पीडीपी के पूर्व विधायक पर एनआइए ने कसा शिकंजा
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के वरिष्ठ नेता और वाची शोपियां के पूर्व वि
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के वरिष्ठ नेता और वाची शोपियां के पूर्व विधायक एजाज अहमद मीर पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। एनआइए ने उनके विशेष पुलिस अफसर (एसपीओ) के हथियारों संग फरार होने के मामले की जांच करते हुए बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं पर आतंकी हमले के साथ उनके संबंध का पता लगाया है। हमले में इस्तेमाल एक वाहन पीडीपी नेता का ही बताया जा रहा है।
गौरतलब है कि वाची विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 2014 में चुनाव जीतने वाले पीडीपी नेता एजाज अहमद मीर के श्रीनगर स्थित सरकारी निवास से उनका एसपीओ आदिल बशीर 29 सितंबर 2018 को वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों की आठ सरकारी राइफलों संग फरार होकर आतंकियों से मिल गया था। आदिल बशीर को विधायक ने ही एसपीओ बनवाया था। हालांकि वह पहले पत्थरबाजी की घटनाओं में वांछित था। इससे पूर्व जुलाई 2017 में श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर दक्षिण कश्मीर में आतंकियों के हमले में बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए आए सात श्रद्धालु मारे गए थे और 19 अन्य जख्मी हुए थे। एनआइए इन मामलों की जांच कर रही है।
सूत्रों ने बताया कि एनआइए ने एजाज अहमद मीर को कई जगह आतंकियों और अलगाववादियों के प्रति सहानुभूति रखने वाला पाया है। एनआइए ने दावा किया है कि बाबा अमरनाथ श्रद्धालुओं पर हुए आतंकी हमले में लिप्त आतंकियों ने जो वाहन इस्तेमाल किया था, वह कथित तौर पर एजाज अहमद मीर का था।
बताया जाता है कि डीएसपी एनआइए र¨वद्र कुमार ने राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पुलिस मुख्यालय को एक पत्र भेजा है। पत्र में उन्होंने एजाज मीर पर कई गंभीर टिप्पणियां करते हुए आतंकियों और अलगाववादियों के प्रति सहानुभूति रखने का जिक्र किया है। इसके साथ ही लिखा है कि जांच में पता चला है कि बाबा अमरनाथ श्रद्धालुओं की बस पर हुए हमले में उनका एक वाहन भी इस्तेमाल हुआ है। इसलिए आपसे आग्रह है कि आप हमें एजाज अहमद मीर की पूरी पृष्ठभूमि, अगर उनका कोई आपराधिक रिकार्ड हो या उनके खिलाफ कभी कोई मामला दर्ज हो और पूरे ब्योरे के साथ उनकी एक इंटेग्रिटी रिपोर्ट यथाशीघ्र एनआइए दिल्ली स्थित कार्यालय में जांच के लिए उपलब्ध कराएं।
एजाज अहमद मीर का कहना है कि मैं पहले भी कह चुका हूं कि मेरे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। मैं हमेशा जांच में सहयोग के लिए तैयार हूं। मैंने पहले भी पुलिस जांच का सामना किया है। एनआइए ने भी मुझसे पूछताछ की है। अगर एनआइए को मेरी निष्ठा और राष्ट्रभक्ति की जांच करनी है तो वह करे।
ज्ञात हो कि गत दिसंबर के दौरान पीडीपी की अध्यक्षा और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया था कि भाजपा उनकी पार्टी के विधायकों को तोड़ने के लिए एनआइए का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने एजाज अहमद मीर का नाम लेते हुए कहा था कि उसे दो विकल्प दिए गए हैं। वह भाजपा का साथ देते हुए सरकार में शामिल हो या फिर अगले दो साल के लिए जेल में रहने के लिए तैयार रहे।