Jammu Kashmir Terroist: आतंकी संगठन एजीएच के आतंकियों की जिंदगी चार से छह माह ही, 38 आतंकी बीते तीन वर्षो में मारे जा चुके
कश्मीर के रास्ते पूरे हिंदुस्तान में जिहाद और गजवा-ए-हिंद का एलान करने वाले आतंकी संगठन अंसार गजवातुल हिंद (एजीएच) के 38 आतंकी बीते तीन वर्षो में सुरक्षाबलों के हाथों मारे जा चुके
श्रीनगर , राज्य ब्यूरो। कश्मीर के रास्ते पूरे हिंदुस्तान में जिहाद और गजवा-ए-हिंद का एलान करने वाले आतंकी संगठन अंसार गजवातुल हिंद (एजीएच) के 38 आतंकी बीते तीन वर्षो में सुरक्षाबलों के हाथों मारे जा चुके हैं। सिवाय जाकिर मूसा के एजीएच का कोई प्रमुख कमांडर चार से छह महीने से ज्यादा देर तक जिंदा नहीं रह पाया है। गत बुधवार शोपियां में मुठभेड़ में एजीएच के तीन आतंकी मारे गए हैं।
अंसार गजवातुल हिंद के गठन की पुष्टि अल-कायदा के मीडिया विंग ने जुलाई 2017 में की थी। अंसार गजवातुल का पहला कमांडर जाकिर मूसा बना था। दक्षिण कश्मीर में त्राल का मूसा पहले हिजबुल मुजाहिदीन में था, लेकिन जुलाई 2016 में बुरहान की मौत के बाद उसका हिज्ब के आकाओं और पाक खुफिया एजेंसी के साथ मतभेद हो गए थे। उसने सबसे पहले कश्मीर में अलगाववादियों की पोल खोली थी। अगर यह लोग नहीं बदले तो इन्हें लालचौक में लटका दिया जाएगा।
अंसार गजवातुल हिंद में सिर्फ कश्मीरी आतंकी शामिल नहीं हुए बल्कि कश्मीर में सक्रिय कई विदेशी आतंकी भी इसका हिस्सा बने। इनमें अबु दुजाना का नाम उल्लेखनीय है। वह लश्कर का कमांडर था। उसने ऊधमपुर में बीएसएफ के काफिले पर हमले की साजिश में अबु कासिम संग अहम भूमिका निभाई थी। दुजाना अगस्त 2017 में मुठभेड़ में मारा गया था। पाक का जैश कमांडर अबु हमास एजीएच का हिस्सा बना था। वह मार्च 2018 में मारा गया था।
पहले चार माह में सबसे अधिक आतंकी मारे गए :
कश्मीर में आतंकरोधी अभियानों में हिस्सा लेने वाले अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2017 में एजीएच के सिर्फ पांच आतंकी और वर्ष 2018 में नौ आतंकी मारे गए। बीते साल विभिन्न मुठभेड़ों में 11 आतंकी मारे गए। पहली जनवरी 2020 से बुधवार दोपहर तक 13 आतंकी ढेर कर दिए हैं।
इनमें इसके दो ऑपरेशनल चीफ कमांडर जाकिर, हमीद ललहारी और एक जिला कमांडर, एक डिप्टी चीफ और दो प्रवक्ता हैं। मूसा के अलावा किसी ऑपरेशनल कमांडर छह माह से ज्यादा समय नहीं निकाला है। जाकिर मूसा 24 मई 2019 को त्राल में घर से कुछ दूरी पर मार गिराया था।
उसकी मौत के बाद अल कायदा ने हमीद को एजीएच का कमांडर घोषित किया था। ललहारी 22 अक्टूबर 2019 को सुरक्षाबलों के हाथों मारा गया। इसके बाद एजीएच की कमांड गाजी इब्राहिम को सौंपी। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, गाजी इब्राहिम कोई और नहीं उमर ही था।