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शहीद का पार्थिव शरीर सैन्य सम्मान के साथ परिजनों के पास भेजा

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा से सटे टंगडार सेक्टर में पांच घुसपै

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Sep 2018 07:53 PM (IST)Updated: Tue, 25 Sep 2018 07:53 PM (IST)
शहीद का पार्थिव शरीर सैन्य सम्मान के साथ परिजनों के पास भेजा
शहीद का पार्थिव शरीर सैन्य सम्मान के साथ परिजनों के पास भेजा

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा से सटे टंगडार सेक्टर में पांच घुसपैठियों को मार गिराते शहीद हुए लांसनायक संदीप ¨सह का पार्थिव शरीर मंगलवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके परिजनों के पास कोटला खुर्द, पंजाब ले जाया गया। इससे पूर्व शहीद को बादामी बाग स्थित सैन्य छावनी में आयोजित भावपूर्ण समारोह में श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

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गौरतलब है कि शनिवार को जिला कुपवाड़ा में टंगडार सेक्टर में पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा जंगबंदी के उल्लंघन की आड़ में स्वचालित हथियारों से लैस आतंकियों के एक दल ने भारतीय इलाके में घुसपैठ की थी। इन घुसपैठियों को मार गिराने के दौरान लांसनायक संदीप ¨सह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उनके सिर में गोली लगी थी। उन्हें उपचार के लिए श्रीनगर स्थित सैन्य अस्पताल लाया गया था, जहां सोमवार दोपहर उन्होंने जख्मों की ताव न सहते हुए दम तोड़ दिया।

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बताया कि शहीद लांसनायक संदीप ¨सह को बादामी बाग स्थित सैन्य छावनी में कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एके बट समेत सेना के वरिष्ठ अधिकारियों और जवानों के अलावा पुलिस महानिदेशक दिलबाग ¨सह, आइजीपी कश्मीर एसपी पाणि, केंद्रीय अर्धसैनिकबलों के वरिष्ठ अधिकारी और आला प्रशासनिक अधिकारियों ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र और फूलमालाएं अíपत किए।

प्रवक्ता ने बताया कि श्रद्धांजलि समारोह के बाद शहीद का पार्थिव शरीर सैन्य सम्मान के साथ पंजाब के जिला गुरुदासपुर अंतर्गत कोटला खुर्द में उनके परिजनों के पास ले जाया गया। वह 30 वर्ष के थे और वर्ष 2007 में सेना में शामिल हुए थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी रह गई हैं।

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सर्जिकल स्ट्राइक का हिस्सा

नहीं थे संदीप ¨सह

टंगडार में घुसपैठियों को मार गिराते शहीद हुए लांस नायक संदीप ¨सह सेना की 20 जाट रेजिमेंट के घातक दस्ते के सदस्य थे। उन्होंने कई घुसपैठरोधी अभियानों में हिस्सा लेने के अलावा पाकिस्तानी सेना के बैट दस्ते के कई हमलों को भी नाकाम बनाया था। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बताया कि शहीद लांसनायक संदीप ¨सह बहादुर सिपाही थे, लेकिन उन्होंने गुलाम कश्मीर स्थित आतंकी कैंपों पर भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक में हिस्सा नहीं लिया था। उन्होंने कहा कि मीडिया के कुछ हिस्सों में छपी उन खबरों में कोई सच्चाई नहीं है, जिसमें कहा गया है कि संदीप ¨सह ने सर्जिकल स्ट्राइक में हिस्सा लिया था।


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