Ceasefire violation: उड़ी से केरन तक पाक की भारी गोलाबारी, तीन की मौत; पूर्व सैनिक जख्मी
Ceasefire violation. उत्तरी कश्मीर में उड़ी से केरन तक नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना ने रविवार को भारतीय सैन्य ठिकानों और रिहायशी क्षेत्रों में भारी गोलाबारी की।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। Ceasefire violation. बार-बार करारा जवाब मिलने के बाद भी पाक सेना अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रही है। उत्तरी कश्मीर में उड़ी से केरन तक नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना ने रविवार को भारतीय सैन्य ठिकानों और रिहायशी क्षेत्रों में भारी गोलाबारी की। इसमें आठ वर्षीय बालक सहित तीन लोगों की मौत हो गई। इस दौरान पांच मकानों को क्षति पहुंची। जवाबी कार्रवाई में सरहद पार केल इलाके में स्थित पाक सेना के ब्रिगेड मुख्यालय, स्पेशल सिक्योरिटी ग्रुप (एसएसजी) यूनिट मुख्यालय और आतंकियों के दो लांचिग पैड समेत आठ इमारती ढांचों को भारी नुकसान पहुंचा। कुलगाम में आतंकियों के हमले में एक पूर्व सैनिक गंभीर रूप से जख्मी हो गया है। घायल की पहचान अब्दुल हमीद के रूप में हुई है। यह घटना कुलगाम जिले के बाछरु रेडवनी इलाके की है।
पाक सेना के एक अधिकारी समेत चार सैन्यकर्मी और कुछ आतंकियों के मारे जाने अथवा घायल होने की सूचना भी है। अलबत्ता, सरहद पार हुए नुकसान की तत्काल अधिकारिक स्तर पर पुष्टि नहीं हुई है। दोपहर को शुरू हुई गोलाबारी देर रात गए तक जारी थी। दोनों तरफ से एक-दूसरे के ठिकानों पर तोपखाने और मोर्टार से गोले दागे जा रहे थे। पूरे उत्तरी कश्मीर में सेना के सभी फील्ड कमांडरों को सचेत कर दिया गया। सेना के जवानों ने प्रशासन की मदद से अग्रिम बस्तियों में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। इनमें अधिकांश ने सामुदायिक सुरक्षा बंकरों में शरण ली है। कइयों को स्कूलों और पंचायतघरों में ठहराया गया है।
सेना ने पहले से तैयार थी
बीते तीन दिनों में यह दूसरा मौका है जब पाक सेना ने भारी गोलाबारी की है। सैन्य सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को पाकिस्तान को करारा जवाब मिलने के बाद से भारतीय सेना को आशंका थी कि पाक दोबारा नापाक हरकत करेगा। इससे निपटने के लिए पूरी तैयारी की गई थी। पाक सेना ने दोपहर को कुपवाड़ा में एलओसी से सटे चौकीबल, केरन-करनाह सेक्टर में भारतीय ठिकानों पर गोलाबारी करने से पहले जिला बारामुला के अंतर्गत उड़ी सेक्टर में भी संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। उड़ी में पाक सैनिकों ने दोपहर पौने एक बजे हथलंगा व चुरुंडा पर गोले बरसाए। भारतीय सेना ने 15 मिनट तक जवाब नहीं दिया, लेकिन जब गोलाबारी बढ़ने लगी तो भारत की ओर से जवाब दिया जाने लगा। हाजीपीर दर्रे के ऊपरी हिस्से में पाक सेना की लोन हट और लारी कलसी चौकियों को उड़ा दिया। उसके बाद उड़ी सेक्टर में पाक बंदूकें शांत हो गई।
उड़ी में करीब एक घंटे तक दोनों तरफ से गोलाबारी चली थी। कुछ ही देर बाद पाक सेना ने कुपवाड़ा सेक्टर में चौकीबल, केरन और टंगडार में भारतीय ठिकानों पर गोलाबारी शुरू कर दी। चौकीबल, टुमना, रीडी, करालपोरा,टंगडार और मच्छल में भारतीय नागरिक बस्तियों पर गोलाबारी की। टुमना और रीडी गांव में ही सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। करीब पांच मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। तीन वाहन भी तबाह हुए। रीडी चौकीबल की शमीमा पत्नी गुलाम मुहम्मद हज्जाम व 17 वर्षीय जावेद अहमद के अलावा टुमना गांव के आठ वर्षीय जियान की मौत हो गई। दो अन्य ग्रामीण जख्मी हैं, लेकिन संबंधित प्रशासन ने पुष्टि नहीं की है।
सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकसेना को केल में आतंकियों के दो लांचिंग पैड, पाक सेना के एसएसजी यूनिट और 32 ब्रिगेड मुख्यालय समेत आठ इमारती ढांचों को नुकसान पहुंचा है। पाक सेना के एक अधिकारी समेत चार सैन्यकर्मी और कुछ आतंकी मारे गए हैं या जख्मी भी हुए हैं। उन्होंने बताया कि केल में आग में घिरे पाक सेना के ठिकानों और आतंकियों के लांचिंग पैड से कुछ वाहनों और एंबुलेंस को निकलते देखा है। वहां मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर भी कुछ एलान हुए हैं, लेकिन गोलों के फटने की भीषण आवाज के बीच पता नहीं चल पाया कि वहां किसी बात का एलान हो रहा था।
पुंछ में गोलाबारी, दागे मोर्टार
पाकिस्तान ने पुंछ जिले के बालाकोट और मेंढर सेक्टरों में नियंत्रण रेखा के पास छोटे हथियारों से गोलाबारी की और मोर्टार दागे। इधर, भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की।
बालाकोट और हीरानगर सेक्टर में बरसाए गोले
बालाकोट और हीरानगर सेक्टर में पाकिस्तान ने गोले बरसाए। इस कारण मकानों और फसलों को नुकसान पहुंचा है। पाक सेना ने बालाकोट सेक्टर में शनिवार पूरी रात गोले बरसाए। इसके चलते कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए।
उधर, कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में बड़े-बड़े गोले दागकर सलाई गांव, जग चंगा और छन टांडा में दहशत फैलाई। इस दौरान दो पशु जख्मी हुए। गेहूं की फसल को भी नुकसान हुआ है।