Move to Jagran APP

कश्मीरी युवक की हिरासती मौत पर रैली निकाल रहे नेकां नेताओं को पुलिस ने रोका

नेकां मुख्यालय में आज पार्टी महासचिव अली मोहम्मद सागर के नेतृत्व में श्रीनगर और उसके साथ सटे इलाकों से नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में जमा हुए।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Thu, 21 Mar 2019 02:14 PM (IST)Updated: Thu, 21 Mar 2019 02:14 PM (IST)
कश्मीरी युवक की हिरासती मौत पर रैली निकाल रहे नेकां नेताओं को पुलिस ने रोका
कश्मीरी युवक की हिरासती मौत पर रैली निकाल रहे नेकां नेताओं को पुलिस ने रोका

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। चुनावी मूड में पूरी आ चुकी नेशनल कांफ्रेंस ने जमात पर पाबंदी और हिरासत में एक युवक की मौत के खिलाफ लालचौक तक रैली निकाल रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने टीआरसी चौराहे पर ही रोक लिया।। इस दौरान जमात पर पाबंदी नहीं चलेगी, हिरासती मौतें बंद हों, आरएसएस का एजेंडा नहीं चलेगा जैसे नारे भी खूब गूंजे। नेकां कार्यकर्ता यह मांग भी कर रहे थे कि पुलिस हिरासत में मारे गए युवक रिजवान के दोषियों को कठोर से कठोर सजा दी जाए।

loksabha election banner

नेकां मुख्यालय में आज पार्टी महासचिव अली मोहम्मद सागर के नेतृत्व में श्रीनगर और उसके साथ सटे इलाकों से नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में जमा हुए। पूर्व विधायक मुबारक गुल, पूर्व विधायक नासिर असलम वानी, पूर्व विधायक इरफान शाह, पूर्व विधायिका शमीमा फिरदौस समेत नेकां के सभी वरिष्ठ नेता अपने समर्थकों संग आए। हाथों में बैनर और तख्तियां लिए यह लोग जमात पर पाबंदी,कश्मीर में सुरक्षाबलों की कथित ज्यादियों, अलगाववादियों की गिरफतारी और एनआइए व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे लगाते हुए लालचौक की तरफ बढ़े।

नेकां मुख्यालय से करीब 100 मीटर दूर टीआरसी चौक में पुलिस ने नेकां कार्यकर्त्ताओं की रैली को रोक लिया। नेकां कार्यकर्त्ताओं ने जबरन आगे बढ़ने का प्रयास कियास। लेकिन पुलिस ने आगे धारा 144 के तहत किसी भी तरह के जुलूस पर पाबंदी का हवाला देते हुए कहा कि वह आगे नहीं जा सकते। अगर जबरन बढ़ेंगे तो पुलिसको बल प्रयोग करना पड़ेगा। इस पर नेकां महासचिव ने नारेबाजी कर रहे कार्यकर्ताओं को शांत करते हुए टीआरसी चौक में ही उन्हें संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हम कश्मीर को किसी भी तरह से आरएसएस और भाजपा की मुस्लिम विरोधी सियासत का अखाड़ा नहीं बनने देंगे। जमात पर पाबंदीहमारे मजहबी मामलों में हस्ताक्षेप है, अगर इसे नहीं हटाया गया तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। उन्होंने रिजवान की मौत का मुददा उठाते हुए कहा कि यहां सुरक्षाबलों की ज्यादतियां लगातार बढ़ रही हें, इन्हें रोका जाए।

नेकां महासचिव ने इस मौके पर धारा 35ए और धारा 370 के संरक्षण पर जोर देते हुए कहा कि यह हमारी पहचान हैं। इन्हें भंग करने की किसी भी साजिश का पुरजोर विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोसभा और विधानसभा चुनाव नेकां कार्यकर्त्ताओं व आम लोगों को भारतीय जनता पार्टी, पीडीपी व उन जेसे अन्य दलों द्वारा रची जा रही कश्मीर विरोधी साजिशों को नाकाम बनाने का एक सुनहरी अवसर हैं। इन चुनावों में नेकां की जीत को यकीनी बना, हम इन साजिशों को हमेशा के लिए बंद कर सकते हैं। रैली को मुबारक गुल, शमीमा फिरदौस और इरफान शाह ने भी संबोधित किया। इसके बाद नेकां नेता व कार्यकर्ता शांतिपूर्ण तरीके से आगे पीछे हो गए।

यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि कश्मीर घाटी में अलगाववादी व आतंकियों के समर्थकों पर नकेल कसने और जमात-ए-इस्लामी पर पाबंदी लगाने के बाद अब शरारती तत्वों की गिरफ्तारियों का सिलसिला भी शुरु कर दिया है। यही नहीं गत सोमवार-मंगलवार की रात को आतंकी मामलों में पूछताछ के लिए तलब एक युवक की पुलिस हिरासत में मौत हो गई है। नेकां ने इन सभी मुददों को अपने चुनावी एजेंडे का हिस्सा बना लिया है। वह इन्हें मुद्दों को लेकर लोगों के बीच जा रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.