रसाना पीड़िता के लिए मीरवाइज ने इंसाफ की गुहार लगाई
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी गुट के चेयरमैन मीरवाइज मौलवी उमर फा
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी गुट के चेयरमैन मीरवाइज मौलवी उमर फारूक ने शुक्रवार को रसाना कांड की पीड़िता के लिए इंसाफ की मांग की।
जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के चेयरमैन मोहम्मद यासीन मलिक को पुलिस ने एहतियातन हिरासत में लेते हुए कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी, मोहम्मद अशरफ सहराई, जफर अकबर फतेह, इंजीनियर हिलाल वार और जावेद मीर समेत अन्य अलगाववादी नेताओं को उनके घरों में नजरबंद रखा।
प्रशासन ने रसाना कांड पर नमाज ए जुम्मा के मौके पर अलगाववादियों के प्रदर्शनों को रोकने के लिए पहले डाउन-टाउन के अलावा अन्य संवेदनशील इलाकों में निषेधाज्ञा लगाने का फैसला किया था। प्रशासन ने मूसलधार बारिश को देखते हुए कहीं भी निषेधाज्ञा नहीं लगाई। यासीन मलिक को एहतियातन हिरासत में लेने के अलावा कुछ अन्य अलगाववादी नेताओं को उनके घरों में नजरबंद रखा, लेकिन मीरवाइज को नजरबंद नहीं किया गया।
मीरवाइज ने नमाज से पूर्व आजादी समर्थक नारेबाजी के बीच कहा कि कश्मीरियों को हक ए खुद इरादियत और आजादी मांगने के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है। रसाना कांड के दोषियों को कठोर दंड देने की मांग की। मीरवाइज ने अलगाववादी नेताओं की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने और उन्हें नजरबंद करने के लिए राज्य सरकार की कड़ी ¨नदा की। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि यह मसला बातचीत से हल हो। इसके लिए दोनों मुल्कों का सहयोग करने के लिए तैयार हैं, लेकिन कश्मीर मसला सिर्फ त्रिपक्षीय बातचीत से ही हल होगा। जंग किसी मसले का हल नहीं है। यह बात ¨हदोस्तान के फौजी जनरल ने भी मानी है। भारत और पाकिस्तान में लोगों का एक बड़ा वर्ग बातचीत से ही कश्मीर मसला हल करने का पक्षधर है।