देविदर सिंह के ढाका कनेक्शन की भी होगी जांच
देविदंर सिंह के मामले में पुलिस विभाग द्वारा एक आंतरिक विभागीय जांच भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि अब एनआइए जांच कर रही है इसलिए मेरा इस विषय में ज्यादा बातचीत करना उचित नहीं है। कुछ नए खुलासे हुए हैं उनकी जांच एनआइए कर रही है। जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है। देविदर सिंह के बांग्लादेश कनेक्शन को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि उसकी बेटियां वहां पढ़ती थीं वह उनसे मिलने वहां-जाता रहा है। हमारे पास यही जानकारी है। अब इससे आगे भी वहां उसके तार किसी अन्य गतिविधि से जुड़े थे या नहीं यह भी जांच की जा रही है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : आतंकियों के साथ गठजोड़ के आरोप में पकड़े गए डीएसपी देविदर सिंह के ढाका कनेक्शन की भी जांच होगी। वह वहां सिर्फ अपनी बेटियों की पढ़ाई के सिलसिले में जाता था या वहां पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी (आइएसआइ) के एजेंटों से भी मिलता था। यह सभी पहलू राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की जांच का हिस्सा होंगे। यह दावा राज्य पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने किया।
डीएसपी देविदर सिंह को कुछ दिन पहले जम्मू कश्मीर पुलिस ने जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर हिजबुल के कुख्यात आतंकी नवीद बाबू, आतिफ उर्फ आसिफ और लश्कर के ओवरग्राउंड वर्कर संग पकड़ा था। इसके बाद डीएसपी को निलंबित कर दिया गया था। देविदर सिंह को लेकर रोज नए खुलासे हो रहे हैं।
श्रीनगर में सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में डीजीपी ने कहा कि अब एनआइए ने इस मामले की जांच का जिम्मा संभाल लिया है। वह विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच कर रही है। हमने देविदर सिंह के साथी आतंकियों से पूछताछ के आधार पर दो आतंकी ठिकाने तबाह किए हैं। इसके अलावा देविदंर सिंह के मामले में पुलिस विभाग द्वारा एक आंतरिक विभागीय जांच भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि अब एनआइए जांच कर रही है, इसलिए मेरा इस विषय में ज्यादा बातचीत करना उचित नहीं है। कुछ नए खुलासे हुए हैं, उनकी जांच एनआइए कर रही है। जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है। देविदर सिंह के बांग्लादेश कनेक्शन को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि उसकी बेटियां वहां पढ़ती थीं, वह उनसे मिलने वहां-जाता रहा है। हमारे पास यही जानकारी है। अब इससे आगे भी वहां उसके तार किसी अन्य गतिविधि से जुड़े थे या नहीं, यह भी जांच की जा रही है।
इस बीच, संबंधित सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि देविदर सिंह बांग्लादेश की राजधानी ढाका में कई बार गया है। इसलिए इस बात की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता कि वह वहां आइएसआइ के एजेंटों से मिला होगा। इसके अलावा जम्मू कश्मीर में सक्रिय कई आतंकी व जिहादी संगठनों का नेटवर्क भी बांग्लादेश में है। बांग्लादेश में उसकी बेटियों की एमबीबीएस की पढ़ाई को आइएसआइ द्वारा स्पांसर किए जाने की आशंका को नकारा नहीं जा सकता। इसलिए एनआइए इस पहलू को ध्यान में रखते हुए भी जांच कर रही है। देविदर की पूर्व की शिकायतों की जांच होगी : डीजीपी
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने सोमवार को कहा कि आतंकियों का साथ देने वाले डीएसपी देविदर सिंह ने अगर पहले कोई अपराध किया है, तो उसकी जांच होगी। बशर्ते कोई उनके बारे में लिखित तौर पर औपचारिक शिकायत दर्ज कराए। देविदर सिंह पर कश्मीर में भू-माफिया का साथ देने, एक व्यापारी से जबरन वसूली और करीब डेढ़ दशक पहले उसके द्वारा कथित तौर पर आतंकियों की मदद करने के मामले भी सामने आए हैं। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि देविदर सिंह के खिलाफ किसी पुराने मामले की जांच पर कोई रोक नहीं है। अगर उस पर पहले कानून को तोड़ने और असामाजिक तत्वों का साथ देने की शिकायतें व मामले रहे हैं तो तत्कालीन अधिकारियों को जांच करनी चाहिए थी। उसी समय उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए थी। अब भी उसके खिलाफ किसी मामले में जांच पर रोक नहीं है,बशर्ते कोई साक्ष्यों के आधार पर लिखित शिकायत करे। उन्होंने देविदर द्वारा एनआइए व पुलिस की जांच में अपने कुछ साथी पुलिस अधिकारियों के नाम लिए जाने पर किसी भी तरह की प्रतक्रिया से बचते हुए कहा कि मामले की जांच चल रही हे। अगर उसने कोई सुराग मिला तो उचित समय पर उसे सार्वजनिक करते हुए यथोचित्त कार्रवाई की जाएगी। नवीद के भाई से एनआइए अधिकारियों ने की पूछताछ
