शव बरामद कर लिया गया है। टूरिस्ट गाइड का नाम फिरदौस अहमद बट है। वह गुलमर्ग का आधार शिविर कहलाने वाले कटीपोरा टंगमर्ग का रहने वाला था। वह वीरवार को कांगडोरी से गुलमर्ग की तरफ पर्यटकों के एक दल को लेकर आ रहा था। रास्ते में चारों तरफ बर्फ ही बर्फ थी। एक जगह वह रुक गया और उसने पर्यटकों को आगे चलने के लिए कहा। कुछ देर बाद पर्यटकों ने देखा कि फिरदौस उनके पीछे नहीं आ रहा है। उन्होंने गुलमर्ग पहुंचते ही पुलिस को पूरी बात बताई। इसके बाद पुलिस ने सेना के साथ मिलकर बचावकर्मियों के एक दल को उस जगह रवाना कर दिया, जहां से उसने पर्यटकों को आगे जाने के लिए कहा था। देर रात को उसका शव बरामद कर लिया गया।