सैन्य सम्मान के साथ शहीद को सुपुर्द ए खाक किया
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : शहीद लांस नायक मुख्तार अहमद को मंगलवार बादामी बाग स्थित सैन्य छावनी में
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : शहीद लांस नायक मुख्तार अहमद को मंगलवार बादामी बाग स्थित सैन्य छावनी में आयोजित एक भावपूर्ण समारोह में अंतिम श्रद्धांजलि अíपत की गई। श्रद्धांजलि समारोह के बाद शहीद का तिरंगे में लिपटा पाíथव शरीर उसके पैतृक गांव शूरट कुलगाम ले जाया गया, जहां उसे पूरे सैन्य सम्मान के साथ सुपुर्द ए खाक किया गया।
गौरतलब है कि आतंकियों के खिलाफ कई सक्रिय अभियानों में हिस्सा ले चुके मुख्तार अहमद मलिक को सोमवार शूरट कुलगाम स्थित उनके घर में आतंकियों ने गोली मार दी थी। मुख्तार मलिक के बेटे की शुक्रवार को मौत हुई थी और वह अपने पुत्र का शोक मना रहे थे, जब आतंकियों ने उन्हें गोली मारी।
मंगलवार को सैन्य छावनी में शहीद लांस नायक को एक भावपूर्ण समारोह में अंतिम श्रद्धांजलि अíपत की गई। सेना की 15 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एके बट समेत सेना के वरिष्ठ अधिकारियों, जवानों और पुलिस व अर्धसैनिकबलों के वरिष्ठ अधिकारियों ने शहीद लांस नायक के पाíथव शरीर पर पुष्पचक्र और फूलमालाएं भेंट कर उन्हें श्रद्धासुमन अíपत किए। इसके बाद शहीद का तिरंगे में लिपटा पाíथव शरीर पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव ले जाया गया। दोपहर बाद उन्हें उनके परिजनों, रिश्तेदारों और सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में उनके पैतृक कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक किया गया। शहीद के जनाजे में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। उन्हें उनके पुत्र की कब्र के पास ही दफनाया गया।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बताया कि लांस नायक मुख्तार अहमद मलिक वर्ष 2004 में सेना में शामिल हुए थे। सेना में शामिल होने से पहले भी वह हमेशा आतंकियों के खिलाफ लड़ते थे। उनके परिवार में अब उनके बुजुर्ग मां-बाप और एक छोटे भाई के अलावा दो बच्चे और पत्नी रह गई हैं। उन्होंने कहा कि सेना शहीद लांसनायक के परिवार के साथ हमेशा खड़ी है। उनकी शहादत को हमेशा याद रखा जाएगा।