Jammu-Kashmir: अवंतीपोर में लश्कर का मददगार गिरफ्तार
Lashkar Associate Arrested पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि अवंतीपोर में विशेष सूचना के आधार पर चकूरा पुलवामा के रहने वाले साहिल फारूक मीर नामक एक युवक को पकड़ा है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। Lashkar Associate Arrested: कश्मीर में सुरक्षाबलों ने आतंकरोधी अभियान को जारी रखते हुए बुधवार को अवंतीपोर में लश्कर-ए-तैयबा के एक मददगार को गिरफ्तार कर लिया। इसी दौरान श्रीनगर के अहमदनगर इलाके में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर तलाशी अभियान भी चलाया। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि अवंतीपोर में विशेष सूचना के आधार पर चकूरा, पुलवामा के रहने वाले साहिल फारूक मीर नामक एक युवक को पकड़ा है। वह त्राल से सटे नूरपोरा में छिपा हुआ था। पुलिस ने उससे बड़ी मात्रा में हथियार, गोलाबारूद और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए।
पूछताछ में उसने बताया कि वह त्राल, काकपोरा, खिरयु व अवंतीपोर में सक्रिय लश्कर के आतंकियों के लिए हथियार, सुरक्षित ठिकानों और पैसे का बंदोबस्त करता था। वह उनके लिए सुरक्षाबलों की मुखबिरी भी करता था। इस बीच, शाम को पुलिस को श्रीनगर के अहमदनगर सौरा में कुछ संदिग्ध आतंकियों के देखे जाने की सूचना मिली। पुलिस ने तत्काल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों के साथ मिलकर अहमदनगर में घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान चलाया। सुरक्षाबलों ने आतंकी ठिकाना होने के संदेह में करीब दो दर्जन मकानों की तलाशी ली और कुछ युवकों से पूछताछ भी की, लेकिन देर शाम तक आतंकियों का कोई सुराग नहीं मिला था।
इससे पहले अप्रैल में घाटी को आतंकवाद मुक्त बनाने के अपने अभियान काे जारी रखते हुए शुक्रवार को सुरक्षाबलों ने उत्तरी कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा के चार आतंकियों और पांच ओवरग्राउंड वर्करों को अलग-अलग अभियानों में गिरफ्तार करने का दावा किया था। पकड़े गए आतंकियों और उनके ओजीडब्ल्यू के कब्जे से तीन एसाल्ट राइफलें, आठ एके मैगजीन, 332 एके कारतूस, 12 हथगाेले, चार पिस्तौल, सात मैगजीन, एक यूबीजीएल और दो यूबीजीएल ग्रेनेड, लश्कर के लैटर पैड व अन्य साजो सामान भी बरामद हुआ था। पकड़े गए चारों आतंकी स्थानीय हैं जो बीते कुछ महीनों के दौरान ही लश्कर का हिस्सा बने हैं। इनके तीन ओवरग्राउंड वर्करों का जाल हंदवाड़ा से लेकर जिला बारामुला में एलओसी के साथ सटे उड़ी सेक्टर तक फैला हुआ था। पकड़े गए दो अन्य ओजीडब्ल्यू सोपोर में सक्रिय लश्कर के आतंकियों के एक अन्य माड्यूल के लिए काम करते थे।