भठिडी के करेनी तालाब इलाके से पकड़े गए हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर नवीद का भाई सईद मुहम्मद इरफान से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) के अधिकारियों ने पूछताछ की। इरफान दो सप्ताह से भठिंडी क्षेत्र में एक किराये के घर में रह रहा था। नवीद के भाई इरफान की गिरफ्तारी को लेकर जम्मू पुलिस कुछ भी नहीं बोल रही है। गहन पूछताछ में यह सामने आया कि इरफान चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में पीएचडी कर रहा है। वह अपने भाई नवीद की गिरफ्तारी से एक सप्ताह पूर्व जम्मू आ गया था। नवीद के मोबाइल फोन की काल डिटेल को खंगाला जा रहा है, ताकि स्पष्ट हो पाए कि वह किन लोगों के संपर्क में था। इरफान को सुरक्षा बलों ने अज्ञात स्थान पर रखा हुआ है। सोमवार को एनआइए के कुछ अधिकारियों ने इरफान से पूछताछ की। एनआइए के यही अधिकारी देविंदर सिंह से भी पूछताछ कर रहे हैं। सोपोर पुलिस ने भी एसओजी से संपर्क साध कर इरफान के बारे में जानकारी जुटाई है। सोपोर पुलिस की टीम जल्द इरफान को अपने साथ सोपोर ले जाएगी, ताकि आतंकी नेटवर्क के बारे जानकारियां मिल पाएं।
ज्ञात रहे कि स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने सईद मुहम्मद इरफान को ओवरग्राउंड वर्कर मुहम्मद रफीक गनई की निशानदेही पर पकड़ा था। गनई को भी तीन दिन पहले जम्मू में मलिक मार्केट से पकड़ा था। गनई ने पूछताछ में बताया था कि इरफान को आतंकी संगठनों ने जम्मू को गणतंत्र दिवस पर दहलाने का जिम्मा सौंपा था। 11 मई को कुलगाम में आतंकी नवीद अपने एक साथी और डीएसपी देविंदर सिंह के साथ पकड़ा गया था। मोबाइल फोन को एफएसएल में भेजा
एसओजी के हत्थे चढ़े हिज्बुल आतंकी सईद मोहम्मद इरफान के मोबाइल फोन को जांच के लिए फोरेंसिक सांइस लेबोरेटरी (एफएसएल) में भेज दिया है। पुलिस यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि सईद ने मोबाइल फोन में क्या डाटा जुटा रखा था, जो उसने गिरफ्तार होने से पूर्व डिलीट कर दिया होगा। दरअसल, नवीद बाबू की गिरफ्तारी के बाद ही इरफान ने अपने मोबाइल फोन से डाटा मिटा दिया था। दक्षिण कश्मीर में हिजबुल खात्मे की ओर : डीजीपी
राज्य पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने सोमवार को दावा किया कि दक्षिण कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन अब खात्मे की तरफ है। इस इलाके में सक्रिय हिजबुल के लगभग सभी प्रमुख आतंकी मारे जा चुके हैं। जम्मू कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों में हिजबुल ही स्थानीय आतंकियों का सबसे बड़ा संगठन है। दक्षिण कश्मीर में ही इस संगठन के सबसे ज्यादा आतंकी हैं।
दिलबाग सिंह ने सोमवार को वाची-शोपियां में हिजबुल मुजाहिदीन के तीन आतंकियों के मारे जाने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह साल अब तक बहुत अच्छा रहा है। हमारे लगभग सभी आतंकरोधी अभियान सफल रहे हैं। आज का अभियान भी पूरी तरह कामयाब रहा। कुछ दिन पहले हमने हमाद खान समेत तीन आतंकियों को मार गिराया था। उसके बाद अवंतीपोरा में कुछ आतंकी भी पकड़े गए। नवीद बाबू को भी उसके साथियों के साथ पकड़ा गया है।
उन्होंने कहा कि दक्षिण कश्मीर में आतंक मचाने वाले अधिकांश आतंकी मारे जा चुके हैं। हिजबुल मुजाहिदीन के लगभग सभी प्रमुख आतंकी मारे जा चुके हैं या पकड़े जा चुके हैं। आज के ऑपरेशन के बाद हम कह सकते हैं कि दक्षिण कश्मीर में हिज्ब का लगभग सफाया हो गया है। कुछ ही आतंकी अब दक्षिण कश्मीर में रह गए हैं। जल्द ही वह भी पकड़े जाएंगे या मारे जाएंगे। वादी के मौजूदा हालात पर उन्होंने कहा कि कश्मीर में हालात पूरी तरह शांत हैं। दक्षिण कश्मीर जो बीते कुछ सालों के दौरान आतंकी हिसा का केंद्र बना हुआ था, अब पूरी तरह शांत व सामान्य हो चला है।