Kashmir Situation: पाक सेना और आइएसआइ में खलबली, अभी से गर्मी के मौसम में घुसपैठ की साजिश
गणतंत्र दिवस पर बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने के लिए एलओसी पर घुसपैठ की तमाम साजिशें नाकाम होने से सरहद पार आतंकी संगठनों पाक सेना और आइएसआइ में खलबली मची है।
राजौरी, गगन कोहली। गणतंत्र दिवस पर बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने के लिए एलओसी पर घुसपैठ की तमाम साजिशें नाकाम होने से सरहद पार आतंकी संगठनों, पाक सेना और आइएसआइ में खलबली मची है। हाल ही में आइएसआइ ने आतंकी संगठनों के कमांडरों के साथ घुसपैठ करने के लिए नया गेम प्लान तैयार किया है। चूंकि इस समय पहाड़ों पर भारी बर्फबारी हुई है। रास्ते बंद हैं। इसलिए अब बर्फ पिघलने का इंतजार हो रहा है।
सर्दियों में ही गर्मी के मौसम की शुरुआत में आतंकियों की बड़े पैमाने पर घुसपैठ कराने के लिए पूरा खाका तैयार कर लिया है। इसकी भनक लगते ही भारतीय सेना व सुरक्षा एजेंसियां चौकस हो गई हैं। गौरतलब है कि हाल ही में नवनियुक्त सेना अध्यक्ष मनोज कुमार नरवाने ने हाल ही में राजौरी-पुंछ में अग्रिम क्षेत्रों में हालात जाने थे।
सूत्रों के अनुसार सीमा पर कुछ दिनों से लगातार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडरों के साथ पाक की खुफिया एजेंसी के अधिकारी व पाक सेना के अधिकारी लगातार बैठकें कर रहे हैं। कुछ रोज पहले रावलपिंडी में बैठक हुई थी जिनमें लश्कर के सरगना हाफिज सईद का भतीजा, दमाद के साथ कई आतंकी संगठनों के आतंकी शामिल थे। आइएसआइ व पाक सेना के अधिकारी भी मौजूद थे। सभी ने मिलकर साफ कहा कि जैसे ही गर्मी शुरू होती है उसी समय घुसपैठ के प्रयास तेज किए जाएं। अधिक से अधिक आतंकवादियों को भारतीय क्षेत्र में दाखिल करवाया जाए ताकि आतंकी गतिविधियों में तेजी लाई जाए। साजिश भरी बैठकों के बाद भारतीय सेना भी तैयार है।
यहां बर्फ नहीं वहां घुसपैठ के प्रयास करें:
सरहद पार ऐसी रणनीति तैयार की गई है जहां इस समय बर्फ नहीं है, वहां पाक सेना बार-बार संघर्ष विराम का उल्लंघन करके अधिक से अधिक आतंकवादियों की घुसपैठ करवा रही है। पाक सेना को संदेश जारी किए जा चुके हैं कि लगातार गोलाबारी की जाए। इसकी आड़ में आतंकवादियों को भारतीय क्षेत्र में दाखिल करवाने का प्रयास हो रहा है।
बैट को भी अधिक हमलों को निर्देश जारी :
सीमा पार बार्डर एक्शन टीम (बैट) जिसमें पाक सेना के विशेष एसएसजी कमांडों के साथ आतंकी व पाक सेना के जवान शामिल हैं, को साफ निर्देश हैं कि सीमा पार करके भारतीय क्षेत्र में भारतीय सेना के जवानों पर अधिक से अधिक हमले किए जाएं। अनुमान है कि आने वाले दिनों में बैट के हमले सीमा पर तेज हो सकते हैं। बैट नियंत्रण रेखा पर लगातार भारतीय सेना को निशाना बना रही है। एलओसी पार आतंकी शिविर, लॉन्च पैड भारत में घुसपैठ के इरादे से भी बनाए गए हैं।
तीन माह में संघर्ष विराम का उल्लंघन :
पिछले तीन माह में ही 50 से अधिक बार संघर्ष विराम का उल्लंघन हो चुका है। इसी की आड़ में घुसपैठ की कोशिशें हो चुकी हैं। सेना के पोर्टर सहित पांच जवान शहीद हो चुके हैं। सबसे अधिक पाक गोलाबारी पुंछ के कृष्णाघाटी, शाहपुर किरनी, बालाकोट, राजौरी के तरकुंडी, झंगड़ और लाम में होती है।