कश्मीर में पाबंदियां खत्म, कल से शुरू होगी मोबाइल सेवा
कल से घाटी में बहाल हो जाएगी पोस्टपेड मोबाइल सेवा
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर में हालात सुधर रहे हैं। ऐसे में सामान्य जनजीवन को पूरी तरह पटरी पर लाने के लिए प्रशासन ने शनिवार को बड़ा कदम उठाते हुए 14 अक्टूबर से सभी पोस्टपेड मोबाइल सेवाओं को बहाल करने का एलान किया है। यह सेवा कश्मीर के सभी 10 जिलों में शुरू होगी। घाटी के 99 फीसद इलाकों में हालात पूरी तरह सामान्य हैं और आवाजाही की पाबंदियां पूरी तरह से हटा ली गई हैं। सिर्फ आठ-दस पुलिस थाना क्षेत्रों में ही थोड़ी-बहुत पाबंदियां हैं। लैंडलाइन सेवाएं पहले से पूरी तरह बहाल हैं। सभी शिक्षण संस्थान भी खुल चुके हैं। इंटरनेट पर रोक से आने वाली दिक्कतों के हल के लिए प्रत्येक जिला मुख्यालय में एक से दो स्थानों पर 25 टर्मिनल पर आधारित इंटरनेट कैफे भी बनाए गए हैं।
बता दें कि पहले राज्य प्रशासन ने यह सेवा शनिवार को बहाल करने का संकेत दिया था, जिन्हें किन्हीं कारणों से अब सोमवार दोपहर 12 बजे बहाल किया जाएगा। वहीं, प्री-पेड मोबाइल और इंटरनेट सेवा के लिए अभी कुछ और इंतजार करना होगा। लेकिन पर्यटकों के लिए पर्यटन स्थलों पर इंटरनेट सेवा जल्द शुरू हो सकती है।
चार अगस्त को लगाई थीं पाबंदियां :
राज्य सरकार के प्रवक्ता और प्रधान सचिव रोहित कंसल ने शनिवार को कहा कि अनुच्छेद 370 हटाने से पहले चार अगस्त को वादी में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए यह पाबंदियां लगाई गई थीं। वहीं, हालात में लगातार सुधार और स्थिति की नियमित समीक्षा के आधार पर पाबंदियों को सिलसिलेवार तरीके से हटाया गया है। लेह कारगिल में पहले ही बहाल हो चुकी है सेवा :
कंसल ने बताया कि जम्मू संभाग के दस जिलों के अलावा लेह और कारगिल में सभी प्रकार की फोन सेवाएं पहले ही बहाल की जा चुकी हैं। सिर्फ घाटी में ही मोबाइल सेवा बंद थी। ऐसे में अब बीएसएनएल समेत जितनी भी दूरसंचार क्षेत्र के कंपनियां कश्मीर में यह सेवा प्रदान कर रही हैं, अपनी सेवाएं शुरू कर देंगी। पर्यटक एडवाइजरी वापस लेने के बाद लिया फैसला :
पोस्टपेड मोबाइल सेवा बहाल करने का फैसला राज्य सरकार द्वारा नौ अक्टूबर को पर्यटकों के लिए एडवाइजरी वापस लिए जाने के बाद आया है। विभिन्न सामाजिक, व्यापारिक और टूरिस्ट संगठनों ने कहा था कि जब तक मोबाइल सेवा बहाल नहीं होगी, पर्यटकों के लिए हटाई गई ट्रैवल एडवाइजरी कारगर नहीं होगी। चरणबद्ध तरीके से होगी राजनीतिक लोगों की रिहाई :
हिरासत में लिए गए राजनीतिक लोगों की रिहाई के संदर्भ में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि इन सभी को संबंधित कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए, हालात में सुधार और संबंधित परिस्थितियों की समीक्षा के आधार पर चरणबद्ध तरीके से रिहा किया जाएगा। आतंकियों से डरने की नहीं है जरूरत :
प्रदेश में शांति और सुरक्षा का माहौल बनाने के अपने संकल्प को दोहराते हुए रोहित कंसल ने कहा कि हम विघटनकारी तत्वों की हर साजिश को नाकाम बनाएंगे। व्यापारियों, उद्योगपतियों, ट्रांसपोर्टरों, दुकानदारों, होटल मालिकों और ठेकेदारों को आतंकियों व अलगाववादियों से डरने की कोई जरूरत नहीं है। उन्हें बेखौफ अपनी सामान्य दिनचर्या पर लौटना चाहिए। वहीं, कोई शरारती तत्व उन्हें तंग करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।