वादी में पटरी पर लौटा जनजीवन
संवाद सहयोगी, श्रीनगर : दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम क्षेत्र में शनिवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में
संवाद सहयोगी, श्रीनगर : दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम क्षेत्र में शनिवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में पांच आतंकियों और एक नागरिक की मौत के विरोध में अलगाववादियों की बंद की कॉल के चलते सोमवार को अस्तव्यस्त हुआ जनजीवन मंगलवार को पटरी पर लौट आया। हालांकि अनंतनाग जिले में मुठभेड़ में मारे गए नागरिक की मौत के विरोध में मंगलवार चौथे दिन भी हड़ताल रही।
गौरतलब है कि बंद के कारण वादी में सोमवार को जनजीवन प्रभावित होकर रह गया था। तमाम व्यापारिक प्रतिष्ठान, शैक्षणिक संस्थान व निजी कार्यालय बंद रहे। यातायात भी ठप रहा। सरकारी कार्यालयों में बंद के चलते कर्मचारियों की उपस्थिति नाममात्र रही। प्रशासन ने स्थिति को भांपते हुए सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज मौलवी उमर फारूक, मोहम्मद यासीन मलिक व हिलाल अहमद वार समेत सभी वरिष्ठ अलगाववादी नेताओं को अपने घरों में नजरबंद रखा था। संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी थी। बनिहाल-बारामुला रेल सेवा भी स्थगित कर दी गई। मंगलवार को अनंतनाग को छोड़ पूरी वादी में जनजीवन फिर से पटरी पर लौट आया। तमाम व्यापारिक प्रतिष्ठान, शैक्षणिक संस्थान व निजी कार्यालय खुले रहे। सड़कों पर वाहनों की आवाजाही सामान्य ढंग से जारी रही। बनिहाल-बारामुला रेल सेवा भी बहाल कर दी गई।
उधर, दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिले में शनिवार को मुठभेड़ में पांच आतंकियों सहित एक नागरिक की मौत के विरोध में हड़ताल रही। जिले में हड़ताल के चलते जनजीवन अस्तव्यस्त रहा। तमाम व्यापारिक प्रतिष्ठान, शैक्षणिक संस्थान और निजी कार्यालय बंद रहे। सरकारी कार्यालयों में भी कर्मचारियों की हाजिरी कम रही, जबकि यातायात बुरी तरह प्रभावित रहा। जिला प्रशासन ने स्थिति को भांपते हुए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए थे। जिले में स्थिति शांत रही और कोई अप्रिय घटना नहीं घटी। गौरतलब है कि रऊफ अहमद डार नामक नागरिक जिले के आंचीडोरा इलाके का रहने वाला था।